ITR Refund Fraud : ‘आपका रिफंड अप्रुव हुआ है’… ये वाला मैसेज देखकर न हों खुश

ITR Refund Fraud : ‘आपका रिफंड अप्रुव हुआ है’… ये वाला मैसेज देखकर न हों खुश


हाइलाइट्स


स्‍कैमर्स
आईटीआर
रिफंड
के
नाम
पर
भेज
रहे
हैं
फर्जी
मैसेज.


इन
मैसेज
के
साथ
आयकरदाताओं
को
लिंक
भी
दिया
जा
रहा
है.


इनकम
टैक्‍स
डिपार्टमेंट
ने
इन
मैसेज
से
सावधान
रहने
को
कहा
है.


नई
दिल्‍ली.

इनकम
टैक्‍स
दाखिल
(ITR
Filing)
करने
की
अंतिम
तारीख
31
जुलाई
है.
अब
लोग
फटाफट
अपनी
रिटर्न
फाइल
कर
रहे
हैं.
इनकम
टैक्‍स
डिपार्टमेंट
ने
रिटर्न
को
वेरिफाई
कर
आयकरदाताओं
के
खातों
में
रिफंड
डालने
की
प्रक्रिया
भी
शुरू
कर
दी
है.
आयकर
विभाग
के
साथ
ही
अब
स्‍कैमर्स
भी
खूब
सक्रिय
हो
गए
हैं.
साइबर
ठगों
ने
अब
लोगों
के
बैंक
खातों
से
पैसा
उड़ाने
के
लिए
इनकम
टैक्‍स
रिफंड
को
अपना
हथियार
बनाया
है.
कुछ
लोगों
को
इन
ठगों
ने
फेक
मैसेज
भेजकर
उनके
बैंक
खाते
में
सेंध
लगाने
की
कोशिश
की
है.
देशभर
से
रिफंड
फ्रॉड
के
कई
मामले
सामने
आने
के
बाद
अब
आयकर
विभाग
का
एडवाइजरी
जारी
करनी
पड़ी
है.

अगर
आपने
भी
आईटीआर
(ITR)
भरी
है
और
आपको
रिफंड
का
इंतजार
है,
तो
अब
आपको
थोड़ा
सावधान
रहने
की
आवश्‍यकता
है.
साइबर
ठग
जो
मैसेज
भेज
रहे
हैं,
उनमें
लिखा
है,
“आपके
नाम
पर
15,490
रुपये
का
इनकम
टैक्स
रिफंड
अप्रूव
हुआ
है.
अमाउंट
आपके
अकाउंट
में
जल्द
ही
क्रेडिट
हो
जाएगा.
आप
अपना
अकाउंट
नंबर
5XXXXX6755
वेरिफाई
करिए,
अगर
ये
सही
नहीं
है
तो
नीचे
दिए
गए
लिंक
पर
जाकर
अपनी
बैंक
अकाउंट
की
डीटेल
अपडेट
कर
लें.”



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में
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ने
की
गलती
तो
कौन
होगा
जिम्‍मेदार,
किसे
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जुर्माना,
सरकार
ने
साफ
कर
दी
तस्‍वीर



करें
बैंक
खाता
अपडेट
करने
की
गलती

इनकम
टैक्‍स
डिपार्टमेंट
का
कहना
है
कि
इस
तरह
के
मैसेज
पर
आयकरदाता
कोई
भी
प्रतिक्रिया

दें.
अगर
इस
मैसेज
को
पढकर
आयकरदाता
दिए
गए
लिंक
पर
जाएगा
तो
उसे
वहां
पर
अपना
बैंक
अकाउंट
नंबर
गलत
मिलेगा.
दरअसल,
लिंक
के
जरिए
आयकरदाता
को
एक
फर्जी
वेबसाइट
पर
ले
जाया
जाता
है.
जब
वह
वहां
अकाउंट
अपडेट
करता
है
तो
उसके
पास
एक
ओटीपी
भेजा
जाता
है.
उस
ओटीपी
को
डालते
ही
स्‍कैमर्स
बैंक
खाते
में
सेंध
लगा
देते
हैं.


आयकर
विभाग
नहीं
भेजता
लिंक

इनकम
टैक्स
डिपार्टमेंट
आयकरदाता
को
कोई
ऐसा
एसएमएस
या
ई-मेल
नहीं
भेजता,
जिसमें
लिंक
दिया
गया
हो.
आईटीआर
प्रोसेस
करने
के
बाद
आयकर
विभाग
टैक्स
रिफंड
सीधे
आयकरदाता
के
उसी
बैंक
अकाउंट
में
डालता
है,
जिसे
उसने
ITR
भरते
समय
दिया
था.
साथ
ही
इसकी
सूचना
रजिस्टर्ड
ई-मेल
या
मोबाइल
नंबर
पर
मैसेज
के
जरिए
दे
दी
जाती
है.
यदि
डिपार्टमेंट
को
बैंक
अकाउंट
से
जुड़ी
कोई
सूचना
चाहिए
तो
वह
आयकरदाता
के
रजिस्टर्ड
ईमेल
पर
मैसेज
करता
है.

इसलिए
अगर
आपके
मोबाइल
पर
इनकम
टैक्स
रिफंड
से
जुड़ा
कोई
मैसेज

रहा
है,
जिसमें
अकाउंट
नंबर
या
किसी
और
इन्फॉर्मेशन
को
वेरीफाई
करने
की
बात
की
जा
रही
है
तो
ऐसे
मैसेज
से
सतर्क
हो
जाएं.
इनका
रिप्लाई
करने
पर
आपका
बैंक
अकाउंट
खाली
हो
सकता
है.

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