जमीन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में हेमंत सोरेन की बढ़ी मुश्किल, PMLA कोर्ट ने लिया संज्ञान, चलेगा मुकदमा

जमीन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में हेमंत सोरेन की बढ़ी मुश्किल, PMLA कोर्ट ने लिया संज्ञान, चलेगा मुकदमा
जमीन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में हेमंत सोरेन की बढ़ी मुश्किल, PMLA कोर्ट ने लिया संज्ञान, चलेगा मुकदमा


हेमंत
सोरेन

झारखंड
के
पूर्व
सीएम
हेमंत
सोरेन
की
मुश्किलें
हैं
कि
कम
होने
का
नाम
ही
नहीं
ले
रही
हैं.
प्रवर्तन
निदेशालय
ने
सोरेन
और
चार
अन्य
लोगों
के
खिलाफ
भूमि
घोटाले
से
जुड़े
एक
मामले
में
अभियोजन
शिकायत
(पीसी)
दर्ज
की
है.
एजेंसी
ने
जिन
अन्य
आरोपियों
के
खिलाफ
कार्रवाई
की
है
उसमें
बड़गाईं
अंचल
के
पूर्व
राजस्व
उपनिरीक्षक
भानु
प्रताप
प्रसाद,
आर्किटेक्ट
विनोद
सिंह,
जमीन
के
मूल
रैयत
राजकुमार
पाहन
और
हिलेरियस
कच्छप
का
नाम
शामिल
है.
कार्ट
ने
इस
सभी
आरोपियों
को
समन
जारी
किया
है.
इनके
खिलाफ
कार्यवाही
शुरू
होगी.

ईडी
ने
हेमंत
सोरेन
को
31
जनवरी
की
रात
गिरफ्तार
किया
था.
उन्हें
8.46
एकड़
जमीन
के
घोटाले
मामले
में
गिरफ्तार
किया
गया
था.
64
दिनों
से
सोरेन
न्यायिक
हिरासत
में
हैं.
इसके
अलावा
भानु
प्रताप
प्रसाद,
जो
पूर्व
राजस्व
उपनिरीक्षक
रहे
हैं
वो
भी
जेल
की
सलाखों
के
पीछे
हैं.
वहीं
बाकी
तीन
आरोपियों
की
गिरफ्तारी
नहीं
की
गई
है.
हालांकि,
इस
मामले
में
ईडी
ने
इनसे
कई
बार
पूछताछ
की
है.
हेमंत
सोरेन
के
साथ-साथ
अन्य
लोगों
के
खिलाफ
जांच
एजेंसी
ने
5500
पन्नों
की
चार्जशीट
दायर
की
है.


ED
की
जांच
में
क्या
मिला
?

ईडी
की
जांच
में
पता
चला
है
कि
झारखंड
में
भू-माफियाओं
का
एक
रैकेट
सक्रिय
है
जो
रांची
में
जमीन
के
फर्जी
रिकॉर्ड
बनाने
का
काम
करता
है.
यह
भी
पता
चला
है
कि
इन
माफियाओं
को
फायदा
पहुंचाने
के
लिए
जमीनों
के
स्वामित्व
रिकॉर्ड
भी
फर्जी
बनाए
गए
हैं.
इसके
बाद,
फर्जी
भूमि
अन्य
व्यक्तियों
को
बेच
दिए
जाते
है.
ऐसी
संपत्तियों
के
गैरकानूनी
अधिग्रहण,
कब्जे
और
उपयोग
को
सुविधाजनक
बनाने
के
लिए
उनके
रिकॉर्ड
के
साथ
छेड़छाड़
की
जाती
है.


लाखों
का
कैश
जब्त

ईडी
ने
पहले
ऐसे
मामलों
में
51
तलाशी
और
9
सर्वेक्षण
किए
थे
और
भू-राजस्व
विभाग
की
जाली
मुहरें,
जाली
कागज,
अपराध
की
आय
के
वितरण
के
रिकॉर्ड,
जालसाजी
करने
की
तस्वीरें,
सरकारी
अधिकारियों
को
रिश्वत
देने
के
सबूत
आदि
जैसे
सबूत
मिले
थे.
ये
सभी
चीजें
एजेंसी
ने
जब्त
कर
लिए
थे.
तलाशी
में
लगभग
1.25
करोड़
रुपये
नकद
बरामद
किए
गए
थे
जिसे
जब्त
किया
गया
था.