भारत में लोकतंत्र को लेकर चिंतित हूं… राहुल गांधी पर सैम पित्रोदा का बड़ा बयान

भारत में लोकतंत्र को लेकर चिंतित हूं… राहुल गांधी पर सैम पित्रोदा का बड़ा बयान
भारत में लोकतंत्र को लेकर चिंतित हूं... राहुल गांधी पर सैम पित्रोदा का बड़ा बयान


सैम
पित्रोदा
और
राहुल
गांधी

अपने
बयानों
को
लेकर
अक्सर
सुर्खियों
में
रहने
वाले
कांग्रेस
नेता
और
इंडियन
ओवरसीज
कांग्रेस
के
अध्यक्ष
सैम
पित्रोदा
ने
आगामी
चुनावों
में
राहुल
गांधी
की
भूमिका
और
इंडिया
गठबंधन
के
काम
को
लेकर
बयान
दिया
है.
उनका
कहना
है
कि
राहुल
गांधी
उनके
लिए
बेहद
खास
शख्स
हैं.
वह
एक
पढ़े
लिखे
युवा
और
ऊर्जावान
और
साहसी
व्यक्ति
हैं.
एक
इंटरव्यू
में
उन्होंने
पित्रोदा
ने
राहुल
गांधी
की
जमकर
तारीफ
की.

पित्रोदा
का
कहना
है
कि
पिछले
काफी
समय
से
राहुल
गांधी
पर
लगातार
जुबानी
हमले
होते

रहे
हैं,
दशकों
से
उन्हें
निशाना
बनाया
जा
रहा
है.
बावजूद
इसके
जिस
तरह
से
उन्होंने
हिम्मत
और
साहस
दिखाया
और
आगे
बढ़े
वो
काबिल-ए-तारीफ
है
.
सैम
पित्रोदा
ने
कहा
कि
लोग
राहुल
गांधी
को
पंसद
कर
रहे
हैं
उन्हें
सुनना
चाहते
हैं.
लोगों
का
नजरिया
उनके
लिए
बदला
है.
इसके
आगे
उन्होंने
राहुल
की
पैदल
यात्रा
का
भी
जिक्र
किया.
पित्रोदा
ने
कहा
कि
उन्होंने
अभी
तक
किसी
ऐसे
शख्स
को
नहीं
देखा
जिसने
इतनी
लंबी
यात्रा
की
हो
जो
4
हजार
किलोमीटर
तक
पैदल
चला
हो.
उन्होंने
कहा
कि
यात्रा
ने
राहुल
को
और
भी
मजबूत
बनाया
है.
हर
राज्य
के
लोग
राहुल
गांधी
के
साथ
भारी
संख्या
में
जुड़े.

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इसके
आगे
उन्होंने
कहा
कि
राहुल
गांधी
की
दोनों
यात्राओं
ने
उनके
प्रति
लोगों
का
नजरिया
बदला
है.
लोगों
ने
उन्हें
काफी
प्यार
और
सम्मान
दिया.
पित्रोदा
ने
कहा
कि
लोग
राहुल
गांधी
को
पप्पू
कहते
हैं.
ऐसे
वह
राहुल
की
एक
नेशनल
डिबेट
देखना
चाहते
हैं
जिसके
जरिए
लोगों
को
असली
राहुल
गांधी
के
बारे
में
पता
चलेगा
और
लोग
असली
राहुल
गांधी
को
देखेंगे.
उन्होंने
कहा
उम्मीद
है
कि
लोग
भारत
के
प्रति
राहुल
की
प्रतिबद्धता,
सभी
बाधाओं
के
खिलाफ
खड़े
होने
के
उनके
साहस
को
समझेंगे
और
उन
पर
विश्वास
करेंगे.

इसके
साथ
ही
इंडिया
गठबंधन
और
आगामी
लोकसभा
चुनाव
पर
उन्होंने
कहा
कि
चुनाव
में
इंडिया
गठबंधन
काफी
अच्छा
काम
कर
रहा
है.
उन्होंने
इंडिया
गठबंधन
के
घोषणा
पत्र
की
तारीफ
करते
हुए
कहा
कि
घोषणा
पत्र
काफी
अच्छा
है,
लेकिन
कुछ
लोग
इसे
कम्युनिस्ट
घोषणापत्र
बता
रहे
हैं
जबकि
यह
एक
मानवतावादी
घोषणापत्र
है.
उन्होंने
कहा
कि
दो
महीने
में
पता
चल
जाएगा
कि
क्या
सही
है.
पित्रोदा
ने
कहा
कि
भारतीय
मतदाताओं
में
लोगों
को
आश्चर्यचकित
करने
की
प्रवृत्ति
होती
है.
जब
इंदिरा
गांधी
को
बाहर
निकाला
गया
तो
उनका
क्या
हुआ
फिर
उन्हें
वापस
लया
गया.
ऐसे
में
भारतीय
मतदाताओं
की
बुद्धिमत्ता
को
कम
नहीं
आंका
जाना
चाहिए.
इसके
साथ
ही
पित्रोदा
ने
भारत
में
लोकतंत्र
को
लेकर
चिंता
भी
जाहिर
की.