
विदिशा
लोकसभा
सीट
के
परिणाम
पर
सबकी
नजरें
टिकी
हैं।
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
मध्यप्रदेश
में
पूर्व
मुख्यमंत्री
शिवराज
सिंह
के
दम
पर
सत्ता
में
तीसरी
मर्तबा
वापसी
करने
वाली
भाजपा
सरकार
के
वरिष्ठ
नेतृत्व
ने
शिवराज
सिंह
चौहान
को
धीरे
से
किनारे
कर
दिया
था।
ऐसे
में
लाड़ली
बहनाओं
के
बीच
बहतर
छवि
बनाने
वाले
शिवराज
सिंह
चौहान
को
मुख्यमंत्री
न
बनाए
जाने
पर
प्रदेश
के
अलग-अलग
जिले
में
लाड़ली
बहनाएं
भावुक
अंदाज
में
अपना
विरोध
प्रकट
कर
रही
थीं।
लेकिन
लोकसभा
चुनाव
में
शिवराज
को
विदिशा
से
उम्मीदवार
बनने
के
बाद
एक
बार
फिर
से
शिवराज
राजनीति
में
सक्रिय
दिखाई
देने
लगे।
इस
बार
लोकसभा
चुनाव
में
विदिशा-रायसेन
सीट
से
भाजपा
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
शिवराज
सिंह
चौहान
और
कांग्रेस
से
पूर्व
सांसद
प्रतापभानु
शर्मा
के
बीच
मुकाबला
है।
इस
मुकाबले
में
कांग्रेस
ने
ब्राह्मण
वोटरों
को
साधने
के
लिए
विदिशा
से
प्रतापभानु
शर्मा
को
मैदान
में
उतारा
है
तो
भाजपा
ने
विधानसभा
चुनाव
के
बाद
दरकिनार
किए
शिवराज
पर
दांव
खेला
है।
क्यों
खास
है
विदिशा
की
लोकसभा
सीट
मध्यप्रदेश
की
29
सीटों
में
से
विदिशा
को
इसलिए
खास
माना
जाता
है
कि
यहां
से
पूर्व
प्रधानमंत्री
अटल
बिहारी
वाजपेयी,
सुषमा
स्वराज
सहित
गोयनका
जैसे
दिग्गज
नेता
विदिशा
लोकसभा
से
उम्मीदवार
रह
चुके
हैं।
विदिशा
लोकसभा
क्षेत्र
को
भाजपा
का
गढ़
माना
जाता
है।
यहां
से
कांग्रेस
इतिहास
में
केवल
दो
बार
जीत
पाई
है।
1980
में
प्रतापभानु
शर्मा
पहली
बार
यहां
से
सांसद
चुने
गए,
इसके
बाद
1984
में
प्रतापभानु
शर्मा
दूसरी
बार
यहां
से
सांसद
चुने
गए
थे।
विदिशा
लोकसभा
क्षेत्र
हिंदू
महासभा,
जनसंघ
से
लेकर
भाजपा
तक
हमेशा
इस
लोकसभा
सीट
पर
कब्जा
रहा
है।
सबसे
ज्यादा
यहां
से
पांच
बार
शिवराज
सिंह
चौहान
सांसद
रहे
हैं
और
एक
बार
फिर
2024
के
चुनाव
में
भारतीय
जनता
पार्टी
ने
उन्हें
लोकसभा
चुनाव
के
लिए
प्रत्याशी
बनाया
है।
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विदिशा
लोकसभा
निर्वाचन
क्षेत्र
मध्यप्रदेश
राज्य
के
29
लोकसभा
निर्वाचन
क्षेत्रों
में
से
एक
है,
यह
निर्वाचन
क्षेत्र
1967
में
अस्तित्व
में
आया
था
इस
निर्वाचन
क्षेत्र
में
रायसेन,
विदिशा,
सीहोर
और
देवास
जिलों
के
कुछ
हिस्सों
को
शामिल
किया
गया
है।
विदिशा
शहर,
जिसे
मूल
रूप
से
बेसनगर
कहा
जाता
था
और
बाद
में
(भेलसा)
कहा
जाने
लगा,
फिर
इसका
नाम
1956
में
विदिशा
रखा
गया,
जिसका
उल्लेख
संस्कृत
महाकाव्य
महाभारत
और
रामायण
में
किया
गया
है।
मध्यप्रदेश
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
रहे
शिवराज
सिंह
चौहान
को
भाजपा
ने
विदिशा
लोकसभा
सीट
से
उम्मीदवार
बनाया
है।
शिवराज
सिंह
चौहान
को
जमीन
से
जुड़ा
हुआ
नेता
माना
जाता
है।
अगर
हम
राजनीति
में
अनुभव
की
बात
करें
तो
शिवराज
सिंह
का
अनुभव
सबसे
जुदा
रहा
है।
कयास
लगाए
जा
रहे
हैं
कि
लोकसभा
चुनाव
में
अगर
बीजेपी
की
सरकार
बनती
है
तो
शिवराज
सिंह
चौहान
को
बड़ी
जिम्मेदारी
सौंपी
जाएगी,
मध्यप्रदेश
में
महिलाएं
शिवराज
को
भैया
और
युवा
‘मामा’
कहकर
बुलाते
हैं।
अब
तक
चुने
गए
सांसद