मध्य
प्रदेश
के
मुख्यमंत्री
डॉ. मोहन
यादव
इन
दिनों
विदेश
दौरे
पर
हैं।
गुरुवार
को
ख्यमंत्री
की
स्पेन
यात्रा
के
दूसरे
दिन
का
फोकस
वैश्विक
कपड़ा
एवं
फैशन
क्षेत्र
के
दिग्गजों
से
निवेश
और
संवाद
का
रहा।
स्पेन
के
गैलिसिया
स्थित
इंडिटेक्स
मुख्यालय
में
हुई
बैठक
में
सीएम
ने
मध्यप्रदेश
को
हरित,
लागत-प्रतिस्पर्धी
और
ट्रेसिबल
उत्पादन
हब
के
रूप
में
प्रस्तुत
किया।
बैठक
में
इंडीटेक्स
समूह
के
वरिष्ठ
अधिकारियों
के
साथ
व्यापारिक
साझेदारी
और
निवेश
की
संभावनाओं
पर
विस्तृत
चर्चा
हुई।
हरित
उत्पादन
को
मिलेगी गति
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
कहा
कि
मध्यप्रदेश
सरकार
टेक्सटाइल
क्षेत्र
में
वैश्विक
साझेदारियों
के
लिए
पूरी
तरह
प्रतिबद्ध
है।
इंडिटेक्स
जैसे
प्रतिष्ठित
ब्रांड
की
उपस्थिति
से
राज्य
में
आर्थिक
विकास,
रोजगार
सृजन
और
हरित
उत्पादन
को
गति
मिलेगी।
हम
इस
साझेदारी
को
सभी
स्तरों
पर
समर्थन
देने
को
तत्पर
हैं।
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मध्यप्रदेश
टेक्सटाइल
सेक्टर
के
लिए
आदर्श
स्थान
मुख्यमंत्री
ने
बताया
कि
मध्यप्रदेश
देश
के
शीर्ष
कच्चा
कपास
उत्पादक
राज्यों
में
से
एक
है,
जहां
सालाना
लगभग
18
लाख
बेल्स
(3
लाख
मीट्रिक
टन)
का
उत्पादन
होता
है।
राज्य
में
15
से
अधिक
टेक्सटाइल
क्लस्टर
हैं
इसमें
इंदौर,
मंदसौर,
बुरहानपुर,
उज्जैन,
नीमच
जैसे
केंद्र
टेक्सटाइल
उत्पादन
में
अग्रणी
हैं।
इंडिटेक्स
के
लिए
सुनहरा
अवसर
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
बताया
कि
धार
जिले
में
भारत
सरकार
की
पीएम
मित्रा
योजना
के
अंतर्गत
विकसित
हो
रहा
टेक्सटाइल
मेगा
पार्क
इंडिटेक्स
जैसे
वैश्विक
ब्रांडों
के
लिए
सस्टेनेबल
और
इंटीग्रेटेड
मैन्युफैक्चरिंग
का
आदर्श
केंद्र
बन
सकता
है।
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
इस
पार्क
में
गारमेंटिंग
यूनिट
स्थापित
करने
का
प्रस्ताव
रखा।
ऑर्गेनिक
कॉटन
में
भागीदारी
का
आह्वान
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
बताया
कि
मध्यप्रदेश
भारत
का
अग्रणी
ऑर्गेनिक
कॉटन
उत्पादक
है।
राज्य
में
यहां
विशेषकर
निमाड़
और
मालवा
क्षेत्रों
में
बहुतायत
में
कॉटन
का
उत्पादन
होता
है।
यहाँ
GOTS-सर्टिफाइड
किसान
समूह
सक्रिय
हैं,
जो
इंडिटेक्स
की
सस्टेनेबिलिटी
और
ट्रेसिबिलिटी
नीतियों
के
लिए
आदर्श
साझेदार
हो
सकते
हैं।
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
फार्मर-टू-फैब्रिक
वैल्यू
चेन
पर
इंडिटेक्स
के
साथ
मिलकर
काम
करने
का
सुझाव
दिया।
ESG
फ्रेमवर्क
में
मेल-जोल
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
बताया
कि
मध्यप्रदेश
सरकार
(ईएसजी)
(Environment,
Social,
Governance)
मूल्यों
को
बढ़ावा
देती
है।
वॉटर
रिसायक्लिंग,
वेस्ट
मैनेजमेंट
और
डीसेंट
वर्क
स्टैंडर्ड्स
राज्य
में
लागू
हैं।
इंडिटेक्स
की
जिम्मेदार
सोर्सिंग
नीति
के
साथ
मध्यप्रदेश
की
दृष्टि
पूरी
तरह
से
मेल
खाती
है।
निर्यात
और
वैश्विक
संभावनाएं
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
बताया
कि
राज्य
से
टेक्सटाइल
और
गारमेंट
का
वार्षिक
निर्यात
7
हजार
करोड़
रूपये
से
अधिक
है,
जिसमें
यूरोपीय
संघ
प्रमुख
है।
उन्होंने
बताया
कि
इंडिटेक्स
जैसे
ब्रांड
की
साझेदारी
से
यह
आंकड़ा
10
हजार
करोड़
रूपये
तक
पहुँच
सकता
है,
जिससे
स्थानीय
रोजगार
और
महिला
सशक्तिकरण
को
भी
बल
मिलेगा।
यह
भी
पढ़ें-भोपाल
ने
एक
साल
में
3
पायदान
की
लगाई
छलांग,बना
देश
में
दूसरे
नंबर
का
साफ
शहर
नीतिगत
समर्थन
और
लॉजिस्टिक
सुविधा
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
राज्य
की
नवीन
औद्योगिक
एवं
निर्यात
नीति
2025
की
विशेषताओं
को
साझा
किया,
जिसमें
भूमि
पर
90%
सब्सिडी,
मशीनरी
पर
40%
पूंजी
सहायता,
ग्रीन
टेक्नोलॉजी
पर
50%
सहायता
और
ऋण
पर
ब्याज
सब्सिडी
आदि
शामिल
हैं।
इंडीटेक्स
को
साझेदारी
का
निमंत्रण
मुख्यमंत्री
ने
इंडिटेक्स
को
आमंत्रण
दिया
कि
वह
पीएम
मित्रा
पार्क
में
सप्लाई
चेन
एंकर
के
रूप
में
भागीदारी
बने।
उन्होंने
एक
ऑर्गेनिक
कॉटन
ट्रेसिंग
प्लेटफॉर्म
और
ई
एस
जी
सर्टिफाइड
एमएसएमई
के
साथ
वेंडर
डेवेलपमेंट
प्रोग्राम
प्रारंभ
करने
का
सुझाव
भी
दिया।