Shahdol: डॉक्टरों ने किया कमाल! 900 ग्राम की नवजात को मिला जीवनदान, 45 दिन बाद स्वस्थ होकर लौटी घर


शहडोल
जिला
अस्पताल
शहडोल
की
एसएनसीयू
(स्पेशल
न्यूबॉर्न
केयर
यूनिट)
में
एक
अद्भुत
संघर्ष
की
कहानी
सामने
आई
है,
जहां
मात्र
900
ग्राम
वजन
की
एक
समय
से
पहले
जन्मी
बच्ची
को
चिकित्सकों
ने
45
दिनों
की
अथक
मेहनत
के
बाद
जीवनदान
दिया।
बच्ची
का
जन्म
सातवें
महीने
में
हुआ
था
और
वह
गंभीर
स्थिति
में
थी।
अब
वह
स्वस्थ
है
और
परिजनों
के
साथ
घर
लौट
चुकी
है।


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मां
सुष्मिता
सिंह
ने
बताया
कि
जब
वह
अपनी
बच्ची
को
लेकर
अस्पताल
पहुंचीं,
तब
उसे
बचाने
की
उम्मीद
बेहद
कम
थी।
लेकिन
डॉक्टरों
की
टीम
ने
उन्हें
हिम्मत
दी
और
तत्परता
से
इलाज
शुरू
किया।
शिशु
रोग
विशेषज्ञ
डॉ.
सुनील
हथगेल
के
नेतृत्व
में
बच्ची
को
तुरंत
एसएनसीयू
में
भर्ती
कर
ऑक्सीजन
और
श्वसन
मशीन
पर
रखा
गया,
क्योंकि
वह
खुद
से
सांस
नहीं
ले
पा
रही
थी।
शुरुआती
दिनों
में
बच्ची
को
सिरिंज
और
ट्यूब
के
जरिए
पोषण
दिया
गया।


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रही
थी
गाड़ी

बच्ची
की
स्थिति
बेहद
नाजुक
थी,
इसलिए
मां
को
‘कंगारू
मदर
केयर’
पद्धति
का
प्रशिक्षण
दिया
गया,
जिसमें
मां
की
गर्माहट
नवजात
को
जरूरी
तापमान
और
सुरक्षा
देती
है।
यह
उपचार
नवजात
की
प्रतिरोधक
क्षमता
बढ़ाने
में
बेहद
कारगर
साबित
हुआ।
हालांकि
इलाज
के
30वें
दिन
बच्ची
की
तबीयत
फिर
बिगड़ी,
लेकिन
समय
पर
उपचार
से
उसे
फिर
संभाल
लिया
गया।
इलाज
के
45वें
दिन
बच्ची
का
वजन
बढ़कर
1.380
किलोग्राम
हो
गया,
जिसके
बाद
डॉक्टरों
ने
उसे
छुट्टी
दे
दी।
डॉ.
हथगेल
ने
कहा,
“यह
मामला
हमारे
लिए
भी
चुनौतीपूर्ण
था,
लेकिन
टीमवर्क,
समय
पर
इलाज
और
माता-पिता
के
धैर्य
से
हमने
बच्ची
की
जिंदगी
बचा
ली।”
इस
सफलता
ने
यह
साबित
कर
दिया
कि
चिकित्सा
विज्ञान,
मातृत्व
की
ताकत
और
डॉक्टरों
की
लगन
मिलकर
चमत्कार
कर
सकती
है।