नई
दिल्ली:
देश
में
इस
समय
हर
तरफ
चुनावी
माहौल
देखने
को
मिल
रहा
है।
राजनीतिक
दल
जोर-शोर
से
प्रचार
में
जुट
गए
हैं।
इस
बीच
सीमा
सुरक्षा
बल
(BSF)
के
एक
बड़े
अधिकारी
का
अलर्ट
सामने
आया
है।
उन्होंने
कहा
है
कि
जम्मू
और
कश्मीर
में
जैसे-जैसे
बर्फ
पिघलती
है
और
आम
चुनाव
जैसे
बड़े
कार्यक्रमों
का
ऐलान
होता
है,
वैसे-वैसे
नियंत्रण
रेखा
(LoC)
पार
से
घुसपैठ
की
कोशिशें
बढ़
जाती
हैं।
हालांकि,
अफसर
ने
ये
भी
कहा
कि
सुरक्षा
बल
पूरी
तरह
सतर्क
हैं
और
किसी
भी
घुसपैठ
की
कोशिश
को
नाकाम
करने
में
सक्षम
हैं।
सीमा
सुरक्षा
बल
(BSF)
के
कश्मीर
सीमा
के
इंस्पेक्टर
जनरल
(IG)
अशोक
यादव
ने
कहा
कि
‘हमारा
BSF
जम्मू
और
कश्मीर
की
नियंत्रण
रेखा
(LoC)
पर
सेना
के
साथ
तैनात
है।
चुनाव
बहुत
महत्वपूर्ण
समय
होता
है
और
हम
सीमा
पार
से
किसी
भी
घुसपैठ
की
कोशिश
को
नाकाम
करने
के
लिए
तैयार
हैं।
इलाके
में
हमारी
गश्त
तेज
हैं
ताकि
पूरा
नियंत्रण
बना
रहे।’
अशोक
यादव
ने
बताया
कि
सीमा
पार
घुसपैठ
की
कोशिशें
हमेशा
होती
रहती
हैं,
लेकिन
चुनाव
जैसे
बड़े
कार्यक्रमों
के
दौरान
ये
ज्यादा
बढ़
जाती
हैं।
इसलिए
आगामी
लोकसभा
चुनावों
को
देखते
हुए
BSF
और
सेना
पूरी
तरह
चौकस
हैं
और
किसी
भी
घुसपैठ
की
कोशिश
को
नाकाम
करने
के
लिए
तैयार
हैं।
‘बर्फ
पिघलने
से
भी
घुसपैठ
की
कोशिशें
बढ़
जाती
हैं’
सीमा
सुरक्षा
बल
(BSF)
के
IG
ने
बताया
कि
जम्मू
और
कश्मीर
की
सीमा
पर
सिर्फ
बड़े
कार्यक्रमों
के
दौरान
ही
नहीं,
बल्कि
अप्रैल
और
मई
के
महीनों
में
बर्फ
पिघलने
से
भी
घुसपैठ
की
कोशिशें
बढ़
जाती
हैं।
अशोक
यादव
ने
आगे
कहा
कि
‘हमने
उन
इलाकों
पर
पूरी
तरह
नियंत्रण
रखने
की
योजना
बनाई
है.
हमने
कमज़ोर
इलाकों
का
नक्शा
बना
लिया
है
और
सुरक्षा
बल
उसी
के
हिसाब
से
उन
इलाकों
में
गश्त
बढ़ाएंगे।
हमारे
जवान
घुसपैठ
की
किसी
भी
कोशिश
को
नाकाम
करने
में
पूरी
तरह
सक्षम
हैं।’
हालांकि,
जम्मू-कश्मीर
पुलिस
के
साथ
मिलकर
सीमा
सुरक्षा
बल
(BSF)
की
65
कम्पनियां
घाटी
के
अंदरूनी
इलाकों
में
तैनात
हैं
ताकि
सुरक्षा
बनी
रहे।
एलओसी
पर
बीएसएफ
की
गश्त
बढ़ाई
गई
अशोक
यादव
ने
बताया
कि
‘सीमा
सुरक्षा
बल
(BSF)
की
लगभग
65
कंपनियां
कश्मीर
के
उत्तर,
दक्षिण
और
मध्य
इलाकों
में
तैनात
हैं।
ये
जम्मू-कश्मीर
पुलिस
के
साथ
मिलकर
सुरक्षा
व्यवस्था
मजबूत
कर
रही
हैं
और
इलाके
में
गश्त
बढ़ा
रही
हैं।
हम
चुनाव
शांतिपूर्ण
तरीके
से
कराने
के
लिए
हरसंभव
कोशिश
करेंगे।’
भारत
निर्वाचन
आयोग
(ECI)
ने
आगामी
लोकसभा
चुनावों
का
कार्यक्रम
जारी
कर
दिया
है।
मतदान
सात
चरणों
में
होगा,
जो
19
अप्रैल
से
शुरू
होकर
1
जून
को
समाप्त
होगा।
जम्मू-कश्मीर
में
पांचवें
चरण
के
दौरान
20
मई
को
मतदान
होगा।
देशभर
में
वोटों
की
गिनती
4
जून
को
होगी।