रैली
के
दौरान
की
तस्वीर
Rajasthan
News:
जोधपुर
संसदीय
सीट
से
भाजपा
प्रत्याशी
व
केंद्रीय
मंत्री
गजेंद्र
सिंह
शेखावत
ने
शनिवार
को
जोधपुर
लोकसभा
सीट
पर
सबसे
पहला
नामांकन
दाखिल
किया.
वैसे
तो
उन्हें
मुख्यमंत्री
की
मौजूदगी
में
नामांकन
दाखिल
करना
था.
लेकिन
मुख्यमंत्री
के
आने
में
देरी
और
नामांकन
सभा
के
मद्देनजर
शेखावत
ने
एक
विधायक
और
एक
मंत्री
के
साथ
निर्वाचन
अधिकारी
के
समक्ष
पेश
होकर
नामांकन
दिया.
इसके
बाद
मुख्यमंत्री
के
जोधपुर
आने
पर
पहले
सभा
हुई,
फिर
रैली
के
रूप
में
कलेक्टर
कार्यालय
पहुंचे.
तब
तक
नामांकन
प्रक्रिया
बंद
होने
का
समय
हो
रहा
था.
ऐसे
में
वे
मुख्यमंत्री
के
साथ
तेज
कदमों
से
ठीक
3
बजे
से
पहले
निर्वाचन
अधिकारी
के
कक्ष
में
प्रवेश
कर
मुख्यमंत्री
की
मौजूदगी
में
नामांकन
का
दूसरा
सेट
जमा
करवाया.
इस
दौरान
समर्थकों
और
कार्यकर्ताओं
की
भीड़
भी
निर्वाचन
अधिकारी
के
कक्ष
में
आ
गई
थी.
जब
मुख्यमंत्री
ने
इन
लोगों
को
आंख
दिखाई
तो
तय
पांच
लोगों
के
अलावा
शेष
कमरे
से
बाहर
निकल
गए.
नामांकन
में
बताया
पत्नी
का
आय
नामांकन
के
साथ
पेश
किए
गए
शपथ
पत्र
में
गजेंद्र
सिंह
शेखावत
ने
शपथ
पत्र
में
बताया
है
कि
उनकी
आय
का
स्त्रोत
सांसद
वेतन
है,
वहीं
पत्नी
नौनंद
कंवर
की
किराये
से
आय
होती
है.
नकद
के
रूप
में
खुद
के
पास
4.13
लाख
है
तो
पत्नी
के
पास
3.79
लाख
रुपए.
पिछले
चुनाव
के
समय
आखिरी
आईटी
रिटर्न
में
खुद
की
सालाना
आय
9.18
लाख
रुपए
बताई
थी,
जो
अब
पांच
साल
बाद
मार्च
2023
के
रिटर्न
के
अनुसार
11.10
लाख
हो
गई
है.
वहीं,
पत्नी
की
सालाना
आय
इसी
अनुसार
8.31
लाख
से
15.37
लाख
रुपए
दर्शायी
गई
है.
सम्पत्ति नहीं
बढ़ाई
कर्ज
कम
कर
दिया
शेखावत
के
शपथ
पत्र
में
जमीन,
जेवरात,
कार
जैसी
चल
और
अचल
सम्पत्ति
में
विशेष
बदलाव
नहीं
आया
है.
इनकी
चल
सम्पत्ति
बीते
पांच
साल
में
3.63
करोड़
से
2.64
करोड़
रह
गई
है.
वहीं
पत्नी
की
4.33
करोड़
रूपए
से
3.81
करोड़
हो
गई
है.
शेखावत
के
पास
पांच
साल
पहले
अचल
सम्पत्ति
1.80
करोड़
थी
जो
अब
वसीयत
में
मिले
4.50
करोड़
के
बंगले
के
कारण
6.30
करोड़
हो
गई
है.
उनकी
पत्नी
की
अचल
सम्पत्ति
में
महज
5
लाख
रुपए
की
बढ़ोतरी
हुई
है.
ये
भी
पढ़ें- अपना
नामांकन
गुप्त
क्यों
रखना
चाहते
थे
शेखावत?
PA
ने
कहा-
दो
बजे
तक
खबर
नहीं
चलाना…
दूसरे
नॉमिनेशन
में
CM
भी
थे
मौजूद