Shahdol News : युवक को डिजिटल अरेस्ट में रखकर शातिर ठग ने बनाया दबाव, सूझबूझ से तिकड़म लगाकर खुद को छुड़ाया

जिले
के
खैरहा
थाना
के
खन्नाथ
गांव
में
रहने
वाले
केशवप्रसाद
पटेल
(39)
पिता
रामदुलारे
पटेल
के
पास
कल
सुबह
11
बजे
एक
फोन
आया,
जिसमें
फोन
करने
वाला
खुद
को
क्राइम
ब्रांच
का
अफसर
बताते
हुए
धमकाने
लगा।
उसने
युवक
पर
मोबाइल
से
अश्लील
वीडियो
देखने
और
उसे
फैलाने
के
आरोप
लगाए।
चूंकि
युवक
ने
कभी
ऐसे
वीडियो
देखे
ही
नहीं
थे,
इस
कारण
वह
समझ
गया
था
कि
उसके
साथ
कोई
फ्रॉड
हो
रहा
है
और
उसे
डिजिटल
अरेस्ट
कर
लिया
गया
है।
अमर
उजाला
ने
पीड़ित
युवक
से
बात
करके
उस
30
मिनट
45
सेकंड
के
मंजर
को
समझा,
जिसमें
युवक
ने
सूझबूझ
तरीके
से
ठगों
को
चकमा
देकर
डिजिटल
अरेस्ट
से
मुक्त
होने
का
रास्ता
पाया।
पढ़िए
रिपोर्ट…


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मामले
में
जानकारी
देते
हुए
केशवप्रसाद
पटेल
बताते
हैं
कि
कल
सुबह
ठीक
11
बजे
मेरे
फोन
पर
नंबर
+91
7294196969
से
फोन
आया
तो
मैं
उस
समय
नहा
रहा
था।
मेरी
पत्नी
देवकी
पटेल
(32)
ने
फोन
उठाया
तो
उधर
से
ठग
ने
कहा
कि
हम
क्राइम
ब्रांच
दिल्ली
से
बोल
रहे
हैं।
तुम्हारे
पति
के
नाम
से
यहां
एफआईआर
हुई
है,
उसने
मोबाइल
से
गंदगी
फैलाई
है।
उसे
उठाने
पुलिस
घर

रही
है।
घबराई
पत्नी
ने
पति
को
पूरी
बात
बताई,
इसके
बाद
केशव
फोन
पर
ठग
से
बात
करने
लगा।


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फोन
सर्विलांस
में
है,
काटना
नहीं
है

केशव
बाथरूम
में
था,
वह
जैसे
ही
फोन
पर
आया,
सामने
से
ठग
ने
खुद
को
क्राइम
ब्रांच
का
अफसर
बताया
और
धमकाने
लगा।
उसने
आरोप
लगाया
कि
तुम
मोबाइल
में
अश्लील
वीडियो
देखते
हो
और
सब
जगह
फैला
रहे
हो।
तुम्हारा
फोटो
और
डेटा
यहां
आया
है,
10
मिनट
में
पुलिस
तुम्हारे
घर
तुम्हें
गिरफ्तार
करने

रही
है।
तुम्हारा
फोन
सर्विलांस
में
है,
इसलिए
तुम
फोन
नहीं
काटोगे,
फोन
चालू
रखना।


DM
और
CM
का
आदेश
है,
कार्रवाई
होगी

ठग
ने
केशव
से
यह
भी
कहा
कि
तुम्हें
डिजिटल
अरेस्ट
कर
लिया
गया
है।
मुख्यमंत्री
समेत
DM
और
SP
का
तुम्हारे
खिलाफ
कार्रवाई
करने
का
आदेश
है।
तुम्हारी
फाइल
यहां
हमारे
पास
फोटो
समेत
रखी
है।
तुम्हारे
फोन
का
पूरा
डेटा
हमने
निकाल
लिया
है
और
अब
यह
यहां
से
ही
डिलीट
होगा।


7700
डाटा
रिकवरी
फाइन
चार्ज
लगेगा

ठग
ने
केशव
से
कहा
कि
पुलिस
तुम्हारे
घर
नहीं
आए
इसलिए
फाइन
चार्ज
जमा
कराना
होगा
तभी
तुम्हारे
फोन
का
डाटा
यहां
से
डिलीट
होगा।
यदि
तुम्हारी
आईडी
कोई
और
चला
रहा
है
तो
उसे
डिलीट
करके
लॉक
कर
दिया
जाएगा।
11
लाख
जुर्माना
है।
इस
कार्रवाई
से
बचना
है
तो
7700
रुपए
की
रसीद
कटवा
लो।
200
चालान
में
कट
जाएगा
और
7500
रुपये
तुम्हारे
खाते
में
वापस

जाएंगे।


फोन
पे
से
पेमेंट
करो

डिजिटल
अरेस्ट
करने
के
दौरान
ठग
बार-बार
यह
कह
रहे
थे
कि
पुलिस
बस
तुम्हारे
घर

रही
है,
2
किलोमीटर
दूर
है।
इसके
साथ
ही
पीछे
से
सायरन
भी
बज
रहा
था।
लाइन
में
बने
रहने
के
साथ
ही
ठग
ने
कहा
फोन
पे
ऑन
करो,
मैं
तुमको
अपने
अधिकारी
का
नंबर
देता
हूं
उसमें
पैसा
डालकर
तत्काल
रसीद
कटवा
लो।
अपना
फोन
किसी
को
नहीं
देना,
जल्दी
पेमेंट
करो।


युवक
ने
दिखाई
सूझबूझ

8
मिनट
तक
ठग
का
टॉर्चर
सुनने
के
बाद
युवक
केशव
समझ
चुका
था
उसे
डिजिटल
अरेस्ट
किया
गया
है।
ठग
द्वारा
बार-बार
पेमेंट
के
लिए
दबाव
बनाने
पर
केशव
ने
सूझबूझ
दिखाते
हुए
कहा
कि
मेरे
फोन
में
बैलेंस
नहीं
है
और
इंटरनेट
भी
नहीं
चल
रहा
है
और
मेरे
खाते
में
7700
रुपये
भी
नहीं
हैं,
इस
कारण
मैं
पेमेंट
नहीं
कर
पाऊंगा।
जब
ठग
को
इस
बात
का
भरोसा
हो
गया
कि
केशव
के
पास
मोबाइल
में
बैलेंस
नहीं
है
वह
तत्काल
पैसा
नहीं
भेज
पाएगा
तब
उसने
केशव
को
बैंक
और
दुकान
जाने
की
मोहलत
दी।
इस
दौरान
उसने
फोन
नहीं
काटने
की
बात
कही।
इस
दौरान
ठग
ने
केशव
को
दूसरा
नंबर
देते
हुए
9936344023
नंबर
लिखाया
और
कहा
कि
इस
पर
पेमेंट
कर
दे। 

इसके
बाद
केशव
ने
फोन
म्यूट
किया
और
घर
से
निकलकर
लगभग
3
किलोमीटर
दूर
सीधे
अपने
क्षेत्र
की
जनपद
सदस्य
शिल्पी
पांडेय
के
पास
पहुंचा
और
फोन
चालू
रहते
ही
उसने
आपबीती
बताई।
इसके
बाद
जनपद
सदस्य
शिल्पी
पांडेय
ने
केशव
का
फोन
लिया
और
ठग
से
बात
करके
उसे
फटकार
लगाई।
इसके
बाद
ठग
ने
फोन
काट
दिया
और
युवक
डिजिटल
अरेस्ट
से
मुक्त
हो
गया।