इसी महीने खुलेगा यूपी का एक और एक्‍सप्रेसवे, 3.5 घंटे में पहुंचेंगे गोरखपुर से लखनऊ

इसी महीने खुलेगा यूपी का एक और एक्‍सप्रेसवे, 3.5 घंटे में पहुंचेंगे गोरखपुर से लखनऊ


नई
दिल्‍ली.

यूपी
में
पहले
से
ही
देश
के
सबसे
ज्‍यादा
एक्‍सप्रेसवे
बने
हुए
हैं
और
अब
जल्‍द
ही
एक
तोहफा
और
मिलने
जा
रहा
है.
सीएम
सिटी
यानी
गोरखपुर
में
बन
रहे
इस
एक्‍सप्रेसवे
का
98
फीसदी
काम
पूरा
हो
चुका
है
और
माना
जा
रहा
है
कि
इसे
जनवरी
में
ही
आम
जनता
के
लिए
खोल
दिया
जाएगा.
इस
एक्‍सप्रेसवे
के
शुरू
होने
के
बाद
यूपी
के
दोनों
छोर
(पूरब
और
पश्चिम)
सीधे
तौर
पर
जुड़
जाएंगे.
इतना
ही
नहीं
लखनऊ
और
दिल्‍ली
जाना
भी
आसान
हो
जाएगा.

पूर्वी
यूपी
को
पश्चिमी
यूपी
से
जोड़ने
के
लिए
बन
रहे
गोरखपुर
लिंक
एक्‍सप्रेसवे
(Gorakhpur
Link
Expressway)
का
काम
लगभग
पूरा
हो
चुका
है.
91
किलोमीटर
लंबे
इस
एक्‍सप्रेसवे
के
खुल
जाने
के
बाद
पूर्वी
यूपी
में
यातायात
काफी
आसान
हो
जाएगा.
यह
एक्‍सप्रेसवे
गोरखपुर
से
निकलकर
आजमगढ़
तक
जाएगा,
जिसे
रास्‍ते
में
पूर्वांचल
एक्‍सप्रेसवे
से
भी
जोड़
दिया
जाएगा.
इसे
बनाने
की
कुल
लागत
करीब
7,283
करोड़
रुपये
बताई
जाती
है.



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कहां
से
कमाई


लखनऊ-दिल्‍ली
जाना
आसान

यह
एक्‍सप्रेसवे
गोरखपुर
के
जैतपुर
गांव
के
पास
एनएच
27
से
निकलेगा
और
आजमगढ़
में
सालारपुर
गांव
के
पास
खत्‍म
होगा.
इसे
पूर्वांचल
एक्‍सप्रेसवे
से
भी
जोड़ा
जाएगा,
जिसके
बाद
गोरखपुर
से
लखनऊ
तक
सीधी
कनेक्टिविटी
हो
जाएगी
और
इस
दूरी
को
महज
3.5
घंटे
में
पूरा
किया
जा
सकेगा.
अभी
गोरखपुर
से
लखनऊ
की
दूरी
तय
करने
में
5.50
घंटे
का
समय
लग
जाता
है.
यह
एक्‍सप्रेसवे
दिल्‍ली
और
आगरा
जाना
भी
आसान
कर
देगा.


कितना
काम
अभी
बाकी

गोरखपुर
लिंक
एक्‍सप्रेसवे
पर
343
स्‍ट्रक्‍चर
का
निर्माण
होना
था,
जिसमें
से
337
अब
तक
बना
लिए
गए
हैं.
यह
एक्‍सप्रेसवे
तैयार
होने
के
बाद
सिर्फ
गोरखपुर
को
फायदा
नहीं
होगा,
बल्कि
आसपास
के
4
जिलों
अंबेडनगर,
संत
कबीर
नगर
और
आजमगढ़
को
भी
बहुत
फायदा
मिलेगा.
इन
जिलों
के
लोगों
के
लिए
भी
दिल्‍ली,
लखनऊ
और
आगरा
जाना
आसान
हो
जाएगा.
साथ
ही
इन
क्षेत्रों
में
पर्यटन
और
औद्योगिक
गतिविधियों
को
बढ़ावा
मिलेगा.


दोनों
तरफ
बनेंगे
औद्योगिक
कॉरिडोर

यूपी
सरकार
इस
एक्‍सप्रेसवे
को
सिर्फ
लोगों
के
चलने
के
लिए
ही
इस्‍तेमाल
नहीं
करेगी,
बल्कि
इसके
दोनों
ओर
औद्योगिक
कॉरिडोर
बनाए
जाएंगे.
इस
कॉरिडोर
का
मकसद
एग्रीकल्‍चर
जोन
से
जुड़ना,
प्रोडक्‍शन
यूनिट
लगाना
और
डेवलपमेंट
सेंटर
विकसित
करना
है.
इससे
स्‍थानीय
कारोबार
को
राष्‍ट्रीय
स्‍तर
तक
आसानी
से
पहुंचाया
जा
सकता
है,
जो
रोजगार
पैदा
करने
में
भी
मददगार
साबित
होगा.
इसका
उद्घाटन
जनवरी
में
ही
किए
जाने
की
संभावना
है.

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