
भोपाल
की
बारिश
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
मध्य
प्रदेश
में
21
जून
को
मानसून
की
एंट्री
हुई
और
7
दिन
में
ही
पूरे
प्रदेश
में
फैल
गया।
इससे
पहले
प्री-मानसून
भी
एक्टिव
रहा।
इस
वर्ष
प्रदेश
में
औसत
से
ज्यादा
बारिश
होने
का
अनुमान
मौसम
विभाग
में
लगाया
है।
अनुमान
के
हिसाब
से
मानसून
उम्मीदों
पर
खरा
उतरा
है।
लेकिन
कुछ
जिलों
में
ज्यादा
बारिश
तो
कुछ
जिलों
में
औसत
से
कम
बारिश
दर्ज
की
गई।
जहां
ज्यादा
बारिश
हुई
वहां
लोगों
की
परेशानी
बढ़
गई,
वहीं
जहां
कम
बारिश
हुई
वहां
किसानों
की
फसलों
को
नुकसान
हुआ
है।
मौसम
विभाग
के
आंकड़ों
को
देखें
तो
अभी
तक
प्रदेश
के
श्योपुर
में
सबसे
ज्यादा
157
फीसदी
और
रीवा
में
सबसे
कम
सिर्फ
57
प्रतिशत
वर्षा
दर्ज
की
गई
है।
जबकि
प्रदेश
के
14
जिलों
में
100
प्रतिशत
से
ज्यादा
बारिश
हो
चुकी
है।जबकि
21
जिलों
में
सामान्य
बारिश
का
कोटा
फुल
हो
गया।
विज्ञापन
Trending
Videos
जानें
कोटा
पूरा
होने
में
कितने
इंच
बारिश
कम
मध्य
प्रदेश
में
लगातार
हो
रही
बारिश
से
प्रदेश
का
कोटा
लगभग
फुल
हो
गया
है।
3
इंच
के
करीब
और
बारिश
होते
ही
कोटा
पूरा
हो
जाएगा।
अकाड़ो
के
अनुसार
प्रदेश
में
अभी
तक
34.2
इंच
बारिश
दर्ज
हो
चुकी
है।
जबकि
30.8
इंच
बारिश
होनी
चाहिए
थी।
अगस्त
में
14.5
इंच
पानी
गिरा
है।
यह
कोटे
से
डेढ़
इंच
ज्यादा
है।
अगस्त
में
औसत
13.1
इंच
बारिश
होती
है।
इस
बार
करीब
25
दिन
बारिश
हुई।
शुरुआती
3
दिन
तक
पूरे
प्रदेश
में
तेज
बारिश
का
दौर
चला।
इसके
बाद
तेज
बारिश
तो
थम
गई,
लेकिन
हल्की
बारिश
का
दौर
बना
रहा।
दूसरे
पखवाड़े
की
शुरुआत
में
तीखी
गर्मी
भी
रही।
आखिरी
दिनों
में
फिर
से
स्ट्रॉन्ग
सिस्टम
एक्टिव
हुआ।
लो
प्रेशर
एरिया,
साइक्लोनिक
सर्कुलेशन,
वेस्टर्न
डिस्टरबेंस
और
मानसून
ट्रफ
की
एक्टिविटी
की
वजह
से
तेज
बारिश
होने
लगी।
विज्ञापन
विज्ञापन
भोपाल
में
15
इंच
ज्यादा
बारिश
हो
चुकी
है
दर्ज
राजधानी
भोपाल
की
बात
करें
तो
अभी
तक
15
इंच
से
ज्यादा
पानी
गिर
चुका
है।
यनी
सीजन
की
109
प्रतिशत
तक
बारिश
हो
चुकी
है।
कई
इलाकों
में
बाढ़
जैसे
हालात
भी
बने
चुके
हैं।
बडे
तालाब,
केरवा,कलियासोत
डैम,
कोलार
डैम
के
गेट
खोलना
पड़ा
है।
पिछले
10
साल
के
आंकड़ों
पर
नजर
डालें
तो
2015,
2016,
2020
और
2022
में
तो
आंकड़ा
20
इंच
से
ज्यादा
ही
रहा।
2023
में
बारिश
ने
रिकॉर्ड
तोड़
दिए
थे।
30
इंच
से
ज्यादा
बारिश
हो
गई
थी।
इधर
इंदौर
में
भी
पिछले
कुछ
सालों
में
अगस्त
में
अच्छी
बारिश
हुई
है।
इस
सीजन
में
कुल
73
प्रतिशत
यानी
25
इंच
पानी
गिर
चुका
है।
2014
से
2023
के
बीच
पांच
साल
आंकड़ा
10
इंच
से
कम
रहा
था।
पिछले
साल
2.71
इंच
पानी
ही
गिरा
था,
जबकि
इस
बार
9.43
इंच
बारिश
हो
चुकी
है।
ग्वालियर
में
28
इंच
से
ज्यादा
हुई
बारिश
चंबल
क्षेत्र
में
इस
बार
ज्यादा
बारिश
दर्ज
की
जा
रही
है।
वहीं
ग्वालियर
में
सीजन
का
बारिश
का
आंकड़ा
28
इंच
से
ज्यादा
है,
जो
98
प्रतिशत
तक
है।
पिछले
साल
अगस्त
में
सिर्फ
6.85
इंच
पानी
ही
गिरा
था।
यानी,
इस
बार
दोगुनी
बारिश
हो
चुकी
है।
जबलपुर
में
इस
बार
अगस्त
में
14.65
इंच
बारिश
हो
चुकी
है।
पिछले
साल
भी
यहां
22
इंच
बारिश
हुई
थी।
2013
में
तो
आंकड़ा
34
इंच
के
पार
पहुंच
गया
था।
यहां
2021
ही
ऐसा
रहा,
जब
30
इंच
से
ज्यादा
बारिश
हुई।
जबलपुर
संभाग
के
मंडला
जिले
में
अबकी
बार
सबसे
ज्यादा
पानी
गिरा
है।
डिंडौरी,
सिवनी,
छिंदवाड़ा,
कटनी
में
भी
अच्छी
बरसात
हुई
है।