मुरैना
जिले
की
चंबल
नदी
से
ग्वालियर
शहर
के
लिए
पानी
पहुंचाने
वाले
चंबल
वाटर
प्रोजेक्ट
के
तहत
डाली
जा
रही
पाइपलाइन
की
साइड
पर
हादसा
हो
गया।
यह
हादसा
बारिश
के
कारण
मिट्टी
धंसने
से
हुआ,
जिसमें
एक
मजदूर
की
दबकर
मौत
हो
गई,
जबकि
चार
घायल
हो
गए।
घायल
मजदूरों
को
एंबुलेंस
के
माध्यम
से
तत्काल
जिला
अस्पताल
मुरैना
लाया
गया।
वहीं,
गंभीर
हालत
होने
पर
एक
मजदूर
को
ग्वालियर
रेफर
कर
दिया
गया।
पुलिस
ने
मामला
दर्ज
कर
जांच
शुरू
कर
दी
है।
मृतक
का
पीएम
कराया
जा
रहा
है।
दरअसल,
मुरैना
जिले
से
ग्वालियर
के
लिए
चंबल
का
पानी
ले
जाने
का
कार्य
किया
जा
रहा
है।
इसके
लिए
नेशनल
हाईवे
44
के
बगल
से
पाइपलाइन
डालने
का
काम
जारी
है।
पाइपलाइन
को
तीन
मीटर
(लगभग
10
फीट)
गहराई
में
डाला
जा
रहा
है।
जिस
साइड
से
पाइपलाइन
डाली
जा
रही
है,
उसी
साइड
में
बीएसएनएल,
एयरटेल,
जियो
जैसी
मोबाइल
कंपनियों
के
अलावा
भारतीय
सेना
के
नेटवर्क
फॉर
स्पेक्ट्रम
(एनएफएस)
की
भी
लाइनें
डाली
जा
रही
थीं।
ये
भी
पढ़ें: अमर
उजाला
संवाद
पहली
बार
मध्य
प्रदेश
में,
26
जून
को
भोपाल
में
जुटेंगी
हस्तियां
बारिश
को
देखते
हुए
मजदूरों
ने
चंबल
वाटर
प्रोजेक्ट
के
मैनेजर
से
काम
बंद
करने
के
लिए
कहा
था,
लेकिन
उन्होंने
काम
बंद
नहीं
किया।
लगातार
बारिश
के
कारण
मिट्टी
भी
ढीली
हो
गई
थी
और
वह
धंसक
गई।
चंबल
वाटर
प्रोजेक्ट
के
ठेकेदार
के
कर्मचारी
पाइप
को
वेल्डिंग
करने
का
काम
कर
रहे
थे।
एनएफएस,
जियो
और
एयरटेल
के
कर्मचारी
तीन
मीटर
गहराई
में
अपनी
केबलों
को
सही
कर
रहे
थे।
इसी
दौरान
मिट्टी
धंसी
और
भारी
पाइप
भी
गिर
गया।
ये
भी
पढ़ें: अमर
उजाला
संवाद
इस
बार
मध्य
प्रदेश
में,
कार्यक्रम
में
शामिल
होने
के
लिए
रजिस्टर
करें
हादसे
में
उत्तर
प्रदेश
के
मुरादाबाद
निवासी
40
वर्षीय
कल्लू
सिंह
की
दर्दनाक
मौत
हो
गई।
वहीं,
हादसे
में
जियो
के
सुपरवाइजर
संदीप
(37)
निवासी
इटावा
(उत्तर
प्रदेश),
एनएफएस
कर्मचारी
प्रीतम
कुशवाह
(24)
निवासी
सिकंदरपुर
(आगरा),
जियो
सुपरवाइजर
सुनील
जाट,
निवासी
भरतपुर
(राजस्थान)
और
मजदूर
प्रमोद
ठाकुर
(27)
निवासी
अटेर
रोड
(भिंड)
घायल
हो
गए।
सभी
घायलों
का
इलाज
जिला
अस्पताल
में
कराया
जा
रहा
है।
वहीं,
एक
गंभीर
मजदूर
को
ग्वालियर
रेफर
किया
गया
है।