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Coronavirus
Vs
Brain
Health;
COVID
19
Negative
Impacts
On
Brain
(IQ
Level)
2
घंटे
पहलेलेखक:
गौरव
तिवारी
-
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बीते
कुछ
वर्षों
का
रिकॉर्ड
देखें
तो
सबसे
बड़ी
तबाही
कोरोना
वायरस
ने
ही
मचाई
है।
उसने
जो
दर्दनाक
मंजर
पैदा
किए,
वो
भुलाए
नहीं
भूलते।
अब
ये
ऐसा
आशिक
साबित
हो
रहा
है,
जो
छोड़कर
तो
चला
गया।
लेकिन
उसके
दिए
जख्म
अभी
तक
नहीं
भर
पा
रहे
हैं।
लंबे
समय
तक
लोग
मानते
रहे
कि
कोविड
ने
लोगों
के
फेफड़ों
को
बहुत
नुकसान
पहुंचाया
है।
अब
नई
स्टडी
बता
रही
है
कि
इसने
लोगों
का
दिमाग
भी
खोखला
कर
दिया
है।
चर्चित
मेडिकल
जर्नल
न्यू
इंग्लैंड
जर्नल
ऑफ
मेडिसिन
में
पब्लिश
हुई
एक
स्टडी
के
मुताबिक
कोरोना
वायरस
के
इंफेक्शन
ने
लोगों
के
कॉग्निटिव
फंक्शन
को
बुरी
तरह
प्रभावित
किया
है।
यहां
तक
कि
इससे
उनकी
मेमोरी
पॉवर
भी
काफी
कमजोर
हो
गई
है।
साथ
ही
इसका
असर
लोगों
के
दिमाग
के
आकार
पर
भी
पड़ा
है,
कई
लोगों
का
दिमाग
तो
सिकुड़
गया।
आज
‘सेहतनामा’
में
जानेंगे
कि
कोरोना
वायरस
ने
लोगों
के
दिमाग
पर
कैसा
असर
डाला
है।
साथ
ही
जानेंगे
कि-
-
क्या
इसने
लोगों
के
दिमाग
को
बूढ़ा
बना
दिया? -
क्या
कोविड
ने
लोगों
का
IQ
कमजोर
कर
दिया? -
क्या
खा-पीकर
हो
सकती
है
रिकवरी? -
किन
चीजों
से
बरतनी
होगी
दूरी?

दिमाग
को
20
साल
तक
बूढ़ा
बना
गया
कोविड
स्टडी
के
मुताबिक
जिन
लोगों
को
कोविड
का
हल्का
असर
हुआ
था
उनका
दिमाग
करीब
7
साल
तक
बूढ़ा
हो
गया।
ये
ऐसे
लोग
थे
जिन्हें
कोविड
का
असर
तो
हुआ,
लेकिन
घर
पर
रहकर
ही
ठीक
हो
गए।
जबकि
जिन
लोगों
को
रिकवरी
के
लिए
अस्पताल
में
भर्ती
करना
पड़ा
या
बहुत
ज्यादा
देखभाल
की
जरूरत
पड़ी।
स्टडी
के
मुताबिक
ऐसे
लोगों
का
दिमाग
20
साल
तक
बूढ़ा
हो
गया
है।
स्टडी
के
मुताबिक
लोगों
के
बूढ़ा
होने
के
पीछे
कोविड
के
इंफ्केशन
के
चलते
दिमाग
में
आई
सूजन
और
सिकुड़न
है।
कोविड
के
चलते
लोगों
के
दिमाग
के
आकार
भी
बदल
गए
हैं,
किसी
के
दिमाग
में
सूजन
आई
तो
किसी
का
दिमाग
सिकुड़
गया।
यह
सबकुछ
समझने
के
लिए
कोविड
के
चलते
मृत
लोगों
के
ब्रेन
की
अटॉप्सी
भी
की
गई।
9
पॉइंट
तक
घट
गया
IQ
स्टडी
के
लेखक
और
फिजिशियन
अली
अल
जायद
के
मुताबिक,
स्टडी
के
लिए
1
लाख
से
अधिक
लोगों
के
ऊपर
अध्ययन
किया
गया।
इसमें
लोगों
के
कॉग्निटिव
फंक्शन,
रीजनिंग
पॉवर,
मेमोरी
और
टास्क
परफॉर्मेंस
को
टेस्ट
किया
गया।
इसमें
सामने
आया
कि
कोविड
ने
लोगों
के
IQ
पर
भी
बुरा
असर
डाला
है।
जिन
लोगों
पर
कोविड
का
हल्का
असर
हुआ
था
उनका
IQ
3
पॉइंट
तक
कम
हो
गया
है।
जो
लोग
इससे
अधिक
प्रभावित
हुए
थे,
उनका
IQ
6
से
9
पॉइंट
तक
घट
गया।
डिमेंशिया
का
भी
खतरा
स्टडी
के
मुताबिक
जिन
लोगों
को
कोविड
के
चलते
अस्पताल
ले
जाने
की
नौबत
आई,
उन्हें
ब्रेन
फॉग
हुआ।
इसके
चलते
उनका
ब्लड-ब्रेन
बैरियर
भी
प्रभावित
हुआ,
जिसे
नर्वस
सिस्टम
का
रक्षा
कवच
माना
जाता
है।
नर्वस
सिस्टम
हमारे
शरीर
का
कमांड
और
कंट्रोल
सेंटर
होता
है।
इन
सभी
कारणों
के
चलते
जिन
लोगों
की
उम्र
60
साल
से
अधिक
थी,
ऐसे
ज्यादातर
लोग
कोविड
के
कारण
डिमेंशिया
का
शिकार
हो
गए।

दिल्ली
के
सीनियर
फिजिशियन
डॉ.
बॉबी
दीवान
कहते
हैं
कि
कोरोना
बड़ी
रहस्यमई
बीमारी
साबित
हुई
है।
जैसे-जैसे
स्टडीज
सामने
आ
रही
हैं,
शरीर
को
इससे
हुए
नुकसान
की
लिस्ट
बढ़ती
जा
रही
है।
दिमागी
नुकसान
को
लेकर
जो
स्टडी
सामने
आई
है,
उसके
पीछे
के
तर्क
भरोसे
लायक
हैं।
मृत
लोगों
के
ब्रेन
की
बायोप्सी
इसे
और
मजबूत
बनाती
है।
हम
मानकर
चल
सकते
हैं
कि
हर
किसी
के
दिमाग
को
किसी
न
किसी
स्तर
पर
नुकसान
पहुंचा
है।
बेहतर
है
कि
इससे
उबरने
के
उपायों
पर
काम
किया
जाए।
हेल्दी
फूड
हैबिट
से
कर
सकते
हैं
नुकसान
की
भरपाई
खानपान
में
सुधार
कर
लिया
जाए
तो
कोरोना
वायरस
के
चलते
हुए
दिमागी
नुकसान
की
काफी
हद
तक
भरपाई
की
जा
सकती
है।
इसके
लिए
जरूरी
है
कि
खाने
में
फाइबर
रिच
फूड
आइटम्स
बढ़ाए
जाएं
और
ओमेगा-3
फैटी
एसिड
से
भरपूर
चीजों
का
सेवन
किया
जाए।
इसे
ग्राफिक
से
समझते
हैं-

डॉ.
बॉबी
दीवान
के
मुताबिक
पौष्टिक
खाने
के
साथ
फिजिकल
और
मेंटल
एक्टिविटीज
भी
बड़ा
असर
डालती
हैं।
हालांकि
इससे
पहले
किसी
सीनियर
डॉक्टर
की
सलाह
जरूर
लें।
क्या
करें
-
प्रतिदिन
नियमित
रूप
से
एक्सरसाइज
करें।
कम
से
कम
रोज
आधे
घंटे
की
फिजिकल
एक्टिविटी
जरूरी
है। -
मेंटल
एक्सरसाइज
के
लिए
सुडोकू
भरें,
चेस
या
पजल्स
खेलें।
पसंद
के
अनुसार
दूसरे
दिमागी
खेल
भी
चुन
सकते
हैं। -
अगर
दिमाग
अस्थिर
रह
रहा
है
तो
इसके
लिए
योगासन
कर
सकते
हैं।
नियमित
रूप
से
ध्यान
का
अभ्यास
कर
सकते
हैं। -
अच्छे
दिमाग
के
लिए
हेल्दी
वेट
होना
बहुत
जरूरी
है।
इस
बात
का
ख्याल
रखें
कि
वजन
अधिक
न
बढ़े। -
अच्छी
मेंटल
हेल्थ
के
लिए
हाइड्रेट
रहना
भी
बहुत
जरूरी
है।
रोज
कम
से
कम
7
से
9
गिलास
पानी
जरूर
पिएं।
क्या
न
करें
शराब,
सिगरेट
जैसे
किसी
भी
तरह
के
नशे
से
दूरी
बनाएं।
जंक
फूड
और
पैकेज्ड
फूड
कम
से
कम
खाएं।
अकेले
न
रहें,
सोशल
एक्टिविटी
से
दूरी
खतरनाक।
बहुत
अधिक
प्रदूषण
वाली
जगह
में
जाने
से
बचें।
खबरें
और
भी
हैं…