Kalindi Express: रेलवे ट्रैक के घुमाव और झाड़ियों की वजह से चुना गया था ट्रेन पलटाने का स्थान

Kalindi Express:                                    रेलवे ट्रैक के घुमाव और झाड़ियों की वजह से चुना गया था ट्रेन पलटाने का स्थान
कानपुर-फर्रुखाबाद
रेल
रूट
के
बर्राजपुर
और
उत्तरीपुरा
रेलवे
स्टेशन
के
बीच
मुंडे़री
क्रॉसिंग
के
पास
8
सितंबर
की
रात
कालिंदी
एक्सप्रेस
को
पलटाने
की
साजिश
करने
वालों
ने
शातिरों
सोच
समझकर
घटनास्थल
का
चयन
किया
था।
जांच
अधिकारियों
का
मानना
है
कि
जिस
जगह
साजिशकर्ता
पेट्रोल
और
विस्फोटक
लेकर
झाड़ियों
के
बीच
बैठकर
ट्रेन
के
पलटने
का
इंतजार
कर
रहे
थे,
उसे
चुनने
से
पहले
कम
से
कम
एक
से
दो
बार
रेकी
कर
चिह्नित
किया
गया।

ऐसा
इसलिए
है
क्योंकि
वह
स्थान
झाड़ियों
के
बीच
होने
की
वजह
से
जीटी
रोड
की
तरफ
से
रात
में
दिखना
संभव
नहीं
था।
साजिशकर्ताओं
ने
घटना
के
लिए
कानपुर-फर्रुखाबाद
रेल
रूट
के
31
नंबर
कर्व
को
चुना
जबकि
कुछ
ही
दूरी
पर
43
सी
मुड़ेरी
रेलवे
क्रॉसिंग
है।
हालांकि
घुमाव
की
वजह
से
जिस
जगह
पर
साजिशकर्ताओं
के
छुपने
का
ठिकाना
रेलवे
कर्मी
को
नजर
नहीं

सकता
था।

वहीं,
कंठी
नेवादा
रेलवे
क्रॉसिंग
उस
जगह
से
करीब
एक
किलोमीटर
की
दूरी
पर
है।
जांच
अधिकारियों
के
अनुसार
साजिशकर्ताओं
ने
जिस
जगह
गैस
सिलेंडर
रखा,
उसके
दक्षिण
में
करीब
8
फीट
गहरी
खाई
हैं,
जबकि
दूसरी
ओर
उत्तर
दिशा
में
ऊंची
झाड़ियां
हैं।
इन
झाड़ियों
ने
उन्हें
जीटी
रोड
और
यहां
तक
कि
ट्रेन
के
सिलिंडर
से
टकराने
और
रुकने
के
बाद
उतरे
रेल
कर्मियों
की
नजरों
से
भी
बचने
में
मदद
की।
जाहिर
है,
गेटमैन
और
आम
लोगों
की
नजरों
से
बचकर
साजिशकर्ता
ट्रेन
के
पलटने
के
बाद
पेट्रोल
और
विस्फोटक
का
दुरुपयोग
करने
की
तैयारी
में
थे।
हालांकि
सिलिंडर
से
टकराने
के
बाद
भी
ट्रेन
का

पलटने
ने
उनके
मंसूबों
पर
पानी
फेर
दिया।

पांचवें
दिन
भी
खाक
छानते
रहे
जांच
अधिकारी

रेल
हादसे
की
जांच
कर
रही
एनआईए,
एटीएस,
आरपीएफ

स्थानीय
पुलिस
की
टीमें
पांचवें
दिन
भी
मौके
पर
डटी
रहीं।
तेज
बारिश
के
बावजूद
टीमें
घटनास्थल
के
आसपास
के
क्षेत्र
में
जांच
कर
साजिशकर्ताओं
के
संबंध
में
किसी
तरह
का
सुराग
हासिल
करने
की
कोशिश
करती
रहीं।
सूत्रों
के
अनुसार
मुड़ेरी
गांव
के
टेंट
हाउस
संचालक
पर
भी
पुलिस
की
नजर
बनी
हुई
है।
साथ
ही
गांव
के
ऐसे
लोगों
की
भी
तलाश
की
जा
रही
है
जो
8
सितंबर
की
रात
से
गांव
से
गायब
हैं।