
ऑटो
चालक
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
मध्यप्रदेश
के
राजगढ़
जिले
में
ऑटो
चलाकर
अपने
परिवार
का
पालन-पोषण
करने
वाले
अकील
कुरेशी
इन
दिनों
चर्चाओं
में
हैं।
वो
क्यों
और
किसलिए
ये
हम
बताते
हैं।
दरअसल,
राजगढ़
जिला
मुख्यालय
में
स्थित
जिला
अस्पताल
में
इन
दिनों
भर्ती
मरीज
व उनके
परिजन
पानी
के
लिए
खासे
परेशान
हैं,
जिनकी
कोई
सुनने
वाला
नहीं
है।
लेकिन
राजगढ़
जिला
अस्पताल
से
मरीजों
को
घर
और
घर
से
अस्पताल
तक
पहुंचाने
वाले
अकील
ने
अपने
स्तर
से मामले
की
शिकायत
सीएम
हेल्पलाइन
में
दर्ज
कराई
है।
लेकिन
अब
उनसे
फोन
करके
शिकायत
वापस
लेने
के
लिए
कहा
जा
रहा
है।
लेकिन
वो
इसके
लिए
तैयार
नहीं
हैं,
जब
तक
की
समस्या
का
निराकरण
न
हो
जाए।
आपको
बता
दें,
मध्यप्रदेश
का
राजगढ़
जिला
अस्पताल
अपनी
अव्यवस्था
के
कारण
सिर्फ
जिले
में
ही
नहीं
बल्कि
प्रदेश
तक
चर्चा
में
है,
जिसकी
व्यवस्था
सुधारने
के
लिए
पूर्व
विधायक
बापू
सिंह
तंवर
पूर्व
में
अस्पताल
के
कई
दौरे
और
धरना
तक
दे
चुके
हैं,
लेकिन
अव्यवस्था
है
की
सुधरने
का
नाम
ही
नहीं
लेती।
जिला
अस्पताल
में
ठेका
पद्धति
पर
साफ-सफाई
सहित
पानी
की
व्यवस्था
की
जिम्मेदारियां
सौंपी
गई
हैं।
लेकिन
जिला
अस्पताल
में
न
तो
समय
पर
साफ-सफाई
रहती
है
और
न
ही
गर्मी
के
इन
दिनों
में
पानी
की
कोई
व्यवस्था
है,
जिसका
एक
ताजा
उदाहरण
हाल
ही
में
देखने
को
मिला
है,
जहां
मरीज
और
उनके
परिजनों
को
अस्पताल
में
पानी
के
लिए
परेशान
होना
पड़
रहा
है,
जिनकी
सुध
लेने
वाला
कोई
नहीं
है।
लेकिन
राजगढ़
का
यह
ऑटो
चालक
अकील
कुरेशी
अपने
व्यापार
के
साथ-साथ
क्षेत्र
के
स्थानीय
जनप्रतिनिधियों
को
भी
पीछे
छोड़
गया
और
जनहित
में
भर्ती
मरीज
व उनके
परिजनों
के
लिए
उक्त
मामले
की
सीएम
हेल्पलाइन
में
शिकायत
दर्ज
कराई
है,
जिसे
लगभग
15
दिन
बीत
चुके
हैं।
लेकिन
जिला
अस्पताल
में
मरीजों
के
लिए
पानी
की
व्यवस्था
नहीं
की
गई,
मरीज
अपने-अपने
स्तर
से
पानी
की
व्यवस्था
कर
रहे
हैं।
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विज्ञापन
अकील
कुरेशी
कहते
हैं
कि
जिला
अस्पताल
में
मरीजों
के
लिए
पानी
रहता
ही
नहीं
है।
हम
कुछ
देर
के
लिए
यहां
आते
हैं,
लेकिन
जनहित
में
हमने
उक्त
मामले
की
शिकायत
सीएम
हेल्प
लाइन
में
दर्ज
कराई
है।
लेकिन
15
दिन
बीत
जाने
के
बाद
भी
उस
पर
कोई
कार्रवाई
नहीं
की
गई,
बल्कि
कहा
जा
रहा
है
कि आप
अपनी
शिकायत
वापस
ले
लीजिए।
हम
शिकायत
कैसे
वापस
ले
लें,
पानी
की
व्यवस्था
ही
नहीं
है।
अकील
कुरेशी
का
राजगढ़
जिला
अस्पताल
में
भर्ती
मरीजों
के
लिए
मदद
का
यह
जज्बा
किसी
जनप्रतिनिधि
से
भी
कम
नहीं
है,
जिसे
वे
बखूबी
निभा
रहे
हैं।