Ujjain News: सिंहस्थ के लिए नवीन घाटों का भूमि पूजन, सीएम बोले- 24 घंटे में 5 करोड़ श्रद्धालु कर सकेंगे स्नान

Ujjain News: सिंहस्थ के लिए नवीन घाटों का भूमि पूजन, सीएम बोले- 24 घंटे में 5 करोड़ श्रद्धालु कर सकेंगे स्नान

आगामी
सिंहस्थ
के
अंतर्गत
उज्जैन
में
बनने
वाले
29
किलोमीटर
के
लंबे
घाटों
पर
सिंहस्थ
के
दौरान
24
घंटे
में
लगभग
पांच
करोड़
श्रद्धालु
स्नान
कर
सकेंगे।
आज
हमने
शिप्रा
नदी
पर
बनने
वाले
नवीन
घाटों
का
भूमि
पूजन
किया
है।
शिप्रा
नदी
में
दूषित
पानी
ना
मिले
इसके
लिए
सरकार
द्वारा
गंभीर
नदी
के
डैम
के
नीचे
दूषित
पानी
को
भेजा
जाएगा
तथा
वहां
उसे
फिल्टर
किया
जाएगा।
साथ
ही
सिलारखेड़ी
परियोजना
के
अंतर्गत
बारिश
के
जल
को
सिलारखेड़ी
के
तालाब
में
एकत्रित
किया
जाएगा।
वर्षा
ऋतु
के
पश्चात
उसे
शिप्रा
नदी
में
प्रवाहित
किया
जाएगा।
जिससे
शिप्रा
के
शुद्ध
जल
से
पूरे
वर्ष
भर
श्रद्धालु
स्नान
कर
सकेंगे
यह
हमारी
योजना
है।
यह
बात
मुख्यमंत्री
डॉ.
मोहन
यादव
ने
अंगारेश्वर
महादेव
मंदिर
परिसर
में
आयोजित
कार्यक्रम
में
आगामी
सिंहस्थ
महापर्व
2028
के
अंतर्गत
864
करोड़
रुपये
लागत
के
विकास
कार्यों
का
शिलान्यास
करते
हुए
कही।

इस
दौरान
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
के
द्वारा
779
करोड़
रुपये
की
लागत
से
शिप्रा
नदी
पर
निर्मित
होने
वाले
29
किमी
के
नवीन
घाट
और
शिप्रा
नदी
पर
लगभग
85
करोड़
रुपये
की
लागत
से
निर्मित
होने
वाले
21
बैराजों
का
भूमिपूजन
किया
गया।
मुख्यमंत्री
डॉ.
मोहन
यादव
ने
इस
अवसर
पर
कहा
कि
मध्य
प्रदेश
शासन
द्वारा
निरंतर
विकास
के
कार्य
किया
जा
रहे
हैं।
इंदौर
से
उज्जैन
के
लिए
मेट्रो
ट्रेन
भी
प्रारंभ
की
जाएगी।
साथ
ही
एलिवेटेड
सड़कें
भी
बनाई
जाएंगी।
मध्य
प्रदेश
शासन
उचित
प्रबंधन
के
साथ
विकास
के
कार्य
कर
रही
है।
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
आने
वाला
सिंहस्थ
सबसे
अच्छा
कुंभ
का
मेला
होगा।
उन्होंने
कहा
कि
अंगारेश्वर
महादेव
मंदिर
में
आज
का
यह
कार्यक्रम
आयोजित
किया
जा
रहा
है।
यहां
पर
मंगल
ग्रह
की
उत्पत्ति
हुई
थी।
मंगल
दोष
की
शांति
के
लिए
यहां
पर
दूर-दूर
से
लोग
पूजन
अर्चन
के
लिए
आते
हैं।
घाटों
के
नवनिर्माण
के
पश्चात
शिप्रा
नदी
की
कीर्ति
और
दूर-दूर
तक
पहुंचेगी।

कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
कार्यक्रम
स्थल
पर
पहुंचकर
सर्वप्रथम
अंगारेश्वर
महादेव
के
दर्शन
किए
और
पूजन
अर्चन
किया।
कार्यक्रम
में
भरतनाट्यम,
कथक
और
डमरू
नाद
की
आकर्षक
प्रस्तुति
दी
गई।
मुख्यमंत्री
डॉ
यादव
ने
भूमि
पूजन
के
पश्चात
माता
शिप्रा
का
पूजन
भी
किया।
इस
दौरान
स्वस्तिवाचन
और
शंखनाद
किया
गया।
कार्यक्रम
में
शिप्रा
नदी
पर
आधारित
आकर्षक
नृत्य
की
प्रस्तुति
भी
दी
गई।
अतिथियों
द्वारा
मां
सरस्वती
और
देवी
अहिल्याबाई
के
चित्र
के
समक्ष
दीप
प्रज्जवलित
कर
कार्यक्रम
का
विधिवत
शुभारंभ
किया
गया।
इसके
पश्चात
मुख्यमंत्री
डॉ
मोहन
यादव
के
द्वारा
कन्या
पूजन
किया
गया।
मुख्यमंत्री
डॉ
यादव
ने
सभी
संतों
का
शाल
और
श्रीफल
भेंट
कर
सम्मान
किया।
कार्यक्रम
में
देवी
अहिल्याबाई
पर
केंद्रित
शॉर्ट
फिल्म
और
29
किलोमीटर
के
घाट
निर्माण
कार्य
पर
आधारित
शॉर्ट
फिल्म
का
प्रदर्शन
किया
गया।
कार्यक्रम
के
समापन
पर
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
को
स्मृति
चिह्न
भेंट
किया
गया। 

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यादव
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की
नगरी
से
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की
नगरी
तक
जाएगी
मेट्रो
ट्रेन


रेलवे
लाइन
को
भी
फोरलेन
करने
की
स्वीकृति
प्राप्त
हो
चुकी
है:
सांसद

सांसद
अनिल
फिरोजिया
ने
इस
अवसर
पर
कहा
कि
पहले
उज्जैन
नगरी
में
सिंहस्थ
के
दौरान
ही
निर्माण
कार्य
किए
जाते
थे,
तथा
शहर
का
विकास
होता
था।
लेकिन
जब
से
डॉ.
मोहन
यादव
प्रदेश
के
मुख्यमंत्री
बने
हैं
तब
से
निरंतर
उज्जैन
शहर
को
सौगातें
मिल
रही
हैं।
इसमें
केंद्र
शासन
के
द्वारा
भी
पूरा
सहयोग
किया
जा
रहा
है।
सांसद
फिरोजिया
ने
कहा
कि
1,018
करोड़
रुपये
की
लागत
से
रतलाम
नागदा
रेलवे
लाइन
को
भी
फोरलेन
करने
की
स्वीकृति
प्राप्त
हो
चुकी
है।
जिससे
आगामी
सिंहस्थ
महापर्व
में
अधिक
संख्या
में
ट्रेनों
का
संचालन
किया
जा
सकेगा
तथा
अधिक
से
अधिक
श्रद्धालु
उज्जैन
की
सुगम
यात्रा
कर
सकेंगे।

कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री


 संतो
ने
दिया
मुख्यमंत्री
को
आशीर्वाद

अखिल
भारतीय
अखाड़ा
परिषद
के
महामंत्री
महंत
श्री
हरी
गिरी
महाराज
ने
इस
अवसर
पर
कहा
कि
हमारी
सनातन
संस्कृति
का
महान
इतिहास
अपने
आप
को
फिर
से
दोहरा
रहा
है।
हमारी
संस्कृति
अत्यंत
समृद्ध
थी।
हम
पुन:
इस
ओर
अग्रसर
हो
रहे
हैं।
मुख्यमंत्री
डॉ
मोहन
यादव
के
विशेष
प्रयासों
से
शिप्रा
नदी
और
उसके
आसपास
के
घाटों
का
कायाकल्प
होगा।
यह
हम
सबके
लिए
अत्यंत
हर्ष
का
विषय
है।
घाटों
के
क्षेत्रफल
को
बढ़ाए
जाने
का
सुझाव
अखाड़ा
परिषद
द्वारा
पहले
भी
दिया
गया
था,
ताकि
श्रद्धालुओं
को
स्नान
में
किसी
भी
तरह
की
सुविधा

हो।
मध्य
प्रदेश
शासन
द्वारा
इसे
मूर्त
रूप
दिया
जा
रहा
है।
इसके
अंतर्गत
आज
29
किलोमीटर
के
नए
घाट
निर्माण
का
भूमि
पूजन
किया
गया
है।
महंत
श्री
हरी
गिरी
महाराज
ने
अपनी
ओर
से
मुख्यमंत्री
को
आशीर्वाद
दिया।