
The
vishvasnews.com
Fact
Check:
पूरा
देश
लोकसभा
चुनाव
में
मशगूल
है.
इस
बीच
सोशल
मीडिया
पर
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
का
एक
वीडियो
और
तस्वीर
वायरल
हो
रहा
है.
इसमें
दिख
रहा
है
कि
पीएम
मोदी
को
रवींद्रनाथ
टैगोर
का
उल्टा
पोर्ट्रेट
दिया
गया.
सोशल
मीडिया
पर
कुछ
यूजर्स
इसके
बहाने
पीएम
मोदी
पर
निशाना
साध
रहे
हैं.
vishvasnews.com
ने
इस
वीडियो
और
तस्वीर
की
पड़ताल
की.
जांच
में
ये
दोनों
चीजें
भ्रामक
पाई
गईं.
पता
चला
कि
पीएम
मोदी
को
गलती
से
उलटा
पोर्ट्रेट
दिया
गया
था,
लेकिन
जैसे
ही
गलती
का
अहसास
हुआ,
तो
कुछ
ही
सेकंड
में
उसे
सीधा
कर
दिया.
वहीं,
सोशल
मीडिया
पर
वीडियो
को
एडिट
करके
बाद
वाले
हिस्से
को
हटाकर
वायरल
किया
जा
रहा
है.
क्या
हो
रहा
है
वायरल
फेसबुक
यूजर
Hrishikesh
Ghosh
ने
12
मई
को
एक
पोस्ट
करते
हुए
अंग्रेजी
और
बांग्ला
में
लिखा,
“The
PM
Narendra
Modi
recived
an
upside-down
portrait
of
Kabiguru
Rabindra
Nath
Tagore
from
Bhatpara
BJP
MLA
Pawan
singh….
এরা
নাকি
বাঙালির
মনে
ও
হৃদয়ে
জায়গা
করতে
চায়.
বাংলার
অহংকার
ও
আবেগ
নিয়ে
খেলতে
এদের
এক
মুহূর্ত
সময়
লাগে
না.
সম্পূর্ণ
লিংকটি
রইলো!”
वायरल
पोस्ट
के
कंटेंट
को
यहां
ज्यों
का
त्यों
ही
लिखा
गया
है.
इसका
आर्काइव
वर्जन
यहां
देखा
जा
सकता
है.
भ्रामक
पोस्ट
टीएमसी
के
आधिकारिक
एक्स
हैंडल
के
अलावा
टीएमसी
नेता
अभिषेक
बनर्जी
और
सागरिका
घोष
की
ओर
से
भी
की
गई
है.
पड़ताल
विश्वास
न्यूज
ने
वायरल
पोस्ट
की
जांच
के
लिए
सबसे
पहले
गूगल
लेंस
टूल
का
इस्तेमाल
किया.
यहां
वायरल
पोस्ट
में
इस्तेमाल
की
गई
तस्वीर
को
सर्च
करने
पर
हमें
न्यूजटाइप
डॉट
इन
पर
असली
तस्वीर
मिली.
इसमें
देखा
जा
सकता
है
कि
पीएम
मोदी
के
हाथ
में
रवींद्रनाथ
टैगोर
का
सीधा
पोर्ट्रेट
है.
यह
खबर
12
मई
को
पोस्ट
की
गई
थी.
जांच
को
आगे
बढ़ाते
हुए
नरेंद्र
मोदी
के
आधिकारिक
यूट्यूब
चैनल
का
रुख
किया.
वहां
सर्च
करने
पर
हमें
12
मई
का
एक
वीडियो
मिला.
इसमें
बताया
गया
कि
पीएम
मोदी
ने
पश्चिम
बंगाल
के
बैरकपुर
(Barrackpore)
में
एक
रैली
को
संबोधित
किया
था.
इस
वीडियो
को
देखने
पर
हमें
2:45
मिनट
की
टाइम
लाइन
पर
पूरा
फुटेज
नजर
आया.
इसमें
देखा
जा
सकता
है
कि
जैसे
ही
पता
चला
कि
पोर्ट्रेट
उलटा
है,
तो
उसे
तुरंत
सीधा
कर
दिया
गया.
पड़ताल
के
अंत
में
फेसबुक
यूजर
की
जांच
की
गई.
फेसबुक
यूजर
Hrishikesh
Ghosh
कोलकाता
के
रहने
वाले
हैं.
इनके
इस
अकाउंट
को
पांच
हजार
से
ज्यादा
से
ज्यादा
लोग
फॉलो
करते
हैं,
जबकि
वह
खुद
4.8
हजार
लोगों
को
फॉलो
करते
हैं.
निष्कर्ष
:
विश्वास
न्यूज
की
पड़ताल
में
वायरल
पोस्ट
भ्रामक
साबित
हुई.
पीएम
मोदी
को
रवींद्रनाथ
टैगोर
की
पोर्ट्रेट
गलती
से
उलटी
दी
गई,
लेकिन
कुछ
ही
सेकंड
में
इसे
सीधा
कर
दिया
गया
था.वहीं,
सोशल
मीडिया
पर
भ्रम
फैलाने
के
लिए
अधूरी
वीडियो
और
तस्वीर
वायरल
की
जा
रही
है.
(This
story
was
originally
published
by
vishvasnews.com.
Fact
Check
Desk,
as
part
of
the
Shakti
Collective.
Except
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introduction
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story
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Tags:
Fact
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FIRST
PUBLISHED
:
May
15,
2024,
16:26
IST