दूर दूराज के 3500 गांवों को मिलेगा हाईस्पीड इंटरनेट, 1200 से नए टावर लगेंगे

दूर दूराज के 3500 गांवों को मिलेगा हाईस्पीड इंटरनेट, 1200 से नए टावर लगेंगे


जयपुर.

केन्द्र
और
राजस्थान
सरकार
की
ओर
से
प्रदेश
के
प्रत्येक
व्यक्ति
को
इस
साल
के
अंत
तक
दूरसंचार
सेवाओं
के
साथ
साथ
हाईस्पीड
इंटरनेट
उपलब्ध
कराया
जाएगा.
भारत
संचार
निगम
लिमिटेड
की
ओर
से
राज्य
सरकार
के
साथ
ज्वॉइंट
ऑपरेशन
में
विशेष
अभियान
के
तहत
प्रदेश
के
3500
से
ज्यादा
दूरस्थ
और
दुर्गम
ग्रामीण
इलाकों
में
दूरसंचार
सेवाओं
का
विस्तार
किया
जा
रहा
है.
इसकी
पूरी
योजना
का
खाका
खींच
लिया
गया
है.
जल्द
ही
उसे
अमली
जामा
पहना
दिए
जाने
का
दावा
किया
जा
रहा
है.

बीएसएनएल
की
ओर
से
दूरसंचार
सेवाओं
से
वंचित
रह
रहे
3500
गांव-ढाणियों
में
तेजी
से
मोबाइल
टावर
लगाए
जा
रहे
हैं.
बेहतर
दूरसंचार
सेवाओं
के
लिए
बीएसएनएल
वंचित
ग्रामीण
इलाकों
में
1200
से
ज्यादा
नए
टावर
स्थापित
कर
रहा
है.
अस्सी
फीसदी
से
ज्यादा
मोबाइल
टावर
पश्चिमी
राजस्थान
के
जैसलमेर,
बाड़मेर
और
जोधपुर
के
साथ
साथ
उदयपुर
तथा
राजसमंद
के
आदिवासी
ग्रामीण
इलाकों
में
लगाए
जाएंगे.
राजस्थान
का
पश्चिमी
इलाका
रेतीला
है.
वहां
गांवों
और
ढाणियों
के
बीच
कई
किलोमीटर
की
दूरिया
हैं.
वहीं
उदयपुर
संभाग
के
कई
आदिवासी
इलाकों
तक
आम
आदमी
पहुंच
भी
काफी
मुश्किल
है.


3500
से
ज्यादा
गांव-ढाणी
अभी
इन
सेवाओं
से
वंचित
हैं

इसके
साथ
ही
पूर्वी
राजस्थान
के
कई
जिलों
में
हाईटेक
दूरसंचार
सेवाओं
का
नया
नेटवर्क
तैयार
किया
जा
रहा
है.
राज्य
सरकार
के
साथ
मिलकर
बीएसएनएल
प्रदेश
के
सभी
नागरिकों
तक
दूरसंचार
सेवाएं
पहुंचाने
और
हाई
स्पीड
ब्रॉडबैंट
इंटरनेट
सेवा
के
लिए
नेटवर्क
का
जाल
बिछा
रहा
है.
संचार
क्रांति
के
इस
युग
में
भी
राजस्थान
के
करीब
3500
से
ज्यादा
गांव-ढाणी
अभी
इन
सेवाओं
से
पूरी
तरह
से
वंचित
हैं.


इस
वर्ष
के
अंत
तक
दूरस्थ
ग्रामीण
इलाकों
को
मिलने
लगेगी
सेवाएं

बीएसएनएल
राजस्थान
परिमंडल
के
मुख्य
महाप्रबंधक
संजय
कुमार
के
मुताबिक
केन्द्र
सरकार
के
निर्देश
के
बाद
राज्य
सरकार
के
सहयोग
से
इस
वर्ष
के
अंत
तक
प्रत्येक
नागरिक
को
दूरसंचार
सेवाओं
के
साथ
साथ
हाईस्पीड
इंटरनेट
सेवाओं
से
जोड़
दिया
जाएगा.
इसके
तहत
अब
तक
दूरसंचार
सेवाओं
से
वंचित
ग्रामीण
इलाकों
को
बेहद
फायदा
होगा.


FIRST
PUBLISHED
:

July
19,
2024,
15:12
IST