होशंगाबाद
के
सेठानी
घाट
पर
सत्ता
का
संग्राम
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
अमर
उजाला
के
विशेष
कार्यक्रम
सत्ता
का
संग्राम
रथ
बुधवार
सुबह
होशंगाबाद
(नर्मदापुरम)
पहुंचा।
सुबह-सुबह
लोगों
से
चर्चा
कर
सियासी
मिजाज
को
परखा।
सेठानी
घाट
में
अमर
उजाला
के
चुनावी
कार्यक्रम
से
कई
लोग
जुड़े
और
खुलकर
मुद्दों
पर
अपनी
राय
रखी।
मां
नर्मदा
तट
सेठानी
घाट
से
सुबह
की
चर्चा
की।
यहां
राजेश
सिंह
राठौर
कहते
हैं
बीते
दस
सालों
से
भाजपा
की
सरकार
है।
रोजगार
का
वादा
किया
था।
अभी
महंगाई
चरम
पर
है।
रोजगार
नहीं
मिल
सका
है।
किसानों
की
फसल
भी
उचित
मूल्य
भी
नहीं
मिल
रहे
हैं।
नर्मदा
में
नाले
का
पानी
मिलता
है।
हर
बार
नेता
इसे
लेकर
वादा
तो
करते
हैं,
पर
कोई
काम
नहीं
हो
रहा
है।
ये
हमारी
आस्था
से
खिलवाड़
है।
सबसे
बड़ी
समस्या
रोजगार
ही
है।
कुल
मिलाकर
सभी
हताश
हैं,
धर्म
की
आड़
लेकर
ये
फिर
से
सत्ता
में
आना
चाहते
हैं।
हमें
तो
लगता
है
ईवीएम
में
छेड़छाड़
होती
है।
क्योंकि
धरातल
पर
लगता
है
कि
भाजपा
हार
रही
है,
पर
परिणाम
उलट
होते
हैं।
मुकेश
तिवारी
कहते
हैं
कि
हमारे
भाई
राजेश
अच्छे
प्रवचन
कर
सकते
हैं,
जैसे
स्क्रिप्ट
रटकर
आए
हैं।
यदि
इन्होंने
ये
आरोप
लगाए
तो
विधानसभा
में
163
सीट
नहीं
आती।
हमारे
सांसद
लगातार
जीत
रहे
हैं,
नीचे
से
ऊपर
तक
भाजपा
आ
रही
है,
उसके
पीछे
विकास
ही
है।
देश
में
नंबर
वन
यहां
से
गेहूं
उत्पादन
हो
रहा
है।
पहले
की
कांग्रेस
सरकार
के
दौरान
पहले
लाइट
नहीं
होती
थी।
पढ़ाई
नहीं
हो
पा
रही
थी।
रात
में
लोग
निकल
नहीं
पाते
थे।
कई
जगह
सड़कें
बन
रही
हैं,
काम
चल
रहा
है।
यहां
उद्योग
धंधे
तकनीकी
वजह
से
नहीं
आते।
नर्मदा
जल
पहले
से
काफी
साफ
हुआ
है,
उसके
लिए
पीएचक्यू
की
मशीन
लगी
है,वहां
जांच
सकते
हैं।
कई
कॉलेज
आए
हैं,
जिला
अस्पताल
आधुनिक
बन
रहा
है।
फ्लायओवर
बन
रहा
है।
विकास
हुआ
है।
कभी
होशंगाबाद
के
नाम
से
पहचाना
जाने
वाला
नर्मदापुरम
मप्र
का
पुराना
शहर
है।
यहां
का
सियासी
मिजाज
भी
अलग
है।
नर्मदा
की
गोद
में
बसे
इस
शहर
का
सेठानी
घाट
प्रसिद्ध
है।
इस
जिले
में
पचमढ़ी,
सतपुड़ा
टाइगर
रिजर्व
भी
खासे
महत्व
रखते
हैं।
होशंगाबाद
लोकसभा
सीट
में
आठ
विधानसभा
क्षेत्र
नरसिंहपुर,
तेंदूखेड़ा,
गाडरवारा,
सिवनी-मालवा,
नर्मदापुरम,
सुहागपुर,
पिपरिया
और
उदयपुरा
आते
हैं।
सभी
सीटों
पर
भाजपा
का
कब्जा
है।
लोकसभा
चुनाव
में
भाजपा
से
दर्शन
सिंह
चौधरी
मैदान
में
हैं
तो
कांग्रेस
ने
संजय
शर्मा
पर
दांव
लगाया
है।