इंदिरा की हत्या पर प्रणब को महंगे पड़े आंसू: पीएम की रेस में थे, पार्टी से निकाले गए; सोनिया ने भी भरोसा नहीं किया

इंदिरा की हत्या पर प्रणब को महंगे पड़े आंसू: पीएम की रेस में थे, पार्टी से निकाले गए; सोनिया ने भी भरोसा नहीं किया


4
घंटे
पहले
लेखक:
धर्मेन्द्र
चौहान

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31
अक्टूबर
1984
की
दोपहर।
कोलकाता
से
दिल्ली
के
लिए
एक
विशेष
विमान
ने
उड़ान
भरी।
इसमें
राजीव
गांधी
के
अलावा
प्रणब
मुखर्जी,
बलराम
जाखड़,
गनी
खान
चौधरी,
श्यामलाल
यादव,
उमा
शंकर
दीक्षित
और
शीला
दीक्षित
जैसे
कांग्रेस
के
बड़े
नेता
सवार
थे।

उसी
सुबह
दिल्ली
में
पीएम
इंदिरा
गांधी
को
गोली
मारी
गई
थी।
कांग्रेस
नेताओं
ने
इस
बड़े
राजनीतिक
संकट
से
निपटने
के
लिए
विमान
में
ही
चर्चा
शुरू
कर
दी।
सबसे
पहले
बलराम
जाखड़
ने
नेहरू
और
शास्त्री
के
निधन
की
याद
दिलाकर
कार्यकारी
पीएम
की
चर्चा
छेड़ी।

प्रणब
मुखर्जी
ने
कहा-
उस
समय
मंत्रिमंडल
के
वरिष्ठ
रहे