रेप के दोषी टीचर के फोन से मिले 45 अश्लील वीडियो, पूरा सीन कैमरे में करता था कैद

रेप के दोषी टीचर के फोन से मिले 45 अश्लील वीडियो, पूरा सीन कैमरे में करता था कैद
रेप के दोषी टीचर के फोन से मिले 45 अश्लील वीडियो, पूरा सीन कैमरे में करता था कैद


प्रतीकात्मक
तस्वीर.

गुजरात
के
वडोदरा
में
17
साल
की
छात्रा
से
रेप
और
उसे
प्रेग्नेंट
करने
वाले
ट्यूशन
टीचर
को
लेकर
कई
नए
खुलासे
हुए
हैं.
उसने
सिर्फ
उसी
छात्रा
के
साथ
ये
हरकत
नहीं
की.
बल्कि
और
भी
कई
छात्राओं
के
साथ
वो
ऐसी
ही
हरकत
कर
चुका
है.
आरोपी
के
फोन
से
45
अश्लील
वीडियो
मिले.
जिन्हें
खुद
टीचर
ने
बनाया
है.
जब
वो
लड़कियों
का
रेप
करता
था
तो
उनका
वीडियो
भी
बना
लेता
था.
आरोपी
ने
ये
वीडियो
डिलीट
नहीं
किए
थे.
इन
वीडियो
में
वो
खुद
भी
कई
जगह
दिख
रहा
है.

बता
दें,
पॉक्सो
कोर्ट
ने
हाल
ही
में
टीचर
को
नाबालिग
छात्रा
से
रेप
और
उसे
प्रेग्नेंट
करने
का
दोषी
ठहराया
था.
मामले
की
सुनवाई
के
दौरान
शिक्षक
के
फोन
से
कई
सारे
अश्लाील
वीडियो
मिले.
पुलिस
की
मानें
तो
कुल
45
वीडियो
में
से
12
ऐसे
थे,
जिनमें
टीचर
खुद
छात्राओं
के
साथ
गलत
हरकत
करता
दिखा.
जबकि,
बाकी
वीडियो
में
सिर्फ
पीड़ित
लड़कियां
दिखीं.
इन
वीडियो
को
लेकर
टीचर
के
खिलाफ
फिर
अलग
से
FIR
दर्ज
की
गई,
जिसकी
सुनवाई
अभी
पॉक्सो
कोर्ट
में
चल
रही
है.


आणंद
में
नाबालिग
छात्रा
से
रेप

इससे
पहले
गुजरात
के
आणंद
से
गुरु-शिष्य
के
रिश्ते
को
शर्मसार
करने
वाली
घटना
सामने
आई
था.
यहां
आंकलाव
तहसील
के
एक
स्कूल
में
पीटी
शिक्षक
ने
नाबालिग
छात्रा
को
स्पोर्ट्स
में
आगे
ले
जाने
का
झांसा
देकर
प्रेम
जाल
में
फंसाया.
फिर
उसके
साथ
दुष्कर्म
किया.
पुलिस
ने
फिर
आरोपी
को
गिरफ्तार
कर
लिया
था.
जानकारी
के
मुताबिक,
आणंद
के
अडास
गांव
का
रहने
वाला
जयेंद्रसिंह
सुरेंद्रसिंह
राज
(42
साल)
पिछले
एक
साल
से
आंकलाव
तहसील
के
एक
माध्यमिक
विद्यालय
में
कॉन्ट्रैक्ट
पर
पीटी
शिक्षक
था.
इसी
दौरान
उसका
परिचय
12वीं
कक्षा
में
पढ़ने
वाली
17
साल
की
लड़की
से
हुआ.
उसको
खेल
में
आगे
बढ़ाने
और
उज्ज्वल
करियर
बनाने
का
झांसा
देकर
प्रेम
जाल
में
फंसा
लिया.
फिर
अपने
घर
बुलाया
और
13
दिनों
तक
रेप
किया.

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छात्रा
को
भगाने
का
भी
लगा
आरोप

आरोप
ये
भी
लगा
कि
टीचर
लड़की
को
भगाकर
अपने
दोस्त
के
घर
डाकोर
के
पास
एक
गांव
ले
गया
था.
एक
मार्च
को
स्कूल
से
छुट्टी
होने
के
बाद
छात्रा
घर
नहीं
पहुंची
तो
परिजन
चिंतित
हो
गए
और
खोजबीन
शुरू
की.
साथ
ही
उसके
लापता
होने
की
शिकायत
आंकलाव
थाने
में
दर्ज
कराई.
पुलिस
ने
एफआईआर
दर्ज
कर
जांच
शुरू
की.
हालांकि,
शिक्षक
ने
कहा
कि
पूरी
घटना
में
उसका
कोई
हाथ
नहीं
है
और
पुलिस
की
जांच
में
सहयोग
करेगा.
दो-तीन
दिन
तक
उसने
पुलिस
के
साथ
रहकर
जांच
में
मदद
की.
लेकिन
जैसे
ही
कार्रवाई
तेज
हुई
उसने
दो
दिन
पहले
लड़की
को
एक
इलाके
में
छोड़
दिया
और
उसे
पुलिस
स्टेशन
में
पेश
होने
के
लिए
कहा.
13
दिन
बाद
जब
नाबालिग
लड़की
घर
पहुंची
और
परिजनों
ने
सख्ती
से
पूछा
तो
टीचर
की
हरकतों
का
पर्दाफाश
हो
गया.