खडूर साहिब में ‘माइक’ ने बढ़ाई SAD और कांग्रेस की टेंशन, जेल से है कनेक्शन

खडूर साहिब में ‘माइक’ ने बढ़ाई SAD और कांग्रेस की टेंशन, जेल से है कनेक्शन

पंजाब
की
13
लोकसभा
सीटों
पर
एक
ही
दिन
में
सातवें
चरण
में
1
जून,
शनिवार
को
मतदान
होगा.
देश
के
अन्य
हिस्सों
में
गठबंधन
करके
चुनाव
लड़
रहे
कई
राजनीतिक
दल
पंजाब
में
अलग-अलग
चुनाव
लड़
रहे
हैं.
यहां
भारतीय
जनता
पार्टी,
कांग्रेस,
आम
आदमी
पार्टी
और
शिरोमणि
अकाली
दल
स्वतंत्र
रूप
से
चुनाव
लड़
रहे
हैं.
वैसे
तो
पंजाब
की
सभी
सीटों
पर
रोचक
मुकाबला
देखने
को
मिल
रहा
है,
लेकिन
खडूर
साहिब
लोकसभा
सीट
ने
पूरे
देश
का
ध्यान
खिंचा
है.
इस
सीट
से
कट्टरपंथी
सिख
उपदेशक
अमृतपाल
सिंह
के
चुनाव
लड़ने
के
ऐलान
से
पूरा
समीकरण
ही
बदल
गया
है.
अमृतपाल
के
मैदान
में
आने
से
सिख
बहुल
सीट
खडूर
साहिब
में
दिलचस्प
चुनावी
संघर्ष
देखने
को
मिल
रहा
है.
खडूर
साहिब
सीट
शिरोमणि
अकाली
दल
का
गढ़
मानी
जाती
है.

राष्ट्रीय
सुरक्षा
कानून
के
तहत
असम
की
डिब्रूगढ़
जेल
में
बंद
‘वारिस
पंजाब
दे’
संगठन
के
प्रमुख
अमृतपाल
सिंह
निर्दलीय
उम्मीदवार
के
रूप
में
चुनावी
समर
में
उतरे
हैं.

अमृतपाल
सिंह
के
आने
से
खडूर
साहिब
की
चुनावी
लड़ाई
पंचकोणीय
है.
शिरोमणि
अकाली
दल-
शिअद
ने
पूर्व
विधायक
विरसा
सिंह
वल्टोहा
को
मैदान
में
उतारा
है.
आम
आदमी
पार्टी
ने
परिवहन
मंत्री
लालजीत
सिंह
भुल्लर
को
मैदान
में
खड़ा
किया
है.
कांग्रेस
ने
पूर्व
विधायक
कुलबीर
सिंह
जीरा
और
बीजेपी
ने
मंजीत
सिंह
मियांविंड
को
अपना
उम्मीदवार
बनाया
है.

खडूर
साहिब
लोकसभा
क्षेत्र
को
‘पंथिक’
सीट
के
रूप
में
जाना
जाता
है
और
इसमें
सभी
तीन
क्षेत्र-
माझा,
मालवा
और
दोआबा
के
मतदाता
शामिल
हैं.


खुद
को
भिंडरांवाले
कहलाना
पसंद

अमृतपाल
सिंह
के
मैदान
में
कूदने
की
घोषणा
24
अप्रैल
को
हुई.
उनके
वकील
राजदेव
सिंह
खालसा
ने
दावा
किया
कि
जेल
में
बंद
उपदेशक
उनके
अनुरोध
पर
निर्दलीय
उम्मीदवार
के
रूप
में
चुनाव
लड़ने
के
लिए
सहमत
हो
गए
हैं.
बाद
में,
अमृतपाल
सिंह
के
पिता
तरसेम
सिंह
ने
कहा
कि
उनका
बेटा
चुनावी
मुकाबला
लड़ने
का
इच्छुक
नहीं
था,
लेकिन
‘संगत’
या
समुदाय
के
कहने
पर
उसने
अपना
मन
बदल
लिया,
जो
उसे
चुनाव
मैदान
में
उतारना
चाहता
है.
परमजीत
कौर
खालरा
अमृतपाल
सिंह
के
चुनाव
प्रचार
का
नेतृत्व
कर
रही
हैं.

तरसेम
सिंह
ने
कहा
है
कि
उनके
बेटे
को
लोगों
का
जबरदस्त
समर्थन
मिल
रहा
है.
उन्होंने
कहा
कि
जेल
में
बंद
अमृतपाल
के
लिए
प्रचार
करने
वाले
लोग
‘बंदी
सिंह’
(अपनी
सजा
पूरी
कर
चुके
सिख
कैदी)
की
रिहाई
और
राज्य
में
नशीली
दवाओं
के
खतरे
के
मुद्दे
उठाएंगे.

तरसेम
सिंह
ने
अमृतपाल
के
खिलाफ
उम्मीदवार
खड़ा
करने
के
शिअद
के
कदम
को
ऐतिहासिक
गलती
बताया
है.
उधर,
शिअद
प्रमुख
सुखबीर
सिंह
बादल
ने
कहा
कि
अमृतपाल
सिंह
खुद
को
मुक्त
करने
के
लिए
खडूर
साहिब
सीट
से
लोकसभा
चुनाव
लड़
रहा
है.

बता
दें
कि
मारे
जा
चुके
खालिस्तानी
आतंकवादी
जरनैल
भिंडरांवाले
के
नाम
पर
खुद
को
भिंडरांवाले
कहलाना
पसंद
करने
वाले
अमृतपाल
को
पिछले
साल
23
अप्रैल
को
मोगा
के
रोडे
गांव
में
गिरफ्तार
किया
था.


माइक
चुनाव
चिह्न

अमृतपाल
सिंह
को
चुनाव
आयोग
ने
‘माइक’
चुनाव
चिह्न
दिया
है.
‘वारिद
पंजाब
दे’
संगठन
का
प्रमुख
अमृतपाल
सिंह
संधू
कट्टरपंथी
खालिस्तान
समर्थक
अलगाववादी
और
एक
स्वयंभू
सिख
उपदेशक
हैं.
लगभग
10
साल
तक
दुबई
में
रहने
के
बाद
वह
सितंबर
2022
में
पंजाब
लौट
आए.


खडूर
साहिब
लोकसभा
सीट

खडूर
साहिब
लोकसभा
क्षेत्र
में
नौ
विधानसभा
सीट
आती
हैं-
जंडियाला,
तरनतारन,
खेम
करण,
पट्टी,
खडूर
साहिब,
बाबा
बकाला,
कपूरथला,
सुल्तानपुर
लोधी
और
जीरा.
इनमें
से
7
विधानसभा
सीटों
पर
‘आप’
का
कब्जा
है,
जबकि
एक
सीट
कांग्रेस
और
एक
निर्दलीय
के
पास
है.

यह
लोकसभा
सीट
2009
में
अस्तित्व
में
आई
थी.
उस
समय
शिरोमणि
अकाली
दल
के
रतन
सिंह
अजनाला
ने
जीत
हासिल
की
थी.
2014
के
चुनाव
में
भी
शिआद
के
रणजीत
सिंह
ब्रह्मपुरा
सांसद
बने
थे.
2019
के
चुनाव
में
कांग्रेस
के
जसवीर
सिंह
गिल
विजेता
हुए
थे.
गिल
ने
शिआद
उम्मीदवार
और
पूर्व
शिरोमणि
गुरुद्वारा
प्रबंधक
कमेटी
(एसजीपीसी)
प्रमुख
बीबी
जागीर
कौर
को
1.40
लाख
वोटों
से
हराया
था.
इस
चुनाव
में
आम
आदमी
पार्टी
महज
13,656
वोट
लेकर
चौथे
स्थान
पर
रही
थी.
मानवाधिकार
कार्यकर्ता
जसवंत
सिंह
खालरा
की
पत्नी
परमजीत
कौर
खालरा
ने
भी
इस
सीट
से
2019
का
चुनाव
लड़ा
था
और
उन्हें
महज
20
प्रतिशत
वोट
हासिल
हुए.


सिखों
का
प्रसिद्ध
तीर्थ
है
खडूर
साहिब

खडूर
साहिब
क्षेत्र
को
सिखों
का
पवित्र
स्थल
माना
जाता
है.
गुरुद्वारा
श्री
खडूर
साहिब
के
नाम
से
ही
यह
जगह
प्रसिद्ध
है.
यहां
सिखों
के
8
गुरुओं
ने
भ्रमण
किया
था.
गुरुनानक
देव
यहां
5
बार
आए
थे.


पीएम
मोदी
ने
संभाली
प्रचार
की
कमान

इस
बीच
प्रधानमंत्री
नरेन्द्र
मोदी
ने
पंजाब
में
चुनाव
प्रचार
की
कमान
संभाल
ली
है.
वे
बृहस्पतिवार
को
पटियाला
में
अपनी
पहली
रैली
के
साथ
पंजाब
में
चुनाव
प्रचार
अभियान
की
शुरुआत
करेंगे.
भाजपा
की
राज्य
इकाई
के
सचिव
राकेश
राठौड़
ने
कहा
कि
प्रधानमंत्री
23
और
24
मई
को
तीन
रैलियों
को
संबोधित
करेंगे.
नरेंद्र
मोदी
23
मई
को
पटियाला
में
और
अगले
दिन
गुरदासपुर

जालंधर
में
रैलियां
करेंगे.

भाजपा
ने
पटियाला
संसदीय
सीट
से
चार
बार
की
सांसद
परनीत
कौर
को
उम्मीदवार
बनाया
है.
जालंधर
से
सुशील
रिंकू
और
गुरदासपुर
से
पूर्व
विधायक
दिनेश
बब्बू
भाजपा
के
उम्मीदवार
हैं.

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