UP
Lok
Sabha
Election
2024
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
करीब
एक
दशक
बाद
भाजपा
कार्यकर्ताओं
फिर
से
विरोधी
तेवर
दिखाने
शुरू
कर
दिए
हैं।
कहीं
टिकट
वितरण
को
लेकर,
तो
कहीं
उपेक्षा
को
लेकर
नाराजगी
है।
अपनों
के
मतभेद
और
मनभेद
सुलझाना
भाजपा
के
लिए
बड़ी
चुनौती
है।
वर्षों
से
पार्टी
के
लिए
जमीन
पर
काम
करने
वाले
कार्यकर्ताओं
में
सरकार
बनाने
को
लेकर
उत्साह
तो
है,
पर
कुछ
बातों
को
लेकर
मलाल
भी
है।
जो
वजहें
सामने
आ
रही
हैं,
उसके
मुताबिक
जब
भी
आगे
बढ़ने
का
मौका
आता
है,
तो
उन्हें
पीछे
धकेल
दिया
जाता
है।
हाल
ही
में
बरेली
और
घोसी
में
हुआ
वाकया
ताजा
उदाहरण
है।
यहां
आपसी
अंतर्कलह
का
खुलासा
तो
खुद
प्रत्याशी
छत्रपाल
गंगवार
ने
ही
सार्वजनिक
रूप
से
कर
दिया।
वहीं,
घोसी
में
भाजपा
स्थानीय
पदाधिकारियों
ने
सहयो
सुभासपा
के
प्रत्याशी
अरविंद
राजभर
खिलाफ
मोर्चा
खोल
दिया।
उन्हें
मनाने
के
लिए
राजभर
को
घुटनों
पर
आकर
माफी
मांगनी
पड़ी।
अंतर्कलह
की
आग
सिर्फ
इन्हीं
दो
सीटों
पर
ही
सुलग
रही
है
ऐसा
भी
नहीं
है।
कई
सीटों
पर
कार्यकर्ताओं
में
नाराजगी
है।
टिकट
कटने
से
खफा
सांसद
और
उनके
समर्थक
उनकी
नाराजगी
को
हवा
दे
रहे
हैं।
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