
दीपक
पुरी.
भरतपुर.
नीट
पेपर
लीक
केस
में
सीबीआई
ने
राजस्थान
में
बड़ी
कार्रवाई
की
है.
सीबीआई
ने
भरतपुर
के
श्रीजगन्नाथ
पहाड़िया
मेडिकल
कॉलेज
के
दो
स्टूडेंट्स
को
गिरफ्तार
किया
है.
गिरफ्तार
किए
गए
स्टूडेंट्स
में
कुमार
मंगलम
बिश्नोई
और
दीपेंद्र
कुमार
शामिल
हैं.
दोनों
स्टूडेंट्स
की
गिरफ्तारी
के
बाद
भरतपुर
मेडिकल
कॉलेज
प्रशासन
में
हड़कंप
मच
गया.
सीबीआई
की
टीम
ने
दोनों
को
मेडिकल
काउंसिल
ऑफ
इंडिया
के
अधिकारी
बनकर
दबोचा
है.
जानकारी
के
अनुसार
गिरफ्तार
किया
गया
दीपेंद्र
कुमार
दौसा
जिले
का
रहने
वाला
है.
कुमार
मंगलम
बिश्नोई
नागौर
जिले
का
रहने
वाला
बताया
जा
रहा
है.
लेकिन
उसका
परिवार
जोधपुर
शिफ्ट
हो
गया.
पकड़े
गए
दोनों
ही
छात्र
भरतपुर
में
जवाहर
नगर
कॉलोनी
में
किराए
के
मकान
में
रहकर
पढ़ाई
कर
रहे
हैं.
ये
दोनों
मेडिकल
कॉलेज
में
रैगिंग
के
मामले
में
भी
चर्चाओं
में
रहे
थे.
सीबीआई
के
पास
नीट
पेपर
लीक
केस
को
लेकर
इनपुट
था
रैंगिंग
के
मामले
में
कुमार
मंगलम
बिश्नोई
को
इसी
साल
मार्च
में
3
माह
के
लिए
निष्कासित
किया
गया
था.
इसके
साथ
ही
उस
पर
25
हजार
रुपये
का
जुर्माना
भी
लगाया
गया
था.
इनमें
एक
फर्स्ट
ईयर
और
दूसरा
सैकेंड
ईयर
का
छात्र
है.
इन
दोनों
को
सीबीआई
ने
दो
दिन
पहले
18
जुलाई
को
पकड़ा
था.
लेकिन
इसकी
पुष्टि
कल
की
गई
है.
सीबीआई
ने
इनको
मेडिकल
काउंसिल
ऑफ
इंडिया
के
अधिकारी
बनकर
रैंगिंग
केस
में
पकड़ना
बताया
है.
सूत्रों
के
अनुसार
दोनों
के
बारे
में
सीबीआई
के
पास
नीट
पेपर
लीक
केस
को
लेकर
इनपुट
था.
उसी
केस
में
उनको
पकड़ा
गया
है.
दोनों
छात्रों
को
रैंगिंग
केस
में
पकड़ना
बताया
है
श्रीजगन्नाथ
पहाड़िया
मेडिकल
कॉलेज
भरतपुर
के
प्रिंसिपल
तरुण
लाल
का
कहना
है
कि
सीबीआई
की
टीम
मेडिकल
काउंसिल
ऑफ
इंडिया
अधिकारी
बन
कर
आई
थी.
वह
दोनों
छात्रों
को
रैंगिंग
केस
में
पकड़ना
बताया
है.
नीट
पेपर
लीक
केस
को
लेकर
उन्होंने
मीडिया
को
कोई
जवाब
नहीं
दिया.
बहरहाल
भरतपुर
मेडिकल
कॉलेज
के
दो
छात्रों
की
गिरफ्तार
के
बाद
वहां
कोई
इस
मामले
में
मुंह
खोलने
के
लिए
तैयार
नहीं
हो
रहा
है.
FIRST
PUBLISHED
:
July
21,
2024,
09:34
IST