

1
अप्रैल
में
शुरू
हो
रहा
गगन
शक्ति-2024
युद्धाभ्यास
भारत
अपनी
शक्ति
प्रदर्शन
के
लिए
विश्व
भर
में
प्रख्यात
है.
देश
की
तीनों
सेनाएं,
जल
थल
या
वायु
तीनों
की
सेनाएं
भारत
के
गौरव
को
हमेशा
से
बढ़ाते
रहे
हैं.
इसी
बीच
शक्ति
प्रदर्शन
के
लिए
भारतीय
वायु
सेना
हवाई
सैन्य
अभ्यास
‘गगन
शक्ति-2024’
का
आयोजन
करने
जा
रही
है.
10
दिवसीय
इस
युद्धाभ्यास
में
देश
के
सभी
वायु
सेना
स्टेशन
भाग
लेंगे
और
अपनी
शक्ति
का
प्रदर्शन
करेंगे.
1
अप्रैल
2024
से
पोखरण
स्थित
फील्ड
फायरिंग
रेंज
में
इस
युद्धाभ्यास
का
आयोजन
किया
जाएगा.
10
दिनों
तक
चलने
वाले
इस
युद्धाभ्यास
में
वायु
सेना
के
करीब
10
हजार
वायु
सैनिक
भाग
लेंगे.
रक्षा
मंत्रालय
द्वारा
जारी
दिशानिर्देशों
के
अनुसार
इसमें
पश्चिमी
और
उत्तरी
दोनों
मोर्चों
को
शामिल
किया
जाएगा.
पोखरण
फील्ड
फायरिंग
रेंज
पर
करेंगे
हमला
ऐसा
पहली
बार
नहीं
है
कि
भारत
में
इस
युद्धाभ्यास
का
आयोजन
हो
रहा
है.
हर
पांच
साल
में
यह
अभ्यास
आयोजित
किया
जाता
है.
इस
अभ्यास
के
दौरान
देश
के
अलग-अलग
हिस्सों
से
उड़ान
भरने
वाले
लड़ाकू
विमान
और
हेलीकॉप्टर
राजस्थान
के
पोखरण
फील्ड
फायरिंग
रेंज
में
सेट
टारगेट
पर
हमला
करेंगे.
इस
युद्धाभ्यास
में
कई
लड़ाकू
विमान
जैसे
तेजस,
राफेल,
सुखोई-30,
जगुआर,
ग्लोबमास्टर,
चिनूक,
अपाचे,
प्रचंड
सहित
कई
लड़ाकू
विमान
और
हेलीकॉप्टर
हिस्सा
लेंगे.
गगन
शक्ति
के
तहत
इसमें
उत्तरी
और
पश्चिमी
मोर्चे
को
संयुक्त
रूप
से
शामिल
करते
हुए
अलग-अलग
हिस्सों
में
वायु
सेना
अभ्यास
करेगी.
लड़ाकू
विमान
और
हेलीकॉप्टर
लेंगे
हिस्सा
युद्ध
अभ्यास
में
भारतीय
वायुसेना
के
लड़ाकू
विमान
और
लड़ाकू
हेलिकॉप्टर
अलग-अलग
वायु
सेना
अड्डे
से
उड़ान
भरेंगे
और
राजस्थान
के
पोकरण
फील्ड
फायरिंग
रेंज
में
बनाए
गए
टारगेट
पर
निशाना
साध
दुश्मन
को
तबाह
करेंगे.
अप्रैल
में
होने
वाले
इस
युद्धाभ्यास
की
तैयारियां
पूरी
हो
गई
हैं.
भारत-पाकिस्तान
सीमा
के
पास
होने
वाले
इस
युद्धाभ्यास
पर
कई
पड़ोसी
देशों
की
भी
निगाहें
टिकी
हुई
हैं.
विशेष
तौर
पर
पाकिस्तान
और
अमेरिका
भी
अपनी
निगाहें
बनाए
हुआ
है.
माना
जा
रहा
है
कि
यह
अब
तक
का
सबसे
बड़ा
सैन्य
अभ्यास
होगा.