
नई
दिल्ली.
आप
शाकाहारी
हैं
और
मांसाहार
को
देखते
ही
आपको
घिन्न
आती
है.
ऐसे
में
यदि
आपको
कोई
नॉन-वेज
थाली
परोस
दे
तो
आपका
रिएक्शन
कैसा
होगा?
बिलकुल
ठीक,
गुस्सा
आएगा.
ऑनलाइन
डिलीवरी
प्लेटफार्म
जोमैटो
(Zomato)
ने
एक
प्रेग्नेंट
महिला
के
साथ
ऐसा
ही
किया.
इसकी
शिकायत
की
गई
तो
खबर
बन
गई.
जोमैटो
ने
हालांकि
कहा
है
कि
कस्टमर
को
इसका
संभव
समाधान
ऑफर
कर
दिया
गया
है.
एक
प्रेग्नेंट
महिला
शाकाहर
डाइट
पर
थी.
उसने
जोमैटो
से
एक
वेज
थाली
ऑर्डर
की.
जैसे
ही
फूड
घर
पहुंचा
और
महिला
ने
उसे
खोलकर
देखा
तो
उसके
होश
उड़
गए.
उसे
नॉन-वेज
थाली
मिली
थी.
उस
महिला
के
पति
ने
एक्स
(पहले
ट्विटर)
पर
अपनी
स्थिति
शेयर
की.
एक्स
पोस्ट
के
मुताबिक,
उसका
नाम
शोभित
सिद्धार्थ
है.
उसने
एक्स
पर
अपने
अनुभव
शेयर
करते
हुए
जोमैटो
से
कड़े
सवाल
किए.
@zomato
@zomatocare
@TOIIndiaNews
@BangaloreMirror
Zomato
care
to
explain
why
a
non
veg
thali
was
sent
when
the
order
was
of
paneer
thali,
how
do
you
expect
a
vegetarian
to
eat
chicken,
care
to
explain,
that
also
she
is
a
pregnant
lady,
what
if
things
could
have
gone
wrong?
pic.twitter.com/a2eyg8NkoI—
Shobhit
Siddharth
(@shobhitsid)
May
18,
2024
शोभित
ने
एक्स
पर
लिखा
कि
जोमैटो
केयर
को
यह
बताना
चाहिए
कि
जब
एक
पनीर
थाली
ऑर्डर
की
गई
थी,
तो
एक
नॉन-वेज
थाली
क्यों
भेजी
गई,
क्या
आप
चाहते
हैं
कि
एक
शाकाहारी
इंसान
चिकन
खाए.
जोमैटो
केयर
को
एक्सप्लेन
करना
होगा.
और
तो
और
वह
प्रेग्नेंट
महिला
हैं,
क्या
होता
अगर
उसने
अनजाने
में
उसे
खा
लिया
होता?
We
make
amends
for
this
mix-up
and
understand
how
distressing
it
must’ve
been
for
you.
We
take
your
dietary
preferences
very
seriously
and
would
never
intend
to
disrespect
them.
Please
allow
us
some
time
to
get
this
checked
and
we
will
get
back
to
you
via
call
or
email.—
Zomato
Care
(@zomatocare)
May
18,
2024
बाद
में
जोमैटो
ने
उस
व्यक्ति
की
पोस्ट
पर
दो
बार
रिप्लाई
किया.
जोमैटो
ने
अपनी
सफाई
में
कहा
कि
कंपनी
ने
उस
महिला
से
बात
की
है
और
उसे
जो
भी
समाधान
हो
सकता
था,
वह
ऑफर
किया
है.
कंपनी
को
पहले
लग
चुका
है
1
लाख
का
जुर्माना
गौरतलब
है
कि
अक्टूबर
2023
में
जोमैटो
को
डिस्ट्रिक
कंज्यूमर
डिस्प्यूट
रिड्रेसल
फोरम
(II)
जोधपुर
ने
इसी
मुद्दे
को
लेकर
1
लाख
रुपये
का
जुर्माना
लगाया
था.
बिजनेसलाइन
की
एक
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
कंपनी
को
कंज्यूमर
प्रोटेक्शन
एक्ट
2019
का
उल्लंघन
का
दोषी
पाया
गया
था.
एक
उपभोक्ता
ने
शिकायत
की
थी
कि
उसने
एक
शाकाहारी
खाना
ऑर्डर
किया
था,
मगर
उसे
मांसाहारी
खाना
डिलीवर
कर
दिया
गया.
चूंकि
मैकडॉनल्ड
के
वह
भोजन
गया
तो
फोरम
ने
कहा
था
कि
दोनों
को
इसके
लिए
जिम्मेदारी
लेनी
चाहिए
और
जुर्माना
भुगतना
चाहिए.
Tags:
Consumer
Commission,
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forum,
Consumer
Protection
Bill
2019,
Zomato
FIRST
PUBLISHED
:
May
20,
2024,
11:39
IST