
पाकिस्तान
की
सरपरस्ती
में
आतंकियों
का
जम्मू
को
दहलाने
का
प्लान
बेनकाब
हो
गया
है.
न्यूज़18
इंडिया
के
पास
उस
खुफिया
इंटेलिजेंस
नोट
की
कॉपी
मौजूद
है,
जिसमें
जम्मू
में
बड़े
आतंकी
हमले
की
पूरी
साजिश
दर्ज
है.
इन
इंटेलिजेंस
नोट
से
यह
साफ
तौर
पर
जाहिर
होता
है
कि
भारत
के
कभी
बेहद
शांत
रहे
जम्मू
इलाके
को
दहलाने
के
लिए
आतंकवादियों
ने
पाकिस्तान
की
मदद
से
किस
तरह
पुख्ता
तैयारी
कर
रखी
है.
न्यूज़
18
इंडिया
ने
इन
इंटेलिजेंस
नोट
का
आंकलन
किया,
जिससे
पाकिस्तान
की
भारत
को
दहलाने
वाली
चाल
बेनकाब
हुई
है.
इन
इंटेलिजेंट
नोट
में
पाकिस्तान
की
नापाक
साजिश
का
कच्चा
चिट्ठा
मौजूद
है.
इससे
पता
चलता
है
कि
कैसे
लोकसभा
चुनाव
के
दौरान
और
फिर
चुनाव
के
बाद
पाकिस्तान
ने
वह
हर
तरीका
अपनाया,
जिससे
भारत
में
और
अशांति
का
माहौल
हो.
इससे
यह
भी
पता
चलता
है
कि
लोकसभा
चुनाव
के
वक्त
पाकिस्तान
के
कब्जे
वाले
कश्मीर
में
मौजूद
टेररिस्ट
कैंप
में
गतिविधियां
बढ़
गई
थीं.
उन
कैंप
में
ट्रेनिंग
के
बाद
आतंकियों
को
लगातार
भारत
में
दाखिल
करवाया
जा
रहा
था,
यानी
कि
कातिलाना
घुसपैठ
करवाई
जा
रही
थी.
जमीन,
आसमान
और
फिर
साइबर
स्पेस
से
अटैक
का
प्लान
पाकिस्तान
ने
जम्मू
इलाके
में
आतंक
फैलाने
के
लिए
जमीन,
आसमान
और
फिर
साइबर
स्पेस
से
हर
संभव
कोशिश
की.
अब
यह
भी
आशंका
है
कि
वह
आतंकियों
के
जरिये
स्नाइपर
अटैक
की
फिराक
में
है.
यहां
गौर
करने
वाली
बात
यह
भी
है
अमेरिका
में
डोनाल्ड
ट्रंप
पर
हाल
ही
में
जो
हमला
हुआ,
वह
स्नाइपर
अटैक
ही
था.
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शिंदे
को
गद्दार
कहकर…
खुफिया
सूत्रों
के
मुताबिक,
पाकिस्तान
ने
अपनी
इस
चाल
में
पुराने
आतंकी
संगठनों
को
तो
एक्टिव
रखा
ही
है,
साथ
ही
रेजिस्टेंस
फ्रंट,
कश्मीर
टाइगर,
जम्मू
डोगरा
लिबरेशन
फ्रंट
जैसे
संगठनों
को
आगे
रखकर
आतंकी
हमले
को
अंजाम
दे
रहा
है.
इन
आतंकियों
ने
धार्मिक
उन्माद
फैलाने
के
लिए
हमले
की
योजना
बनाई
या
फिर
भारत
की
सुरक्षा
बलों
को
निशाना
बनाने
के
लिए
साजिश
रची.
पाकिस्तान
की
कातिलाना
चाल
उजागर
इन
इंटेलिजेंस
नोट्स
में
इस
बात
का
बाकायदा
जिक्र
है
कि
पाकिस्तान
और
अफगानिस्तान
के
बाद
अब
यूरोप
और
तुर्की
जैसे
देशों
को
भी
पाकिस्तान
ने
अपनी
साजिश
का
केंद्र
बनाया
है.
अब
हम
सिलसिलेवार
तरीके
से
आपको
उन
इंटेलिजेंस
नोट
के
बारे
में
बताते
हैं,
जिनको
खुफिया
एजेंसी
ने
जारी
किया
था
और
उस
दौरान
लगातार
आतंकी
हमले
होते
रहे.
न्यूज
18
इंडिया
का
मकसद
सिर्फ
और
सिर्फ
पाकिस्तान
की
उस
कातिलाना
चाल
को
उजागर
करना
है,
जो
वह
भारत
के
खिलाफ
रच
रहा
है.
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के
वकील
ने
भरी
अदालत
में
खड़े
होकर
कहा
इनमें
से
एक
इंटेलिजेंस
नोट
1
जून
को
जारी
किया
गया
था,
जिसमें
इस
बात
का
जिक्र
है
कि
आईईडी
और
विस्फोटकों
की
खेप
जम्मू
के
मैदानी
इलाकों
में
पहुंच
चुकी
है.
इस
खेप
से
सुरक्षा
बलों
को
निशाना
बनाने
की
कोशिश
की
जा
रही
है.
इस
नोट
में
इस
बात
का
भी
जिक्र
है
कि
आतंकी
सुरक्षा
बलों
के
कैंप
वाहनों,
काफिल
और
धार्मिक
जगह
पर
बड़ा
हमला
कर
सकते
हैं.
दूसरा
नोट
भी
इसी
दौरान
का
है,
जिसमें
इस
बात
का
जिक्र
है
कि
लश्कर
और
जम्मू
डोगरा
लिबरेशन
फ्रंट
टीआरएफ
की
मदद
से
आतंकी
हमले
को
अंजाम
दे
सकते
हैं.
इस
पूरे
प्लान
में
तुर्की
और
यूरोप
से
इस
मॉड्यूल
को
मदद
मिल
रही
है.
इसी
के
बाद
9
जून
को
आतंकियों
ने
कठुआ
में
तीर्थयात्रियों
की
बस
को
निशाना
बनाया,
जिससे
बस
ने
संतुलन
खो
दिया
और
खाई
में
जा
गिरी.
इस
घटना
में
9
तीर्थ
यात्रियों
की
मौत
हो
गई
थी.
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गई
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के
लिए
तलब
इसके
बाद
12
जून
को
भी
इंटेलिजेंस
अलर्ट
जारी
हुआ
था
कि
कठुआ
इलाके
में
घुसपैठ
करके
पहुंचे
5
से
7
आतंकी
बड़े
हमले
को
अंजाम
दे
सकते
हैं.
इसमें
साफ
तौर
पर
यह
भी
लिखा
गया
था
कि
ये
आतंकी
सुरक्षा
बल
और
स्थानीय
लोगों
को
निशाना
बना
सकते
हैं.
कठुआ
जिले
में
इसी
के
बाद
हुई
मुठभेड़
में
दो
पाकिस्तानी
आतंकी
मारे
गए
थे.
इस
मुठभेड़
सीआरपीएफ
का
जवान
शहीद
भी
हो
गया
था.
राजौरी
में
दिखे
3
लश्कर
आतंकी
वहीं
13
जून
को
एक
और
इंटेलिजेंस
नोट
जारी
किया
गया,
जिसमें
खुलासा
किया
गया
कि
घुसपैठ
कर
चुके
आतंकी
जम्मू
इलाके
में
पूरी
तैयारी
से
आए
हैं.
इसमें
कहा
गया
कि
लश्कर
के
तीन
विदेशी
आतंकियों
की
मूवमेंट
जम्मू
के
राजौरी
जिले
में
देखी
गई
है,
जिनकी
लंबी
दाढ़ी
है
और
कैमोफ्लाज
ड्रेस
उन्होंने
पहने
हैं.
इसमें
यह
भी
बताया
गया
कि
आतंकियों
की
नजर
सुरक्षा
बलों
के
अलावा
स्थानीय
प्रशासन
द्वारा
बनाई
गई
विलेज
डिफेंस
गार्ड
कमेटी
पर
भी
है.
जैश
ए
मोहम्मद
के
तीन
आतंकवादियों
ने
पाकिस्तान
की
ओर
से
भारत
में
घुसपैठ
की
है
और
सुरक्षा
बलों,
विलेज
डिफेंस
गार्ड
सदस्यों
को
अपना
निशाना
बनाना
चाहते
हैं.
यही
नहीं
अमरनाथ
यात्रा
को
भी
आतंकी
लगातार
अपने
निशाने
पर
लेने
की
कोशिश
करते
रहे
हैं
और
ऐसे
तीन
इंटेलिजेंस
नोट
जून
के
महीने
में
और
एक
इंटेलिजेंस
नोट
जुलाई
के
महीने
में
जारी
किया
गया.
इसमें
अमरनाथ
यात्रा
पर
आतंकियों
के
हमले
को
लेकर
संबंधित
एजेंसियों
को
आगाह
किया
गया
है.
इसके
साथ
ही
एक
अन्य
इंटेलिजेंस
अलर्ट
में
बताया
गया
कि
लश्कर
और
जैश
ने
मिलकर
फिदायीन
प्लान
तैयार
किया
है.
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FIRST
PUBLISHED
:
July
18,
2024,
15:01
IST