भारतीय मसाला निर्यात को बहुत भारी पड़ सकता है एथिलीन ऑक्साइड विवाद

भारतीय मसाला निर्यात को बहुत भारी पड़ सकता है एथिलीन ऑक्साइड विवाद


हाइलाइट्स


सिंगापुर
और
हांगकांग
के
बाद
नेपाल
ने
भी
लगाया
प्रतिबंध.


मसालों
में
एथिलीन
ऑक्साइड
की
मौजूदगी
का
है
आरोप.


इस
विवाद
से
मसालों
का
एक्‍सपोर्ट
हो
सकता
है
बुरी
तरह
प्रभ‍ाावित.


अहमदाबाद.

फेडरेशन
ऑफ
इंडियन
स्पाइस
स्टेकहोल्डर्स
(FISS)
ने
कहा
है
कि
यदि
मसालों
में
एथिलीन
ऑक्साइड
(ईटीओ)
की
मौजूदगी
के
मुद्दे
को
जल्द
हल
नहीं
किया
जाता
है
तो
चालू
वित्त
वर्ष
के
दौरान
मसाला
निर्यात
में
लगभग
40
फीसदी
की
गिरावट

सकती
है.
गौरतलब
है
कि
पिछले
महीने
हांगकांग
और
सिंगापुर
ने
लोकप्रिय
मसाला
ब्रांड
एमडीएच
और
एवरेस्ट
के
उत्पादों
में
कैंसरजनक
रसायन
ईटीओ
की
मौजूदगी
पाए
जाने
के
बाद
उनकी
बिक्री
पर
प्रतिबंध
लगा
दिया
था.
शुक्रवार
को
नेपाल
ने
भी
कथित
गुणवत्ता
संबंधी
चिंताओं
को
लेकर
भारतीय
कंपनियों
के
कुछ
मसाला
उत्पादों
के
आयात
और
बिक्री
पर
प्रतिबंध
लगा
दिया
है.

वित्त
वर्ष
2023-24
में
भारत
का
मसाला
निर्यात
कुल
4.25
अरब
डॉलर
था
जो
वैश्विक
मसाला
निर्यात
का
12
प्रतिशत
था.
एफआईएसएस
के
सचिव
तेजस
गांधी
ने
कहा,
‘बहुत
से
निर्यातकों
को
ऑर्डर
मिले
हुए
हैं
और
उस
प्रकरण
के
बाद
उन्हें
कुछ
हद
तक
रोक
दिया
गया
है.
हमारे
अनुमान
के
मुताबिक,
अगर
समस्या
का
शीघ्र
समाधान
नहीं
किया
गया
तो
इस
साल
मसाला
निर्यात
40
फीसदी
तक
प्रभावित
हो
सकता
है.’



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भी
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कंपनी
बनाती
है
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में
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कौन
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मालिक,
कमाती
है
कितना
प्रॉफिट?


फैलाई
जा
रही
हैं
गलत
सूचनाएं

एफआईएसएस
देश
भर
के
लगभग
600
मसाला
व्यापारियों,
निर्यातकों
और
किसानों
के
संगठनों
का
प्रतिनिधि
निकाय
है.
संगठन
के
चेयरमैन
अश्विन
नायक
ने
कहा
कि
ईटीओ
के
बारे
में
गलत
सूचना
फैलाई
जा
रही
है
जबकि
दुनिया
भर
में
इसका
व्यापक
रूप
से
इस्तेमाल
किया
जाता
है
और
भारतीय
कंपनियां
लगभग
30
से
40
वर्षों
से
अमेरिका
को
ईटीओ-उपचारित
मसालों
का
निर्यात
कर
रही
हैं.
नायक
ने
कहा,
‘ईटीओ
ऐसा
कीटनाशक
नहीं
है
जिसे
सीधे
फसलों
पर
छिड़का
जाता
है.
ईटीओ
एक
गैसीय
एजेंट
है
जिसका
उपयोग
केवल
अनुमोदित
संगठनों
द्वारा
मसालों
से
कुछ
हानिकारक
सूक्ष्मजीवों
और
जीवाणुओं
को
हटाने
या
नियंत्रित
करने
के
लिए
किया
जाता
है.’


नेपाल
ने
भी
लगाई
रोक

सिंगापुर
और
हांगकांग
के
बाद,
नेपाल
ने
भी
कथित
गुणवत्ता
संबंधी
चिंताओं
को
लेकर
भारतीय
कंपनियों
के
कुछ
मसाला
उत्पादों
के
आयात
और
बिक्री
पर
प्रतिबंध
लगा
दिया
है.नेपाल
के
खाद्य
प्रौद्योगिकी
और
गुणवत्ता
नियंत्रण
विभाग
के
अनुसार,
एमडीएच
और
एवरेस्ट
के
चार
मसाला
उत्पादों
को
संदिग्ध
एथिलीन
ऑक्साइड
या
ईटीओ
विकार
के
कारण
शुक्रवार
से
प्रतिबंधित
कर
दिया
गया
है.
इसके
तहत
एमडीएच
के
मद्रास
करी
पाउडर,
सांभर
मसाला
पाउडर
और
मिश्रित
मसाला
करी
पाउडर
तथा
एवरेस्ट
के
फिश
करी
मसाला
पर
प्रतिबंध
लगा
दिया
गया
है.

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