
नई
दिल्ली.
गर्मियों
में
सफर
के
दौरान
अगर
शौचालयों
में
पानी
खत्म
हो
जाए
तो
यात्रियों
को
भारी
परेशानी
होती
है.
क्योंकि
ट्रेन
स्टाफ
को
पता
नहीं
चल
पाता
है
कि
किस
कोच
में
पानी
खत्म
हो
चुका
है.
इस
तरह
कई
बार
गंतव्य
स्टेशन
में
ही
पानी
भरा
जाता
है,
लेकिन
अब
ऐसा
नहीं
होगा.
ट्रेन
में
पानी
खत्म
होने
से
पहले
रेलवे
अधिकारियों
के
पास
मैसेज
पहुंच
जाएगा,
जिससे
आने
वाले
स्टेशन
में
पानी
भरा
जा
सके.
पूर्वोत्तर
रेलवे
के
मुख्य
जनसंपर्क
अधिकारी
पंकज
कुमार
सिंह
के
अनुसार
यात्रियों
की
सुविधा
के
लिए
ट्रेन
के
कोच
में
पानी
कम
होने
पर
‘ट्रेनों
में
कोच
वाटर
लेवल
इंडीकेटर
सह
अलर्ट
सिस्टम’
लगाया
गया
है,
इसको
इज्जतनगर
के
सी.बी.
गंज
डिपो
ने
तैयार
किया
है.
यात्री
ने
दौड़कर
पकड़ी
ट्रेन,
सांस
लेने
के
बाद
आसपास
देखा
तो
उड़
गए
होश,
मिन्नतें
भी
न
आईं
काम…
ट्रेनों
के
कोच
में
पानी
न
होने
की
शिकायतों
पर
इज्जतनगर
मंडल
के
ट्रेन
सेट
डिपो,
सी.बी.
गंज
द्वारा
एक
कोच
वाटर
लेवल
इंडिकेटर
सह
अलर्ट
सिस्टम
बनाया
गया
है,
जिसमें
कोच
में
लगे
पानी
के
टैंक
के
नीचे
एक
वाटर
लेवल
सेंसर
कोच
के
अंदर
अलर्ट
यूनिट
लगाई
गई
है.
इस
तरह
करेगा
काम
चलती
हुई
ट्रेन
में
टंकी
में
पानी
भरा
हुआ
है,
तो
इस
यूनिट
में
टंकी
में
पानी
भर
जाने
का
संदेश
‘हरा’
एल.ई.डी.
के
साथ
प्रदर्शित
होगा,
जब
पानी
का
स्तर
50
प्रतिशत
तक
पहुंच
जाएगा,
तो
डिस्प्ले
पर
‘पीला’
एल.ई.डी.
के
साथ
एक
संदेश
देगा.
साथ
ही
दिये
गये
मोबाइल
नम्बर
पर
एक
एसएमएस
अलर्ट
भी
जाएगा.
इसमें
उस
स्थान
के
जीपीएस
कोऑर्डिनेट
भी
होगी,
जिस
पर
क्लिक
करने
पर
उस
स्थान
की
लोकेशन
गूगल
मैप
पर
भी
देखी
जा
सकेगी.
जब
कोच
में
पानी
का
स्तर
20
प्रतिशत
तक
पहुंच
जाएगा,
तो
‘लाल’
एल.ई.डी.
के
चमकने
के
साथ
डिस्प्ले
पर
एसएमएस
अलर्ट
और
फिर
एक
मैसेज
मिलेगा
तथा
कोच
में
पानी
समाप्त
होने
पर
बजर
के
साथ
लगातार
‘लाल’
एल.ई.डी.
एवं
डिस्प्ले
पर
पानी
समाप्त
होने
का
मैसेज
और
जीपीएस
को-ऑर्डिनेट्स
के
साथ
मोबाइल
पर
एस.एम.एस.
अलर्ट
प्राप्त
होगा.
इस
बजर
को
बंद
करने
के
लिए
एक
रीसेट
बटन
भी
दिया
गया
है.
इस
तरह
पानी
खत्म
होने
से
पहले
ही
रेलवे
अधिकारियों
के
पास
मैसेज
पहुंचा
जाएगा
और
आने
वाले
स्टेशनों
पर
पानी
टंकी
फुल
कर
दी
जाएगी.
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FIRST
PUBLISHED
:
May
20,
2024,
14:39
IST