
पटना.
बिहार
कैडर
के
आईएएस
संजीव
हंस
और
पूर्व
एमएलए
गुलाब
यादव
के
यहां
ईडी
की
छापेमारी
खत्म
हो
चुकी
है.
दोनों
के
करीब
20
ठिकानों
पर
छापेमारी
की
गई.
ईडी
के
हाथ
लगे
कई
दस्तावेज
में
दोनों
के
बीच
सांठ-गांठ
के
प्रमाण
भी
मिले
हैं.
सूत्रों
के
मुताबिक
संजीव
हंस
और
गुलाब
यादव
बिजनेस
पार्टनर
हैं.
दोनों
का
कारोबार
कई
राज्यों
में
फैला
हुआ
है.
ईडी
की
टीम
खातों
में
लाखों
के
लेनदेन
के
सबूतों
को
खंगालने
में
जुटी
है.
दोनों
कि
ठिकाने
से
15
से
अधिक
बेशकीमती
ब्रांड
के
घड़ियां
बरामद
हुई
हैं,
जिनकी
कीमत
लगभग
40
लाख
के
करीब
है.
एक
किलो
से
अधिक
सोना
के
जेवरात
ईडी
ने
बरामद
किए.
संजीव
हंस
ने
पिता
के
नाम
पर
कई
प्रॉपर्टी
बना
रखी
है.
अमृतसर
में
एक
मकान
भी
है.
संजीव
हंस
के
पिता
पंजाब
सरकार
से
सेवानिवृत्त
हैं.
संजीव
हंस
ने
काफी
विदेश
यात्राएं
हाल
के
वर्षों
में
की
हैं.
ईडी
इस
बात
का
भी
पता
लगा
रही
है
कि
संजीव
हंस
ने
सरकार
से
परमिशन
ली
थी
या
नहीं.
गोवा
समेत
कई
शहर
में
प्रॉपर्टी
है.
ईडी
की
टीम
जब
संजीव
हंस
के
घर
पहुँची
तो
संजीव
हंस
ने
अपने
आपको
एक
कमरे
में
बंद
कर
लिया.
टीम
ने
संजीव
हंस
के
घर
का
दरवाजा
तोड़कर
घर
के
अंदर
प्रवेश
किया
और
छापेमारी
की.
गुलाब
यादव
के
बैंक
खाते
में
चार
करोड़
कैश
जमा
मिला
है.
इसमें
से
कुछ
लाख
विगत
लोकसभा
चुनाव
में
खर्च
करने
की
जानकारी
मिली
है.
एक
महिला
वकील
के
साथ
यौन
उत्पीड़न
और
भ्रष्टाचार
से
जुड़े
मामले
में
पटना
पुलिस
ने
हंस
के
खिलाफ
2023
में
केस
दर्ज
किया
था.
इस
मामले
में
ईडी
ने
मनी
लॉन्ड्रिंग
का
मामला
दर्ज
किया
था.
पीड़ित
महिला
का
बयान
ईडी
ने
दर्ज
किया
है.
महिला
ने
बताया
कि
गुलाब
यादव
ने
उसे
90
लाख
कैश
दिया
और
एक
20
लाख
की
गाड़ी
दी
थी.
पीड़ित
महिला
वकील
ने
आरोप
लगाया
था
कि
पूर्व
MLA
गुलाब
यादव
ने
राज्य
महिला
आयोग
में
सदस्य
बनाने
के
नाम
पर
पहली
बार
गन
प्वाइंट
पर
अपने
घर
पर
रेप
किया
था.
गुलाब
यादव
ने
बाद
में
शादी
का
झांसा
दिया
और
लगातार
शोषण
जारी
रखा.
फिर
महिला
वकील
को
गुलाब
यादव
ने
पुणे
बुलाया.
खाने-पीने
की
चीजों
में
नशीला
पदार्थ
मिलाकर
गुलाब
यादव
और
IAS
संजीव
हंस
ने
गैंगरेप
किया.
दानापुर
कोर्ट
ने
दोनों
के
खिलाफ
एफआईआर
दर्ज
करने
का
आदेश
दिया
था.
FIRST
PUBLISHED
:
July
17,
2024,
22:56
IST