
Gaya
kiul
passenger
train
;
गया
से
किऊल
जाने
वाले
यात्रियों
के
लिए
अच्छी
खबर
है।
अब
इस
रेलखंड
पर
ट्रेनों
का
संचालन
पहले
से
अधिक
तेज़
गति
से
किया
जाएगा।
अब
इंजन
बदलने
की
झंझट
खत्म
हो
जायेगा
और
यात्रियों
को
और
बेहतर
सुविधा
मिलेगी
|
गया-किऊल
रेलखंड
पर
अब
पैसेंजर
ट्रेनों
का
संचालन
मेमू
रैक
से
होगा,
जिससे
इंजन
बदलने
की
प्रक्रिया
खत्म
हो
जाएगी।
इससे
यात्रियों
की
यात्रा
अधिक
सुविधाजनक
हो
जाएगी।
उल्लेखनीय
है
कि
इस
रेलखंड
के
दोहरीकरण
के
बाद
विकास
कार्य
तेज़ी
से
हो
रहा
है।
मेमू
ट्रेनों
में
पहले
से
ही
पावर
इंजन
लगे
होते
हैं,
जिससे
यात्रा
सुगम
हो
जाती
है।
क्या
बदलाव
हुए
हैं?
पहले
इस
रूट
पर
पारंपरिक
ICF
रैक
वाली
ट्रेनों
का
संचालन
होता
था,
जहां
गंतव्य
पर
पहुंचने
के
बाद
इंजन
बदला
जाता
था।
अब
मेमू
रैक
के
उपयोग
से
ट्रेन
की
गति
में
सुधार
होगा
और
यात्रियों
को
झटके
भी
कम
महसूस
होंगे।ये
यात्रियों
के
लिए
बहुत
बड़ी
सुबिधा
मानी
जा
रही
है
,ज्ञात
हो
कि
पिछले
महीने
ही
इस
रूट
का
दोहरीकरण
पूरा
हुआ
था,
लिहाजा
अप
और
डाउन
दोनों
लाइनों
पर
ट्रेन
संचालन
शुरू
कर
दिया
गया
है।
इस
बदलाव
से
दैनिक
यात्रियों
को
बड़ी
राहत
मिलेगी
और
पहले
के
मुकाबले
उनके
समय
की
काफी
बचत
होगी।
नए
नंबरों
के
साथ
चलेंगी
ये
ट्रेनें
रेलवे
अधिकारियों
के
अनुसार,
अब
गाड़ी
संख्या
53632
गया-झाझा
पैसेंजर
को
नए
नंबर
63316
के
साथ
मेमू
रैक
में
बदला
गया
है।
इसी
तरह,
53634
गया-किऊल
पैसेंजर
अब
नए
नंबर
63322
पर
चलेगी।
इसके
अलावा,
53636
गया-किऊल
पैसेंजर
ट्रेन
अब
63324
नंबर
से
संचालित
होगी.
इस
बदलाव
से
यात्रियों
को
तेज़
और
आरामदायक
सफर
का
लाभ
मिलेगा।