
दौलत
पारीक.
टोंक.
कांग्रेस
के
पूर्व
विधायक
प्रशांत
बैरवा
की
मुश्किलें
बढ़
गई
हैं.
अवैध
खनन
के
मामले
में
खनजि
विभाग
ने
प्रशांत
बैरवा
की
मां
आशा
लता
पर
25
करोड़
64
लाख
रुपये
से
ज्यादा
का
जुर्माना
लगाया
है.
खनिज
विभाग
ने
उनको
अवैध
खनन
का
दोषी
माना
है.
यह
पूरी
राशि
एक
महीने
में
जमा
कराने
के
निर्देश
दिए
गए
हैं.
यह
अवैध
खनन
सरकार
में
रहते
किया
गया
था.
सरकार
में
रहते
हुए
कार्रवाई
नहीं
हुई.
लेकिन
सत्ता
बदलते
ही
पूरी
तस्वीर
ही
बदल
गई
है.
जानकारी
के
अनुसार
अवैध
खनन
का
यह
मामला
टोंक
जिले
बहड़
गांव
में
अवैध
खनन
से
जुड़ा
हुआ
है.
यहां
की
क्वार्ट्ज
पत्थर
की
खान
पूर्व
विधायक
प्रशांत
बैरवा
की
मां
आशा
लता
के
नाम
पर
है.
इस
संबंध
में
शिकायत
मिलने
के
बाद
खनिज
विभाग
की
ओर
से
इसका
निरीक्षण
किया
गया
था.
निरीक्षण
में
वहां
भारी
अनियमितताएं
मिली
थी.
वहां
स्वीकृत
क्षेत्र
से
बाहर
क्वार्ट्ज
पत्थर
का
खनन
किया
जा
रहा
था.
सत्ता
परिवर्तन
होने
के
बाद
शिकायत
की
जांच
हुई
इस
पर
खनिज
विभाग
ने
लीजधारक
को
अवैध
खनन
का
दोषी
माना.
उसके
बाद
उन
पर
25
करोड़
66
लाख
74
हजार
413
रुपये
का
जुर्माना
लगाने
की
कार्रवाई
की
गई
है.
खनिज
विभाग
ने
इस
संबंध
में
उनको
नोटिस
जारी
किया
है.
बताया
जा
रहा
है
पूर्ववर्ती
सरकार
के
समय
से
ही
यह
गड़बड़झाला
किया
जा
रहा
था.
शिकायत
तब
भी
की
गई
थी.
लेकिन
कोई
कार्रवाई
नहीं
हुई.
अब
सूबे
में
सत्ता
परिवर्तन
होते
ही
शिकायत
की
जांच
में
तेजी
आई.
बैरवा
पूर्व
सीएम
गहलोत
के
नजदीकी
रहे
हैं
जांच
में
गड़बड़झाला
सामने
आते
ही
खनिज
विभाग
सक्रिय
हो
गया
और
जुर्माना
राशि
तय
कर
लीजधारक
को
नोटिस
जारी
कर
दिया
गया
है.
विधायक
ने
सरकार
में
रहते
हुए
अपनी
खान
के
पास
स्थित
चारागाह
भूमि
पर
अवैध
तरीके
से
खनन
कर
करोड़ों
का
कारोबार
किया.
प्रशांत
बैरवा
पूर्व
सीएम
अशोक
गहलोत
के
नजदीकी
रहे
हैं.
प्रशांत
बैरवा
टोंक
जिले
की
निवाई-पीपलू
विधानसभा
क्षेत्र
से
विधायक
रहे
हैं.
राजस्थान
में
पूर्व
में
गहलोत-पायलट
विवाद
के
समय
पूर्व
विधायक
की
भूमिका
खासा
चर्चा
में
रही
थी.
FIRST
PUBLISHED
:
May
20,
2024,
10:22
IST