‘मैं जीता तो गैर-मुस्लिम दोस्तों ने 2 लाख की मिठाई बांटी’, इंजीनियर राशिद ने तिहाड़ को बताया ‘मिनी इंडिया’

‘मैं जीता तो गैर-मुस्लिम दोस्तों ने 2 लाख की मिठाई बांटी’, इंजीनियर राशिद ने तिहाड़ को बताया ‘मिनी इंडिया’

जम्मू-कश्मीर की बारामूला सीट से सांसद इंजीनियर राशिद ने आजतक के खास कार्यक्रम ‘पंचायत आजतक’ में शिरकत की और कई सवालों के जवाब दिए. वह तिहाड़ जेल से चुनाव लड़कर जीते हैं. उन्होंने बताया कि जब उन्हें जीत मिली तब जेल में उनके गैर-मुस्लिम दोस्तों ने खुशी में दो लाख रुपये की मिठाई बांट दी.

‘काश ये असल हिंदुस्तान होता’

राशिद ने तिहाड़ जेल को ‘मिनी इंडिया’ बताया. उन्होंने कहा, ‘वहां मैंने पूरे देश के लोग देखे. वहां जो इज्जत मुझे लोगों ने दी, हर धर्म के लोगों ने दी, मेरी सात पीढ़ियां उनका एहसान नहीं चुका सकतीं. जिस दिन मैं चुनाव जीता 2 लाख की मिठाई गैर-मुस्लिम दोस्तों ने तिहाड़ जेल में बांटी. काश ये असल हिंदुस्तान होता.’

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उन्होंने कहा, ‘मैं इसलिए चुनाव लड़ रहा हूं क्योंकि मुझे पीएम मोदी को दिखाना है कि कश्मीरी उनकी खराब नीतियों को नकार रहे हैं. जो कुछ भी आपने किया वो कश्मीरियों को कुबूल नहीं है.’ इंजीनियर राशिद ने जेल में बिताए अपने दिनों को याद किया.

‘मैं भी चाहता हूं कि भारत में रामराज्य आए’

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उन्होंने कहा, ’18 जनवरी 2024 को, हमारे हर साथी को रोज 5 मिनट फोन के मिलते हैं, मेरा वो भी काट दिया, आप जेल रिकॉर्ड्स चेक कर सकते हैं. मुझे पागलों और दिव्यांग लोगों के वार्ड में डाला गया, मेरा एक टाइम का खाना बंद कर दिया गया. हालांकि वो प्रशासन बहुत बढ़िया था लेकिन उनकी मजबूरी थी. उन पर दबाव था. मैं भी चाहता हूं कि भारत में रामराज्य आए लेकिन सचमुच का रामराज्य, मोदी जी वाला रामराज्य नहीं.’

‘मेरा लौटना सच्चाई की जीत’

अदालत से अंतरिम जमानत मिलने पर इंजीनियर राशिद ने कहा, ‘पूरे देश को लगता था कि इंजीनियर राशिद मर चुका है, कभी लौटकर नहीं आएगा लेकिन मेरे लौटकर आने का मतलब है कि सच्चाई की जीत हुई है. NC, PDP कहती है कि वोट काटने के लिए आए हैं, मैं उन्हें ये कहूंगा कि ये कश्मीर उनके बाप की जागीर नहीं है. ये बोलकर वो वोटरों की समझ पर सवाल उठा रहे हैं. मुझे किसी के हारने या अपने जीतने की खुशी नहीं है, मुझे खुशी इस बात की है कि मेरी जीत मोदी जी के ‘नया कश्मीर’ विजन की हार है.’