
मुंबई.
ट्रेनी
आईएएस
ऑफिसर
पूजा
खेडकर
को
बड़ा
झटका
लगा
है.
दरअसल,
सिविल
सेवा
में
क्वॉलिफाई
करने
के
लिए
दिव्यांगता
कैटेगरी
के
बारे
में
झूठ
बोलने
को
लेकर
आरोपों
का
सामने
कर
रही
पूजा
खेडकर
ने
अगस्त
2022
में
पुणे
से
दिव्यांगता
प्रमाण
पत्र
के
लिए
आवेदन
किया
था,
लेकिन
उनकी
जांच
करने
वाले
डॉक्टरों
ने
उनके
आवेदन
को
खारिज
कर
दिया
और
कहा
‘यह
मुमकिन
नहीं
है’.
खेडकर
पर
भारतीय
प्रशासनिक
सेवा
(आईएएस)
में
स्थान
पाने
के
लिए
शारीरिक
दिव्यांगता
श्रेणी
और
अन्य
पिछड़ा
वर्ग
(ओबीसी)
कोटा
के
तहत
लाभों
का
दुरुपयोग
करने
का
आरोप
लगाया
गया
है.
उन्हें
अनुचित
व्यवहार
के
आरोपों
के
कारण
पुणे
से
वाशिम
स्थानांतरित
कर
दिया
गया
था.
“कृपया
निम्नलिखित
दिव्यांगता
के
लिए
दिव्यांगता
सर्टिफिकेट
जारी
करने
के
लिए
आपकी
तरफ
से
23/08/2022
को
दाखिल
आवेदन
देखें:
लोकोमोटर
दिव्यांगता
(जो
सेरेब्रल
पाल्सी
या
हड्डियों
या
मांसपेशियों
को
प्रभावित
करने
वाली
स्थिति
को
बताता
है,
जिससे
पैरों
या
बाहों
की
एक्टिविटी
में
परेशानी
हो
सकती
है)..”
एनडीटीवी
के
मुताबिक,
ट्रेनी
आईएएस
पूजा
को
एक
पत्र
के
जरिए
यह
बताया
गया,
“…
11/10/2022
को
तय
मेडिकल
बोर्ड
द्वारा
आपकी
जांच
की
गई
है
और
मुझे/हमें
यह
बताते
हुए
खेद
है
कि…
आपके
पक्ष
में
दिव्यांगता
सर्टिफिकेट
जारी
करना
संभव
नहीं
है.”
यह
दूसरी
बार
था
जब
पूजा
खेडकर
ने
इस
तरह
का
मेडिकल
सर्टिफिकेट
हासिल
करने
की
कोशिश
की.
रिपोर्टों
से
संकेत
मिलता
है
कि
उसने
पहले
अहमदनगर
से
प्रमाणपत्र
प्राप्त
करने
का
प्रयास
किया
था.
अहमदनगर
की
2023-बैच
की
अधिकारी,
खेडकर
ने
पिछले
हफ्ते
उस
वक्त
काफी
सुर्खियां
बटोरीं,
जब
खबरें
आईं
कि
उन्होंने
यूपीएससी
परीक्षा
में
उल्लेखनीय
स्कोर
के
बावजूद
एक
अधिकारी
का
पद
हासिल
करने
के
लिए
अपनी
मानसिक
दिव्यांगता
के
बारे
में
झूठ
बोला
था.
Tags:
IAS
Officer,
UPSC
FIRST
PUBLISHED
:
July
15,
2024,
17:12
IST