Religious Tourism: मक्का और वेटिकन सिटी से आगे निकली रामनगरी, प्राण प्रतिष्ठा के बाद लगा श्रद्धालुओं का तांता

Religious Tourism:                                    मक्का और वेटिकन सिटी से आगे निकली रामनगरी, प्राण प्रतिष्ठा के बाद लगा श्रद्धालुओं का तांता

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रामनगरी
धार्मिक
पर्यटन
का
हब
बनने
की
ओर
अग्रसर
है।
अयोध्या
मक्का

वेटिकन
सिटी
से
भी
आगे
निकल
चुकी
है।
आंकड़े
इसकी
गवाही
दे
रहे
हैं।
रामलला
की
प्राण
प्रतिष्ठा
के
बाद
तीन
अप्रैल
तक
अयोध्या
में
1.70
करोड़
श्रद्धालु
पहुंच
चुके
हैं।
दुनिया
में
इतनी
बड़ी
संख्या
में
लोग
किसी
भी
धर्मस्थल
पर
नहीं
पहुंच
रहे।

ईसाइयों
के
सबसे
बड़े
धार्मिक
स्थल
वेटिकन
सिटी
में
साल
भर
में
करीब
90
लाख
लोग
आते
हैं।
मुस्लिमों
के
पवित्र
स्थल
मक्का
में
पिछले
साल
1.35
करोड़
लोग
पहुंचे।
अयोध्या
की
अर्थव्यवस्था
पर
शोध
कर
रहे
अर्थशास्त्री
प्रो़
विनोद
श्रीवास्तव
बताते
हैं
कि
2019
में
अयोध्या
में
रोजाना
पांच
हजार
लोग
आते
थे।
अब
दो
लाख
लाेग

रहे
हैं।
रामलला
की
प्राण
प्रतिष्ठा
के
बाद
से
अयोध्या
की
अर्थव्यवस्था
को
पंख
लगे
हैं।

अयोध्या
में
मंदिर
निर्माण
के
साथ
यहां
जमीन
का
रेट
10
गुना
बढ़
गया
है।
करीब
700
लोगों
ने
अपने
घरों
को
होम
स्टे
में
बदल
दिया
है।
पिछले
दो
साल
में
करीब
100
होटल
बनकर
तैयार
हुए।
50
से
ज्यादा
होटल
निर्माणाधीन
हैं।
प्रो़
विनोद
श्रीवास्तव
के
अनुसार
अयोध्या
में
उद्योग
एवं
सेवा
के
क्षेत्र
में
चार
फीसदी
की
बढ़ोतरी
हुई
है। 


रामनवमी
पर
50
लाख
श्रद्धालुओं
के
आने
की
संभावना

22
जनवरी
के
बाद
से
तीन
अप्रैल
तक
रामलला
के
दरबार
में
1.70
करोड़
भक्त
पहुंच
चुके
हैं।
रामनवमी
मेले
में
50
लाख
श्रद्धालुओं
के
अयोध्या
पहुंचने
की
संभावना
है।

-डॉ.
अनिल
मिश्र,
सदस्य
श्रीरामजन्मभूमि
तीर्थ
क्षेत्र
ट्रस्ट


हर
साल
बढ़
रहे
श्रद्धालु 

  • 2017     1,78,57,858
  • 2018    1,95,63,159
  • 2019     2,04,91,724 
  • 2020    61,96,148
  • 2021    1,57,43,790
  • 2022    2,21,38,805
  • 2023    5,75,15,423