नई
दिल्ली.
देश
में
लोकसभा
चुनाव
2024
जारी
हैं.
केवल
प्रमुख
राजनीतिक
दल
ही
नहीं
इन
चुनावों
में
आम
लोग
भी
अपनी
किस्मत
आजमाने
में
लगे
हैं.
उत्तर
प्रदेश
के
भदोई
में
एक
किसान
ने
भी
इस
बार
चुनाव
लड़ने
की
मन
में
ठान
ली.
जेब
में
पैसे
नहीं
थे
तो
उसने
अपने
खेत
को
ही
गिरवी
रख
दिया.
रुपयों
का
इंतजाम
कर
जैसे-तैसे
वो
अपना
नामांकन
भरने
के
लिए
कलेक्टर
ऑफिस
पहुंचा.
लेकिन
इससे
पहले
कि
करण
शुक्ला
नामक
यह
किसान
चुनावी
मैदान
में
औपचारिक
तौर
पर
उतर
पाता.
उसके
साथ
खेला
हो
गया.
दरअसल,
ठीक
से
नामाकंन
पत्र
नहीं
भरने
के
कारण
उसका
पर्चा
ही
रद्द
कर
दिया
गया.
न्यूज18
इंडिया
के
चर्चित
शो
‘भैया
जी
कहीं’
के
भदोई
में
हुए
प्रोग्राम
के
दौरान
यह
किसान
भी
पहुंचा.
करण
शुक्ला
खाली
वक्त
में
वॉजमैन
का
काम
करते
हैं.
उन्होंने
बताया
कि
वो
देश
में
महंगाई
से
काफी
परेशान
हैं.
यही
वजह
है
कि
वो
इस
बार
लोकसभा
चुनाव
में
नामांकन
भरने
के
लिए
गए
थे.
किसान
के
साथ
हो
गया
खेला…
करण
ने
कहा,
‘मैं
चुनाव
लड़ने
वाला
था.
खेत
गिरवी
रखकर
चुनाव
लड़ा
लेकिन
हमारा
पर्चा
खारिज
हो
गया.
जांच
कराईये.
मैं
बाहर
वॉचमैनी
करता
था.
पूछा
गया
कि
क्यों
चुनाव
लड़ना
है.
तो
उसने
कहा
कि
इतनी
महंगाई
है.’
इसपर
भैया
जी
ने
पूछा
तो
क्या
आप
महंगाई
दूर
कर
देंगे.
करण
ने
कहा
कि
यह
बात
मोदी
जी
तक
पहुंचाएंगे.
पूछा
गया
कि
क्या
चुनाव
लड़कर
आप
मोदी
जी
तक
यह
बात
पहुंचाएंगे?
उसने
कहा-
हां.
क्यों
अन्याय
हो
रहा
है
जनता
के
साथ.
यह
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पढ़ें:- चंद्रयान-4
पर
ISRO
तेजी
से
कर
रहा
काम…लेकिन
चांद
के
किस
हिस्से
पर
लैंड
होगा
हमारा
मून
मिशन?
वैज्ञानिक
ने
बताया
देश
में
महंगाई
से
है
परेशान…
भैया
जी
ने
उसे
समझाया
कि
काहे
पैसा
बर्बाद
कर
रहे
हैं?
करण
ने
शो
में
मौजूद
कांग्रेस-बीजेपी
के
उम्मीदवारों
की
ओर
उंगली
करते
हुए
कहा
कि
तो
क्या
ये
सब
भी
पैसा
बर्बाद
कर
रहे
हैं?
कहा
गया
कि
इन
नेताओं
की
तो
बड़ी-बड़ी
पार्टी
है.
करण
बोला-
ये
जनता
का
पैसा
है.
इतनी
महंगाई
क्यों
हो
रही
है.
एक
रुपये
की
चीज
तीन
रुपये
की
हो
गई
है.
भैयाजी
ने
उसे
कहा-
तौ
क्या
चुनाव
लड़ोगे.
तुम्हारा
सपोर्टर
कौन
है?
उसने
कहा
कि
मेरा
सपोर्टर
जनता
है.
1200
गांव
के
लोग
हैं.
…तो
बच्चों
का
क्या
होगा?
अपने
एक
परिचित
की
ओर
ईशारा
करते
हुए
करण
ने
कहा
कि
जांच
करें,
हमारे
भाई
का
भी
कॉपी
रद्द
हुआ
है.
17
लोगों
का
हुआ
है.
इसपर
भैया
जी
ने
कहा
कि
ये
भी
खाली
और
तुम
भी
खाली.
क्या
नाम
है
आपका?
दीनानाथ
उपाध्याय.
पूछा
गया
कि
काहे
इनका
दिमाग
खराब
किए
हो?
दीनानाथ
ने
कहा
कि
इनका
दिमाग
खराब
नहीं.
अपना
खेत
गिरवी
रखकर
ये
चुनाव
लड़
रहा
है.
भैया
जी
ने
उसे
समझाया
कि
तुम्हारे
बच्चों
का
क्या
होगा
फिर.
लेकिन
यह
शख्स
नहीं
माना.
इसने
कहा
कि
मेरा
मकसद
जनता
की
सेवा
करना
है
और
बाद
में
इन्हें
छुड़वा
लेंगे.
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FIRST
PUBLISHED
:
May
15,
2024,
19:40
IST