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बीते
चार
साल
में
पहली
बार
भारत
में
यूनिकॉर्न
कंपनियों
की
संख्या
कम
हुई
है।
हुरुन
ग्लोबल
यूनिकॉर्न
इंडेक्स
2024
के
मुताबिक
2023
में
भारत
में
यूनिकॉर्न
कंपनियों
की
संख्या
घटकर
67
रह
गई
है।
2022
और
2023
में
भारत
में
68
यूनिकॉर्न
कंपनियां
थीं।
2017
के
बाद
पहली
बार
यूनिकॉर्न
की
तादाद
घटी
है।
हालांकि
दूसरे
देशों
में
भारत
से
ज्यादा
यूनिकॉर्न
घटे
हैं।
1
अरब
डॉलर
(8,300
करोड़
रुपए)
या
इससे
ज्यादा
वैल्युएशन
वाले
स्टॉटअप्स
यूनिकॉर्न
कहलाते
हैं।
बायजूस
लिस्ट
से
बाहर
होने
से
आई
यूनिकॉर्न
में
कमी
हुरुन
ने
एडुटेक
कंपनी
बायजूस
को
यूनिकॉर्न
की
लिस्ट
से
बाहर
कर
दिया
है।
एक
साल
पहले
बायजूस
की
वैल्यूएशन
22
अरब
डॉलर
से
अधिक
थी
लेकिन
वर्तमान
में
इसकी
वैल्यूएशन
भारी
गिरावट
के
साथ
1
अरब
डॉलर
से
भी
कम
हो
चुकी
है।
बायजूस
की
वैल्यूएशन
में
आई
बड़ी
गिरावट,
पूरी
दुनिया
में
किसी
भी
स्टार्टअप
में
आई
गिरावट
में
सबसे
ज्यादा
है।
अमेरिका
में
21
और
चीन
में
11
यूनिकॉर्न
कम
हुए
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
इस
साल
अब
तक
दुनियाभर
में
42
स्टार्टअप्स
यूनिकॉर्न
क्लब
से
बाहर
हो
गए।
इसका
मतलब
है
कि
इनकी
बाजार
वैल्यू
8,300
करोड़
रुपए
से
कम
रह
गई।
सबसे
ज्यादा
21
यूनिकॉर्न
अमेरिका
में
कम
हुए।
चीन
में
भी
11
स्टार्टअप्स
यूनिकॉर्न
क्लब
से
बाहर
हो
गए।
अमेरिका
में
सबसे
ज्यादा
यूनिकॉर्न,
भारत
तीसरे
नंबर
पर
इंडेक्स
के
मुताबिक,
सबसे
ज्यादा
703
यूनिकॉर्न
के
साथ
अमेरिका
टॉप
पर
और
240
यूनिकॉर्न
के
साथ
चीन
दूसरे
नंबर
पर
है।
संख्या
के
मामले
में
दुनिया
में
भारत
का
तीसरा
नंबर
बरकरार
है।
इस
इंडेक्स
में
उन
गैर-लिस्टेड
कंपनियों
(यूनिकॉर्न)
को
शामिल
किया
जाता
है,
जिनकी
स्थापना
2,000
के
दशक
में
की
गई
थी।
देश
के
बाहर
भारतीयों
ने
109
यूनिकॉर्न
शुरू
किए
हुरन
इंडिया
के
चीफ
रिसर्चर
अनस
रहमान
जुनैद
का
कहना
है
कि
1,453
यूनिकॉर्न
की
लिस्ट
में
भारतीय
यूनिकॉर्न्स
की
संख्या
में
गिरावट,
इक्विटी
इंडेक्स
पर
मुनाफे
के
बावजूद
स्टार्टअप्स
में
निवेश
की
कमी
के
कारण
है।
इसके
अलावा
देश
के
बाहर
कंपनी
शुरू
करने
की
प्रवृत्ति
ने
भी
भारत
के
लिए
संभावनाओं
को
नुकसान
पहुंचाया
है।
भारत
के
फाउंडर्स
ने
देश
के
बाहर
109
यूनिकॉर्न
शुरू
किए,
जबकि
देश
के
अंदर
उनकी
संख्या
67
थी।
बाइटडांस
दुनिया
का
टॉप
यूनिकॉर्न
ग्लोबल
यूनिकॉर्न
लिस्ट
में
सबसे
टॉप
पर
टिकटॉक
की
पेरेंट
कंपनी
बाइटडांस
है,
जिसकी
वैल्यूएशन
220
अरब
डॉलर
यानी
करीब
16.64
लाख
करोड़
रुपए
है।
उसके
बाद
180
अरब
डॉलर
की
वैल्यूएशन
के
साथ
एलन
मस्क
की
स्पेसएक्स
और
100
अरब
डॉलर
की
वैल्यूएशन
के
साथ
माइक्रोसॉफ्ट
के
निवेश
वाला
स्टार्टअप
ओपनAI
है।
स्विगी
और
ड्रीम
11
टॉप
इंडियन
यूनिकॉर्न
फूड
डिलीवरी
प्लेटफॉर्म
स्विगी
और
फैंटेसी
स्पोर्ट्स
कंपनी
ड्रीम
11
भारत
के
सबसे
ज्यादा
वैल्यूएशन
वाले
स्टार्टअप्स
हैं,
दोनों
का
वैल्यूएशन
8
बिलियन
डॉलर
यानी
करीब
66.57
हजार
करोड़
रुपए
है।
इसके
बाद
रेजरपे
का
नंबर
है,
जिसका
वैल्यूएशन
7.5
बिलियन
डॉलर
यानी
करीब
62.41
हजार
करोड़
रुपए
है।
स्विगी
और
ड्रीम
11
का
दुनिया
में
83वां
नंबर
है।
जबकि
रेजरपे
94वीं
पोजिशन
पर
है।
खबरें
और
भी
हैं…