तिरूवनंतपुरम में चंद्रशेखर खिला पाएंगे कमल, थरूर के सियासी भविष्य पर संकट

तिरूवनंतपुरम में चंद्रशेखर खिला पाएंगे कमल, थरूर के सियासी भविष्य पर संकट
तिरूवनंतपुरम में चंद्रशेखर खिला पाएंगे कमल, थरूर के सियासी भविष्य पर संकट


तिरूवनंतपुरम
लोकसभा
सीट
पर
राजीव
चद्रशेखर
और
शशि
थरुर
की
सीधी
टक्कर.

केरल
में
साल
2008
में
त्रिवेन्द्रम
का
नाम
बदलकर
तिरूवनंतपुरम
कर
दिया
गया
था.
तब
से
लेकर
अबतक
वहां
बहुत
कुछ
बदला.
लेकिन
हाल
के
दिनों
में
कुछ
नहीं
बदला
तो
वह
है
कांग्रेस
के
कद्दावर
नेता
शशी
थरूर
की
जीत.
इस
बार
फिर
से
थरूर
चुनावी
मैदान
में
हैं,
जहां
उनका
पाला
केन्द्रीय
मंत्री
से
पड़ा
है.

थरूर
भी
मानते
हैं
कि
दिल्ली
से
आए
उनके
प्रतिद्वंद्वी
पहले
से
बेहतर
करने
की
जुगत
में
हैं.
टीवी9
भारतवर्ष
से
बातचीत
में
उन्होंने
कहा
कि
जब
वह
दिल्ली
से
आए
थे
तब
तीसरे
नम्बर
पर
थे
लेकिन
अब
वह
दूसरे
नम्बर
पर
हैं.

लेफ्ट
के
गढ़
में
उतरे
राजीव
चंद्रशेखर

लेफ्ट
के
गढ़
में
भारतीय
जनता
पार्टी
ने
अपने
हैवीवेट
मंत्री
को
चुनावी
समर
में
उतारा
है.
राजीव
चन्द्रशेखर
का
दावा
है
कि
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
के
विकास
के
मॉडल
को
केरल
की
पढ़ी
लिखी
जनता
समझेगी
और
फैसला
उनके
पक्ष
में
करेगी.
केरल
की
तिरुवनंतपुरम
सीट
पर
कांग्रेस
नेता
शशि
थरूर,
भारतीय
कम्युनिस्ट
पार्टी
(सीपीआई)
के
पन्नियन
रवींद्रन
और
भारतीय
जनता
पार्टी
(बीजेपी)
के
नेता
और
केंद्रीय
मंत्री
राजीव
चंद्रशेखर
प्रमुख
उम्मीदवार
हैं.

तिरूवनंतपुरम
की
राजनीति

तिरुवनंतपुरम
लोकसभा
सीट
केरल
के
543
लोकसभा
निर्वाचन
क्षेत्रों
में
से
एक
है.
राज्य
में
20
संसदीय
सीटें
हैं.
तिरुवनंतपुरम
सीट
में
सात
विधानसभा
क्षेत्र
शामिल
हैं,
जिनमें
कज़ाकूटम,
वट्टियूरकावु,
तिरुवनंतपुरम,
नेमोम,
परसाला,
कोवलम
और
नेय्याट्टिनकारा
शामिल
हैं.
यह
निर्वाचन
क्षेत्र
एक
सामान्य
सीट
है
और
अनुसूचित
जाति
(एससी)
और
अनुसूचित
जनजाति
(एसटी)
के
लिए
आरक्षित
नहीं
है.

कांग्रेस,
भारतीय
जनता
पार्टी
(भाजपा)
और
भारतीय
कम्युनिस्ट
पार्टी
(सीपीआई)
निर्वाचन
क्षेत्र
में
मुख्य
दल
हैं.
उनमें
से
7,06,730
पुरुष
वोटर
हैं.
महिला
मतदाताओं
की
संख्या
6,64,663
हैं.
थर्ड
जेंडर
के
मतदाता
34
हैं.
2019
में
कुल
वोटरों
की
संख्या
10,10,180
थी.
जिनमें
से
कुल
पुरुष
मतदाता
4,90,244
और
महिला
मतदाता
5,13,476
थीं.
2019
में
कुल
मतदान
प्रतिशत
73.66प्रतिशत
था.
कांग्रेस
के
डॉ.
शशी
थरूर
वोटों
4,16,131
से
जीत
हासिल
की.

थरूर
बड़ी
चुनौती

राजनीतिक
नजरिए
देखें
तो
यह
सीट
कांग्रेस
के
वरिष्ठ
नेता
डॉ.
शशि
थरूर
का
गढ़
मानी
जाती
है.
2009
के
आम
चुनाव
से
शशि
थरूर
यहां
से
बड़े
वोटों
के
अंतर
से
जीत
हासिल
करते
चले
आए
हैं.
2019
के
आम
चुनाव
में
उन्होंने
बीजेपी
के
कुम्मनम
राजशेखरन
को
99,989
वोटों
से
हराकर
जीत
दर्ज
की
थी.
2019
के
आम
चुनाव
में
मतदान
प्रतिशत
कुल
मतदाताओं
का
73.45
प्रतिशत
था.
वहीं,
2011
की
जनगणना
के
अनुसार
तिरुवनंतपुरम
जिले
की
जनसंख्या
33,01,427
है,
जिसमें
कुल
जनसंख्या
में
हिंदू
66.46
प्रतिशत,
ईसाई
19.1
प्रतिशत
और
मुस्लिम
13.72
प्रतिशत
हैं.
पिछले
कुछ
सालों
में
जिले
ने
भाजपा
को
लगातार
अपने
पैर
मजबूत
करते
हुए
देखा
है.

क्या
कहते
हैं
केरल
के
लोग

केरल
के
लोग
बुनियादी
सुविधाओं
और
विकास
की
बात
करते
हैं.
एक
बड़ी
आबादी
के
सामने
अलग
अलग
मुद्दे
हैं.
केरल
की
तिरुवनंतपुरम
सीट
पर
राज्य
की
अन्य
19
लोकसभा
सीटों
के
साथ
26
अप्रैल
को
दूसरे
चरण
में
मतदान
होगा.

कुमार
कुंदन