जिम्मेदारी लेनी पड़ती है… परिवार से लेकर भ्रष्टाचार तक पर उद्धव ठाकरे ने BJP को घेरा

जिम्मेदारी लेनी पड़ती है… परिवार से लेकर भ्रष्टाचार तक पर उद्धव ठाकरे ने BJP को घेरा
जिम्मेदारी लेनी पड़ती है… परिवार से लेकर भ्रष्टाचार तक पर उद्धव ठाकरे ने BJP को घेरा


Former
Chief
Minister
of
Maharashtra
Uddhav
Thackeray

आज
यानि
31
मार्च
को
दिल्ली
के
राम
लीला
मैदान
में
अरविंद
केजरीवाल
की
गिरफ्तारी
के
खिलाफ
पूरा
विपक्ष
एक
साथ
जुटा
है.
जिसके
बाद
बीजेपी
ने
एक
प्रेस
कॉन्फ्रेंस
की,
बीजेपी
की
इस
प्रेस
कॉन्फ्रेंस
के
जवाब
में
महाराष्ट्र
के
पूर्व
सीएम
और
शिवसेना
(यूबीटी)
प्रमुख
उद्धव
ठाकरे
ने
बीजेपी
पर
जमकर
हमला
बोला.
ठाकरे
ने
कहा
कि
बीजेपी
भ्रष्ट
जनता
पार्टी
है.

उद्धव
ठाकरे
ने
इलेक्टोरल
बॉन्डका
मुद्दा
उठाते
हुए
कहा
कि
जब
से
इलेक्टोरल
बॉन्ड
का
मुद्दा
सामने
आया
है,
लोगों
को
भाजपा
यानी
‘भ्रष्ट
जनता
पार्टी’
का
असली
चेहरा
पता
चल
गया
है.
साथ
ही
उन्होनें
कहा
कि
वो
परिवार
का
मतलब
नहीं
समझते
हैं.
ठाकरे
ने
बीजेपी
से
सवाल
पूछते
हुए
कहा
कि
बीजेपी
जो
भ्रष्टाचार
की
बात
कर
रही
है,
पहले
वो
यह
बताये
कि
जितने
भ्रष्टाचार
के
आरोप
जिन
नेताओं
पर
लगाये
उनको
अपनी
पार्टी
में
क्यों
ले
लिया
?

ठाकरे
का
बीजेपी
पर
हमला

ठाकरे
ने
बीजेपी
के
मोदी
का
परिवार
नारे
पर
तीखा
तंज
करते
हुए
कहा
कि
परिवार
का
मतलब
ही
वो
नहीं
समझे
,
परिवार
की
जिम्मेदारी
लेनी
पड़ती
है.
आपके
परिवार
में
सपोर्ट,
कुर्सी
और
आप
है.
इलेक्टोरल
बॉन्ड
पर
सवाल
करते
हुए
शिवसेना
प्रमुख
ने
कहा
कि
जब
से
उनका
राज
खुल
गया,
भ्रष्ट
जनता
पार्टी
का
असली
चेहरा
सामने
आया.
उद्धव
ठाकरे
ने
बीजेपी
पर
हमला
करते
हुए
कहा
कि
यह
असल
में
भ्रष्ट
जनता
पार्टी
है,
जिस
परिवारवाद
का
आरोप
यह
विपक्ष
के
नेताओं
पर
लगा
रहे
है
इनको
असल
में
पता
ही
नहीं
की
परिवार
होता
क्या
है.

ये
भी
पढ़ें

महारैली
में
ठाकरे
हुए
शामिल

ठाकरे
ने
कहा
कि
जितने
भ्रष्ट
चेहरे
है
वो
सब
बीजेपी
के
साथ
है.
बीजेपी
ने
जिन
पर
आरोप
लगाये
वो
सब
बीजेपी
के
साथ
है.
उन्होंने
आगे
कहा
कि
डूबने
वालों
को
तिनके
का
सहारा
बहुत,
इसीलिए
छोटी
छोटी
पार्टी
को
अपने
साथ
जोड़
रहे
है.
दिल्ली
में
आज
यानि
31
मार्च
को
सीएम
अरविंद
केजरीवाल
की
कथित
शराब
घोटाले
में
हुई
गिरफ्तारी
के
खिलाफ
रामलीला
मैदान
में
इंडिया
गठबंधन
की
महारैली
हो
रही
है.
इस
रैली
में
शामिल
होने
के
लिए
उद्धव
ठाकरे
भी
दिल्ली
पहुंचे
हैं.
इस
रैली
का
नाम
तानाशाही
हटाओ,
लोकतंत्र
बचाओ,
दिया
गया
है.
इस
महारैली
में
तकरीबन
28
पार्टियां
हिस्सा
ले
रही
हैं.