किर्गिस्तान हिंसा, दौसा के 5 छात्र फंसे, बोले-सुरक्षित हैं, पर हालात तनावपूर्ण

किर्गिस्तान हिंसा, दौसा के 5 छात्र फंसे, बोले-सुरक्षित हैं, पर हालात तनावपूर्ण


दौसा.

किर्गिस्तान
में
स्थानीय
और
विदेशी
छात्रों
के
बीच
तनाव
बढ़
चुका
है.
इसके
कारण
हालात
तनावपूर्ण
हो
चुके
हैं.
कई
छात्रों
के
घायल
होने
की
खबरें
भी

रही
हैं.
राजस्थान
के
दौसा
जिले
के
भी
पांच
छात्र
किर्गिस्तान
में
फंसे
हुए
हैं.
ये
स्टूडेंट
वहां
एमबीबीएस
करने
गए
हुए
हैं.
इनमें
बड़ा
गांव
खेड़ला
के
सत्येंद्र
गुर्जर,
शमशेर,
सुनील
गुर्जर,
महुआ
के
आयुष
भारद्वाज
और
बांदीकुई
क्षेत्र
के
विकास
गुर्जर
शामिल
हैं.
राहत
की
बात
यह
है
कि
भारतीय
छात्र
पूरी
तरह
सुरक्षित
हैं.

हालांकि
भारतीय
छात्रों
के
हॉस्टल
के
आसपास
तनावपूर्ण
हालात
को
देखते
हुए
वे
चिंतित
हैं.
वहीं
उनके
परिजन
भी
टेंशन
में
हैं.
किर्गिस्तान
में
फंसे
सत्येन्द्र
गुर्जर
ने
बताया
कि
वे
अभी
तक
सुरक्षित
हैं.
स्थानीय
पुलिस
ने
सुरक्षा
के
लिहाज
से
पूरे
छात्रावास
को
घेर
रखा
है.
पाकिस्तान
और
बांग्लादेश
समेत
अन्य
देशों
के
छात्रों
पर
हमले
हो
रहे
हैं.
लेकिन
बाहर
हालत
तनावपूर्ण
होने
के
कारण
टेंशन
में
हैं.
सभी
छात्र
अपने
परिजनों
के
संपर्क
में
भी
हैं.


प्रशासन
का
चार
छात्रों
से
हुआ
संपर्क

छात्रों
के
परिजनों
ने
प्रशासनिक
अधिकारियों
से
गुहार
लगाई
है
कि
उनके
बच्चों
को
सकुशल
वापस
लाया
जाए.
किर्गिस्तान
में
फंसे
दौसा
के
छात्रों
को
लेकर
कलेक्टर
देवेंद्र
कुमार
की
पूरी
तरह
सक्रिय
नजर

रहे
हैं.
उन्होंने
सभी
छात्रों
के
परिजनों
और
छात्रों
से
संपर्क
साधने
की
कोशिश
की.
जिला
कलेक्टर
देवेंद्र
कुमार
ने
बताया
कि
अब
तक
चार
छात्रों
से
संपर्क
साधा
जा
चुका
है.
इसके
अलावा
यदि
अन्य
कोई
छात्र
भी
किर्गिस्तान
में
फंसा
हुआ
है
तो
वह
खुद
या
उसके
परिजन
सीधे
प्रशासन
के
अधिकारियों
से
संपर्क
साध
सकते
हैं.


जिला
कलेक्टर
बोले
सभी
छात्र
सुरक्षित
हैं

जिला
कलेक्टर
ने
बताया
कि
सभी
छात्र
सुरक्षित
हैं.
उन्हें
सुरक्षित
भारत
लाने
के
लिए
राज्य
सरकार
से
संपर्क
साधा
जा
रहा
है.
सभी
छात्रों
के
हर
संभव
मदद
करने
का
प्रयास
किया
जा
रहा
है.
महुआ
के
विधायक
राजेंद्र
प्रधान
ने
भी
किर्गिस्तान
में
फंसे
छात्रों
से
बातचीत
की.
उन्हें
भरोसा
दिलाया
कि
शीघ्र
ही
केंद्र
सरकार
से
बात
करके
उन्हें
सुरक्षित
भारत
लाया
जाएगा.
किर्गिस्तान
में
फंसे
छात्र
मीडिया
के
संपर्क
में
अभी
नहीं

रहे
हैं.
छात्रों
का
कहना
है
कि
स्थानीय
कॉलेज
प्रशासन
ने
छात्रों
से
मीडिया
से
संपर्क
साधने
के
लिए
मना
किया
है
ताकि
उनके
हॉस्टल
और
कॉलेज
खाली
नहीं
हो
सके.
लेकिन
किर्गिस्तान
में
फंसे
छात्र
अपने
परिजनों
और
प्रशासन
के
अधिकारियों
के
संपर्क
में
हैं.


FIRST
PUBLISHED
:

May
19,
2024,
16:03
IST