
शामली
में
पंचायत
में
चुनाव
पर
चर्चा।
–
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:
अमर
उजाला
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बड़ों
की
चूल
हिलती
है
यहां
जब
मूंछें
लड़ती
हैं
सियासी
दिग्गजों
की
भी
यहां
सांसें
उखड़ती
हैं
चुनावी
दौर
में
हुक्के
की
गहरी
गुड़गुड़ाहट
पर
यहां
सरकारें
चौपालों
पे
ही
बनती-बिगड़ती
हैं।
–
दिनेश
रघुवंशी
बढ़ती
गर्मी
के
बीच
हुक्के
की
गुड़गुड़ाहट
से
सियासी
पारा
भी
चढ़ता
जा
रहा
है।
चुनावी
शोर
के
साथ
गांवों
में
घेर
और
चौपालों
पर
चर्चाओं
का
जोर
भी
बढ़ने
लगा
है।
दरअसल,
पश्चिमी
उत्तर
प्रदेश
में
हुक्के
की
गुड़गुड़ाहट
के
बीच
होने
वाली
पंचायतों
के
फैसलों
से
देश
की
राजनीति
प्रभावित
होती
रही
है।
इस
वक्त
लोकसभा
चुनाव
पूरे
शबाब
पर
है।
गांवों
में
बैठकों
और
पंचायतों
का
दौर
चल
रहा
है।
इसके
चलते
हुक्का
और
तंबाकू
खरीदने
वालों
की
संख्या
में
करीब
20
प्रतिशत
तक
की
बढ़ोतरी
हुई
है।
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