मऊगंज
जिले
की
जनपद
पंचायत
नईगढ़ी
अंतर्गत
ग्राम
पंचायत
मौरिया
के
नकटा
गांव
में
करोड़ों
की
योजनाओं
के
नाम
पर
हो
रहे
भ्रष्टाचार
का
एक
शर्मनाक
उदाहरण
सामने
आया
है।
यहां
श्यामचरण
के
घर
से
हीराचंद
गुप्ता
के
घर
तक
बनाई
जा
रही
पीसीसी
सड़क
का
निर्माण
कार्य
भ्रष्टाचार
की
भेंट
चढ़
चुका
है।
लगभग
24
लाख
95
हजार
रुपए
की
लागत
से
बन
रही
इस
सड़क
में
डस्ट,
हैंड
ब्रोकन
गिट्टी
और
एक्सपायरी
सीमेंट
का
इस्तेमाल
कर
गुणवत्ता
से
खिलवाड़
किया
जा
रहा
है।
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गुहार
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सबसे
बड़ी
बात
यह
है
कि
इस
निर्माण
कार्य
का
ठेका
किसी
बाहरी
एजेंसी
को
नहीं
बल्कि
सीधे
ग्राम
पंचायत
के
सरपंच
के
माध्यम
से
कराया
जा
रहा
है,
जो
स्वयं
ठेकेदार
बनकर
मनमानी
पर
उतारू
है।
निर्माणाधीन
सड़क
जगह-जगह
से
टूटने
लगी
है,
दरारें
साफ
दिखाई
दे
रही
हैं।
यह
सड़क
राज्य
वित्त
आयोग
और
मूलभूत
योजना
के
तहत
बनाई
जा
रही
है,
लेकिन
उसका
स्तर
ग्रामीणों
की
उम्मीदों
पर
पानी
फेर
रहा
है।
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पर
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धराई
महिला
तस्कर
शिकायतकर्ता
नरेंद्र
सिंह
सहित
अन्य
ग्रामीणों
ने
इस
मामले
की
शिकायत
जनपद
और
कलेक्टर
कार्यालय
तक
की
है।
प्रशासन
द्वारा
जांच
टीम
गठित
की
गई,
जिसमें
सब
इंजीनियर
विजय
मिश्रा
ने
भी
खामियों
को
स्वीकार
करते
हुए
प्रतिवेदन
प्रस्तुत
किया।
इसके
बावजूद
अब
तक
कोई
ठोस
कार्रवाई
नहीं
हुई।
ग्रामीणों
के
विरोध
पर
सरपंच
ने
खुलेआम
धमकी
देते
हुए
कहा
–
“हम
गांव
के
प्रधान
हैं,
जो
सही
लगेगा
वही
करेंगे।”
सरपंच
से
बात
करने
की
कोशिश
भी
की
गई,
पर
बात
नहीं
हो
सकी।