
2
घंटे
पहलेलेखक:
अनुराग
आनंद
-
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1967
की
बात
है…
शिवसेना
पार्टी
शुरू
हुए
अभी
साल
भर
बीता
था।
इसके
टॉप
लीडर
थे
बालासाहेब
ठाकरे।
बलवंत
मंत्री
को
पार्टी
का
दूसरा
बड़ा
नेता
माना
जाने
लगा
था।
शिवसेना
के
तमाम
बड़े
मंचों
पर
बाल
ठाकरे
के
साथ
बलवंत
मंत्री
जरूर
दिखते
थे।
हालांकि,
दोनों
नेताओं
में
कुछ
मतभेद
होने
लगे
थे।
पत्रकार
प्रकाश
अकोलकर
अपनी
किताब
‘जय
महाराष्ट्र’
में
लिखते