
हाइलाइट्स
सेबी
की
एफएंडओ
वॉल्यूम
में
बढ़ोतरी
को
लेकर
चिंता
पिछले
साल
जताई
थी.
इक्विटी
एफएंडओ
सेगमेंट
में
नौ
में
से
दस
व्यक्तिगत
ट्रेडर्स
को
घाटा
होता
है.
एफएंडओ
का
उद्देश्य
निवेशकों
को
उनके
जोखिम
को
हेज
करने
में
मदद
करना
था.
नई
दिल्ली.
बाजार
नियामक
सेबी
(SEBI)
इक्विटी
फ्यूचर्स
और
ऑप्शंस
(F&O
Segment)
सेगमेंट
के
लिए
नियमों
को
कड़ा
करने
जा
रहा
है.
इस
खंड
में
बड़े
पैमाने
पर
सट्टेबाजी
होने
की
आशंकाओं
के
कारण
अब
सेबी
निवेशकों
को
नुकसान
से
बचाने
को
कुछ
कड़े
कदम
उठाएगी.
पिछले
साल
जून
में
सेबी
की
एक
स्टडी
में
बताया
गया
था
कि
फ्यूचर
एंड
ऑप्शन
सेगमेंट
में
पैसा
लगाने
वाले
10
में
से
9
निवेशकों
को
घाटा
हो
रहा
है.
इसी
को
देखते
हुए
अब
एफएंडओ
अनुबंध
का
न्यूनतम
मूल्य
5
लाख
रुपये
से
बढ़ाकर
लगभग
25
लाख
रुपये
करने
पर
विचार
किया
जा
रहा
है.
बड़े
पैमाने
पर
पैसा
गंवाने
के
बावजूद
भी
इस
सेगमेंट
में
निवेश
बढ
रहा
है.
मई
2024
में,
बीएसई
और
एनएसई
के
इक्विटी
डेरिवेटिव
सेगमेंट
में
कुल
कारोबार
9,504
लाख
करोड़
रुपये
था.
जो
सालाना
आधार
पर
मई
2023
की
तुलना
में
71
फीसदी
ज्यादा
है.
एफएंडओ
का
उद्देश्य
निवेशकों
को
उनके
जोखिम
को
हेज
करने
में
मदद
करना
था,
लेकिन
यह
अपने
मूल
लक्ष्य
से
भटक
गया
है.
इस
सेगमेंट
में
बड़ी
संख्या
में
रिटेल
इनवेस्टर्स
के
भी
उतरने
से
स्थिति
गंभीर
हो
गई
है.
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देने
को
बनाई
कमेटी
टाइम्स
ऑफ
इंडिया
में
सूत्रों
के
हवाले
से
प्रकाशित
एक
खबर
में
बताया
गया
है
कि
एक
एक्सपर्ट
कमेटी
फ्यूचर
एंड
ऑप्शन
सेगमेंट
के
लिए
नए
नियम
बनाने
के
लिए
डेटा
एनालिसिस
के
लिए
बनाई
गई
है.
इस
कमेटी
ने
इस
सेगमेंट
में
सट्टेबाजी
का
पता
लगाने
और
उसे
रोकने
को
शुरुआती
सुझाव
भी
सेबी
को
दे
दिए
हैं.
इसी
पर
आधारित
एक
कंसल्टेशन
पेपर
अगले
कुछ
दिनों
में
सेबी
जारी
कर
सकता
है.
विशेषज्ञ
पैनल
आने
वाले
हफ्तों
में
और
सुझाव
देगा
जिसे
बाद
में
लागू
किया
जा
सकता
है.
प्रारंभिक
दौर
के
लिए
कमेटी
ने
जो
सिफारिशें
की
हैं
उनमें
प्रत्येक
एफएंडओ
अनुबंध
का
न्यूनतम
मूल्य
5
लाख
रुपये
से
बढ़ाकर
लगभग
25
लाख
रुपये
करने
का
सुझाव
अहम
है.
इसके
अलावा,
अनुबंधों
की
साप्ताहिक
समाप्ति
तथा
निवेशकों
के
लिए
उच्च
मार्जिन
आवश्यकताओं
का
भी
प्रस्ताव
है.
एफएंडओ
वॉल्यूम
में
बढ़ोतरी
से
सेबी
चिंतित
सेबी
की
एफएंडओ
वॉल्यूम
में
बढ़ोतरी
को
लेकर
चिंताएं
पहली
बार
जनवरी
2023
की
रिपोर्ट
में
सामने
आईं,
जिसमें
यह
सामने
आया
कि
शीर्ष
10
ब्रोकरों
के
साथ
कारोबार
करने
वाले
व्यक्तिगत
ट्रेडर्स
की
संख्या
वित्त
वर्ष
22
में
45
लाख
से
अधिक
हो
गई,
जबकि
वित्त
वर्ष
19
में
यह
संख्या
7
लाख
थी.
रिपोर्ट
में
यह
भी
कहा
गया
कि
इक्विटी
एफएंडओ
सेगमेंट
में
नौ
में
से
दस
व्यक्तिगत
ट्रेडर्स
(Individual
Traders)
को
नुकसान
हुआ.
वित्त
वर्ष
2022
में
औसतन
नुकसान
1.1
लाख
रुपये
था.
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FIRST
PUBLISHED
:
July
17,
2024,
10:06
IST