उत्तरप्रदेश
से
राज्यसभा
सांसद
व
भाजपा राष्ट्रीय
प्रवक्ता
सुधांशु
त्रिवेदी
ने
अपने
उज्जैन
प्रवास
के
दौरान
श्री
महाकालेश्वर
मंदिर
में
दर्शन
किए।
यहां
उन्होंने चांदी
द्वार
से
बाबा
महाकाल
का
पूजन,
अर्चन
व
दर्शन
किए।
इसके
बाद
नंदी
हाल
में
पहुंचकर
नंदी
जी
के
कानों
में
अपनी
मनोकामना
भी
कही।
ये
भी
पढ़ें- CM
मोहन
यादव
के
मुख्य
आतिथ्य
में
होगा
‘संवाद’;
मध्य
प्रदेश
के
विकास
के
रोडमैप
पर
करेंगे
चर्चा
महाकालेश्वर
मंदिर
के
सहायक
प्रशासक
मूलचंद
जूनवाल
ने
बताया
कि
उत्तर
प्रदेश
से
राज्यसभा
सांसद
सुधांशु
त्रिवेदी
बुधवार
को बाबा
महाकाल
के
दर्शन
करने
उज्जैन
आए
थे।
जहां
उन्होंने
बाबा
महाकाल
के
दर्शन
कर
उनका
आशीर्वाद
प्राप्त
किया।
मंदिर
के
पुजारी
पंडित
आशीष
शर्मा
द्वारा
पूजन
अर्चन
कर
संकल्प
दिलवाया
गया।
इस
दौरान
सुधांशु
त्रिवेदी
नंदी
हॉल
मे
बाबा
महाकाल
की
भक्ति
में
लीन
दिखाई
दिए।
यहां
उन्होंने
बाबा
महाकाल
के
दर्शन
करने
के
साथ
ही
नंदी
जी
का
पूजन
किया
और
उनके
कानों
में
मनोकामना
भी
कही।
इस
दौरान
इंदौर
से
विधायक
रमेश
मेंदोला,
भाजपा
नगर
अध्यक्ष
संजय
अग्रवाल,
जगदीश
पांचाल,
राजपाल
सिंह
सिसोदिया,
राकेश
पंड्या,
कपिल
कटारिया
भी
मौजूद
थे।
श्री
महाकालेश्वर
मंदिर
प्रबंध
समिति
की
ओर
से
वीरेंद्र
शर्मा
द्वारा
त्रिवेदी
का
स्वागत
व
सत्कार
किया
गया।
ये
भी
पढ़ें- ‘संवाद’
में
हिस्सा
लेंगी
अनुप्रिया
पटेल;
सेहतमंद
प्रदेश
और
विकसित
भारत
का
खाका
पेश
करेंगी
काल
गणना
का
प्रमुख
केंद्र
है
उज्जैन
–
सुधांशु
बाबा
महाकाल
के
दर्शन
करने
के
बाद
सुधांशु
त्रिवेदी
ने
मीडिया
से
चर्चा
करते
हुए
कहा
कि
बाबा
महाकाल
के
दिव्य
दर्शन
करने
से
एक
अलग
ही
आध्यात्मिक
अनुभूति
प्राप्त
होती
है।
यहां
पर
बाबा
महाकाल
विराजमान
हैं,
लेकिन
इसके
साथ
ही
यह
काल
गणना
का
केंद्र
भी
है।
उज्जैन
भारत
के
संपूर्ण
काल
गणना
के
क्षेत्र
में
एक
होने
के
साथ
ही
धार्मिक
ही
नहीं
बल्कि
वैज्ञानिक
दृष्टि
से
भी
कितना
सटीक
है
कि
यहां
की
गणना
में
लिए
सूर्य
व
चंद्र
ग्रहण
आज
भी
नासा
द्वारा
सॉफ्टवेयर
में
डालकर
दिया
जाता
है।
दिन
तो
ठीक
घटी,
घंटा,
पल
और
मिनट
में
भी
कोई
अंतर
आज
तक
देखने
को
नहीं
मिला
है।
अर्थात
यह
भारत
की
आध्यात्मिक
सांस्कृतिक
उन्नति
और
धार्मिक
धरोहर
के
साथ-साथ
वैज्ञानिक
धरोहर
भी
है,
इसीलिए
हमें
इस
पर
गर्व
होना
चाहिए
और
आध्यात्मिक
की
अनुभूति
करना
चाहिए।