
सीहोर
में
बारिश
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
सीहोर
में
लगातार
तीन
दिन
से
शाम
के
समय
बारिश
हो
रही
है।
बुधवार
को
भी
गरज-चमक
के
साथ
तेज
बारिश
हुई।
वहीं,
कई
जगह
ओले
भी
गिरे।
बारिश
से
अधिकतम
तापमान
न्यूनतम
तापमान
में
गिरावट
होने
से
मौसम
में
ठंडक
घुल
गई
है।
बीते
चौबीस
घंटे
में
जिले
में
5.5
एमएम
बारिश
भी
दर्ज
हुई
है।
मौसम
विभाग
का
पूर्वानुमान
है
कि
अभी
तीन
से
चार
दिन
ऐसा
ही
मौसम
रहेगा।
जानकारी
के
अनुसार,
सीहोर
जिले
में
बीते
तीन
दिन
से
रुक-रुक
कर
तेज
हवाएं
चली
और
रिमझिम
बारिश
भी
हुई, जिसके
कारण
अधिकतम
तापमान
में
चार डिग्री
की
गिरावट
देखने
को
मिली
है।
अप्रैल
माह
की
शुरुआत
में
लगातार
39
डिग्री
सेल्सियस
तापमान
बना
हुआ
था,
लेकिन
वेस्टर्न
डिस्टरबेंस
के
कारण
बीते
तीन
दिनों
से
दोपहर
के
बाद
मौसम
का
मिजाज
बदल
रहा
था
और
तेज
हवाओं
के
साथ
बारिश
हुई।
इसके
कारण
अधिकतम
तापमान
में
गिरावट
दर्ज
हुई
है।
बुधवार
को
दोपहर
तीन
से
गरज-चमक
और
तेज
आंधी
के
साथ
बारिश
का
दौर
शुरू
हो
गया।
तेज
आंधी
से
जहां
दुकानों
के
चद्दर
और
पन्नियां
उड़
गईं।
वहीं,
बारिश
से
शहर
के
निचले
इलाकों
में
पानी
भरा
गया।
कुछ
देर
बारिश
का
दौर
थमने
के
बाद
शाम
पांच
बजे
से
फिर
शुरू
हो
गया।
जो
रूक-रूक
कर
देर
शाम
तक
जारी
रहा।
उपज
भीगने
से
चमक
पड़
जाएगी
फीकी
बारिश
होने
से
कृषि
उपज
मंडी
और
समर्थन
मूल्य
केंद्रों
पर
रखी
उपज
भीग
गई।
लगातार
तीन
से
शाम
के
समय
बारिश
होने
से
किसान
भी
परेशान
हैं।
खेतों
में
कटी
रखी
फसल
के
भीगने
से
गेहूं
की
चमक
फीकी
पड़
जाएगी।
एक
सप्ताह
तक
ऐसा
ही
मौसम
मौसम
वैज्ञानिक
डॉ.
एसएस
तोमर
ने
बताया
कि
अभी
एक
पश्चिमी
विक्षोभ
एक्टिव
है।
वहीं,
राजस्थान
और
महाराष्ट्र
के
ऊपर
दो
साइक्लोनिक
सर्कुलेशन
भी
सक्रिय
है।
ट्रफ
लाइन
भी
गुजर
रही
है।
तोमर
ने
बताया
कि
10-11
अप्रैल
को
एक
और
वेस्टर्न
डिस्टरबेंस
एक्टिव
हो
रहा
है।
इससे
मौजूदा
सिस्टम
और
भी
मजबूत
हो
जाएगा।
इस
कारण
एक
सप्ताह
तक
मौसम
ऐसा
ही
बना
रहेगा।
ग्राम
धनखेड़ी
में
गिरे
ओले,
एक
मकान
क्षतिग्रस्त
किसान
एमएस
मेवाड़ा
ने
बताया
कि
बिलकिसगंज
के
पास
ग्राम
धनखेड़ी
में
ओलावृष्टि
और
बारिश
होने
से
रेशमा
बाई
का
कच्चा
मकान
क्षतिग्रस्त
हो
गया।
क्षतिग्रस्त
मकान
में
बारिश
का
पानी
जमा
होने
से
गृहस्थी
का
सामान
भीग
गया।
रेशमा
बाई
ने
प्रशासन
से
मुआवजा
देने
की
मांग
की
है।
अप्रैल
में
पहली
बार
ऐसा
सिस्टम
अप्रैल
में
पहली
बार
साइक्लोनिक
सर्कुलेशन,
ट्रफ
लाइन
और
वेस्टर्न
डिस्टरबेंस
की
वजह
से
स्ट्रॉन्ग
सिस्टम
की
एक्टिविटी
है।
इस
कारण
पिछले
तीन दिन
से
प्रदेश
में
ओले-बारिश
का
दौर
जारी
है।
बंगाल
की
खाड़ी
और
अरब
सागर
से
प्रदेश
में
लगातार
नमी
आ
रही
है।
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10
में
से
सात साल
हो
चुकी
बारिश
अप्रैल
महीने
में
आंधी-बारिश
का
ट्रेंड
है।
पिछले
10
में
से
सात साल
बारिश
हुई
थी।
अबकी
बार
भी
ऐसा
ही
मौसम
है।
जिले
भर
में
बादल,
बारिश,
आंधी,
आकाशीय
बिजली
गरजने
या
चमकने
या
ओले
गिरने
का
दौर
जारी
है।
ओले-आंधी
के
चलते
एडवाइजरी
जारी
ओले,
बारिश
और
आंधी
का
मौसम
बनने
से
मौसम
विभाग
ने
लोगों
के
लिए
एडवाइजरी
भी
जारी
की
है।
ओले
गिरने
और
तेज
हवा
के
कारण
खुले
क्षेत्र
में
फसलों
को
नुकसान
की
संभावना
है,
इसलिए
उसे
समेटकर
रख
लें।
आकाशीय
बिजली
गिरने
से
जान-माल
को
हानि
हो
सकती
है।
ऐसे
में
सुरक्षित
स्थान
पर
रहें।
घर
के
अंदर
रहें।
खिड़कियों
और
दरवाजे
बंद
करें।
संभव
हो
तो
यात्रा
से
बचें।
इलेक्ट्रिक
व
इलेक्ट्रॉनिक
उपकरणों
के
प्लग
निकाल
दें।