Raichur Lok Sabha Seat: रायचूर सीट पर बीजेपी पर दूसरी बार जीत का दबाव, इस बार कांग्रेस देगी कड़ी टक्कर

Raichur Lok Sabha Seat: रायचूर सीट पर बीजेपी पर दूसरी बार जीत का दबाव, इस बार कांग्रेस देगी कड़ी टक्कर
Raichur Lok Sabha Seat: रायचूर सीट पर बीजेपी पर दूसरी बार जीत का दबाव, इस बार कांग्रेस देगी कड़ी टक्कर


रायचूर
लोकसभा
सीट.

रायचूर
लोकसभा
निर्वाचन
क्षेत्र
अनुसूचित
जनजाति
के
उम्मीदवारों
के
लिए
रिजर्व
है.
यहां
के
8
विधानसभा
क्षेत्रों
में
से
5
पर
कांग्रेस,
एक
पर
जनता
दल
एस
और
दो
भाजपा
के
पास
है.
इस
सीट
पर
2019
के
लोकसभा
चुनाव
में
भाजपा
के
राजा
अमरेश्वर
नायक
ने
कांग्रेस
के
बीवी
नायक
को
एक
लाख
17
हजार
716वोटों
के
बड़े
अंतर
से
जीत
का
परचम
लहराया
था.
वहीं
इस
बार
भी
बीजेपी
ने
राजा
अमरेश्वर
नाइक
को
टिकट
दिया
है.
वहीं
कांग्रेस
ने
जी
कुमार
नाइक
को
मैदान
में
उतारा
है.

ऐसा
माना
जा
रहा
है
कि
2019
के
मुकाबले
2024
में
रायचूर
लोकसभा
सीट
पर
भाजपा
और
कांग्रेस
के
बीच
कड़ी
टक्कर
देखने
को
मिल
सकती
है.
हालांकि
इससे
पहले
जनता
दल
एस
भी
बीच-बीच
में
टक्कर
देती
रही
है.

रायचूर
सीट
का
सियासी
इतिहास

दरअसल
रायचूर
लोकसभा
सीट
का
अस्तित्व
1957
में
आया
था.
इस
साल
लोकसभा
चुनाव
में
कांग्रेस
के
जीएस
मेलकोटे
सांसद
चुने
गए
थे.
वहीं
1962
में
कांग्रेस
के
जगन्नाथ
राव
चंद्रिकी
ने
चुनाव
में
जीत
दर्ज
की.
वहीं
1967
में
राजा
वेंकटप्पा
नाइक
ने
निर्दल
सांसद
निर्वाचित
हुए.
1971
में
पंपन
गौड़ा,
1977
में
राजशेखर
कोलूर,
जबकि
1980
और
1984
में
कांग्रेस
के
बीवी
देसाई
ने
जीत
दर्ज
की.

वहीं
1986
के
उपचुनाव
में
मेरे
घोरपड़े
कांग्रेस
के
टिकट
पर
चुनाव
जीतकर
लोकसभा
पहुंचे.
वहीं
1989
में
राजा
अम्बन्ना
नायक
डोरे
और
1991
में
वेंकटेश
नायक
कांग्रेस
से
सांसद
चुने
गए.
इसके
बाद
1996
में
जनता
दल
के
राजा
रंगप्पा
नाइक
ने
इस
क्षेत्र
का
प्रतिनिधत्व
किया.

वहीं
1998,
1999
और
2004
में
लगातार
तीन
बार
कांग्रेस
के
वेंकटेश
नायक
सांसद
चुने
गए.
2009
में
सन्ना
पकिरप्पा
भाजपा
के
टिकट
पर
लोकसभा
पहुंचे.
इसके
बाद
2014
में
बीवी
नायक
कांग्रेस
से
सांसद
चुने
गए.
वहीं
2019
में
भाजपा
के
राजा
अमरेश्वर
नाइक
ने
जीत
का
परचम
लहराया.

मतदाता
और
सामाजिक
तानाबाना

2019
के
डाटा
के
मुताबिक
कर्नाटक
की
रायचूर
लोकसभा
सीट
पर
कुल
मतदाताओं
की
संख्या
11
लाख
24
हजार
325
है.
कुल
आबादी
की
बात
करें
तो
2011
की
जनगणना
के
मुताबिक
यहां
की
आबादी
22
लाख
94
हजार
951
है.
यहां
की
लगभग
73.46
फीसदी
आबादी
गावों
में
रहती
है,
वहीं
26.54
फीसदी
आबादी
शहर
में
रहती
है.
जातीय
समीकरण
की
बात
करें
तो
यहां
पर
एससी
समुदाय
की
आबादी
21.72
प्रतिशत
है
और
एसटी
समुदाय
की
आबादी
18.19
प्रतिशत
है.

2019
चुनाव
का
परिणाम

  • विजेता

    राजा
    अमरेश्वर
    नाइक
    (बीजेपी)
  • वोट
    मिले

    598,337
  • वोट
    (%)

    53.21
  • उपविजेता

    बीवी
    नाइक
    (कांग्रेस)
  • वोट
    मिले

    4,80,621
  • वोट
    (%)

    42.75
  • अंतर
    1,17,716

2014
चुनाव
का
परिणाम

  • विजेता

    बीवी
    नाइक
    (कांग्रेस)
  • वोट
    मिले

    4,43,659
  • वोट
    (%)

    45.78
  • उपविजेता

    के.
    शिवनगौड़ा
    नाइक
    (कांग्रेस)
  • वोट
    मिले

    4,42,160
  • वोट
    (%)

    45.63
  • अंतर
    1499

कब
किसने
मारी
बाजी

  • 1957

    जीएस
    मेलकोटे

    कांग्रेस
  • 1962

    जगन्नाथ
    राव
    चंद्रिकी

    कांग्रेस
  • 1967

    राजा
    वेंकटप्पा
    नाइक

    निर्दल
  • 1971

    पंपन
    गौड़ा

    कांग्रेस
  • 1977

    राजशेखर
    कोलूर

    कांग्रेस
  • 1980

    बी.वी.
    देसाई

    कांग्रेस
  • 1984

    बी.वी.
    देसाई

    कांग्रेस
  • 1986
    (उपचुनाव)
    मेरे
    घोरपड़े

    कांग्रेस
  • 1989

    राजा
    अम्बन्ना
    नायक
    डोरे

    कांग्रेस
  • 1991

    वेंकटेश
    नायक

    कांग्रेस
  • 1996

    राजा
    रंगप्पा
    नाइक

    जनता
    दल
  • 1998

    वेंकटेश
    नायक

    कांग्रेस
  • 1999

    वेंकटेश
    नायक

    कांग्रेस
  • 2004

    वेंकटेश
    नायक

    कांग्रेस
  • 2009

    सन्ना
    पकिरप्पा

    भाजपा
  • 2014

    बीवी
    नायक

    कांग्रेस
  • 2019

    राजा
    अमरेश्वर
    नाइक

    भाजपा